Fetal Hydronephrosis : फीटल हाइड्रोनेफ्रोसिस (Fetal Hydronephrosis) एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें नवजात शिशु की किडनी में सूजन आ जाती है। यह बीमारी तब होती है जब जमा हो जाता है जिससे किडनी का आकार बढ़ जाता है। यह समस्या जन्म से पहले (गर्भावस्था में) भी हो सकती है और जन्म के बाद भी इसका निदान किया जा सकता है। इस बीमारी को “एंटी-नेटल रीनल स्वेलिंग” (Ante-Natal Renal Swelling) भी कहा जाता है।
क्या है फीटल हाइड्रोनेफ्रोसिस के कारण?
- इस समस्या के मुख्य कारण किडनी के अंदर यूरिन का जमा होना है। यह तब हो सकता है जब किडनी या यूरिन निकालने वाली नलिका (यूरेटर) में किसी प्रकार की रुकावट या असामान्यता हो।
- गर्भावस्था के दौरान यदि किडनी में ब्लॉकेज होता है तो यूरिन का सही तरीके से बाहर निकलना संभव नहीं होता, जिससे सूजन आ सकती है।
- कभी-कभी यह स्थिति बिना किसी गंभीर कारण के भी हो सकती है और समय के साथ ठीक हो सकती है।
फीटल हाइड्रोनेफ्रोसिस के लक्षण
- फीटल हाइड्रोनेफ्रोसिस के ज्यादातर मामलों में नवजात में कोई गंभीर लक्षण दिखाई नहीं देते।
- इसे अक्सर अल्ट्रासाउंड जांच द्वारा गर्भावस्था के दौरान ही पहचाना जा सकता है।
- जन्म के बाद डॉक्टर किडनी और यूरिनरी सिस्टम की जांच करते हैं ताकि स्थिति की गंभीरता का मूल्यांकन किया जा सके।
फीटल हाइड्रोनेफ्रोसिस का इलाज
- इस बीमारी के इलाज का निर्णय इस बात पर निर्भर करता है कि सूजन कितनी गंभीर है।
- कई मामलों में यह स्थिति समय के साथ ठीक हो जाती है, और इलाज की आवश्यकता नहीं होती।
- यदि सूजन गंभीर हो और यूरिन के प्रवाह में रुकावट आ रही हो, तो सर्जरी या अन्य उपचारों की आवश्यकता हो सकती है।
- कुछ मामलों में, जन्म के बाद एंटीबायोटिक्स और अन्य जांचों के माध्यम से उपचार किया जा सकता है।
प्रेगनेंसी के दौरान उपचार
अगर फीटल हाइड्रोनेफ्रोसिस की पहचान प्रेगनेंसी के दौरान होती है तो आमतौर पर किसी विशेष उपचार की जरूरत नहीं होती। हालांकि, कभी-कभी गर्भ में शिशु के ब्लैडर में एक ट्यूब लगाई जाती है ताकि ब्लॉकेज को बायपास किया जा सके।
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