Sunday, 24 November 2024

Muizzju’s Stubbornness Took Life: मुइज्‍जू सरकार के भारत विरोधी रुख से, गई मासूम बच्चे की जान

Muizzju’s Stubbornness Took Life: अब ये सच किसी से छिपा नहीं है कि मालदीव की मुइज्‍जू सरकार की आँखों पर…

Muizzju’s Stubbornness Took Life: मुइज्‍जू सरकार के भारत विरोधी रुख से, गई मासूम बच्चे की जान

Muizzju’s Stubbornness Took Life: अब ये सच किसी से छिपा नहीं है कि मालदीव की मुइज्‍जू सरकार की आँखों पर चीन का पर्दा पड़ा हुआ है। अपनी आँखों पर सस्ता काला चीनी चश्मा लगाए मुइज्‍जू को अपने देश और देशवासियों का दुख-दर्द परेशानी नजर नहीं आ रहे हैं। इसका एक नमूना तब देखने को मिला, जब मुइज्‍जू के अड़ियल रुख के चलते वहां के एक बच्चे को अपनी जान तक गंवानी पड़ी। लेकिन बेरहम राष्ट्रपति मुइज्‍जू का दिल नहीं पसीजा।

Muizzju’s Stubbornness Took Life, मुइज्‍जू सरकार की जिद ने ली बच्चे की जान

मालदीव से एक ऐसी खबर आई है जिसे सुन हर किसी की आंखों में आंसू आ जाएंगे। वहां की मुइज्‍जू सरकार की भारत विरोध की जिद ने 14 साल के मासूम बच्चे की जान ले ली है। वो बच्चा तड़प-तड़प कर मर गया लेकिन मुइज्‍जू सरकार ने भारत के हेलीकॉप्टर की मदद की इजाजत नहीं दी। क्योंकि मुइज्‍जू सरकार इस समय भारत का विरोध कर रही है, इसलिए इस 14 साल के मासूम की मौत पर भी मुइज्‍जू सरकार दिल नहीं पसीजा।

मालदीव के 14 साल के इस बच्चे की मौत तब हो गई, जब उसे इमरजेंसी की हालत में इलाज के लिए गाफू से राजधानी माले नहीं लाया जा सका। क्योंकि राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने उसे एयरलिफ्ट के लिए भारत द्वारा प्रदान किए गए डोर्नियर विमान का उपयोग करने की मंजूरी देने से मना कर दिया। मुइज्‍जू सरकार के भारत विरोध के कारण इन विमानों के प्रयोग की इजाजत नहीं दी जा रही, जिससे मालदीव के लोगों को काफी परेशानी हो रही है। अगर उस बच्चे को भारतीय विमान से एयरलिफ्ट करने की इजाजत मिल जाती, तो शायद उसकी जान बच जाती।

परिवार का मानना है मुइज्‍जू ने एयरलिफ्ट की इजाजत दी होती, तो बचाई जा सकती थी मासूम की जान

मृतक मासूम बच्चे के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। उनका मानना है कि अगर उनका बच्चा सही समय पर गाफू से माले आ जाता और उसका इलाज हो जाता और वह बच सकता था। लेकिन समय पर इलाज नहीं मिलने की वजह से बच्चे की जान चली गई। मालदीव में राष्ट्रपति मुइज्‍जू ने जिस लड़के के लिए डोर्नियर विमान के इस्तेमाल की मंजूरी नहीं दी, उस बच्चे को ब्रेन ट्यूमर था। इसकी वजह से उसे अचानक स्ट्रोक आ गया था, ऐसी हालत में उसकी तबीयत बहुत खराब होने लगी।

Muizzju’s Stubbornness Took Life

उसकी हालत गंभीर होने पर उसके परिवार ने उसे गैफ अलिफ विलिंगिली स्थित उसके घर से राजधानी शहर माले ले जाने के लिए एयर एम्बुलेंस का अनुरोध किया था। लेकिन उसे मुइज्‍जू सरकार ने एयरलिफ्ट की इजाजत नहीं दी और इस कारण उसकी मृत्यु हो गई। बच्चे की मौत पर टिप्पणी करते हुए मालदीव के सांसद मीकैल नसीम ने कहा, “भारत के प्रति राष्ट्रपति मुइज्‍जू की दुश्मनी के कारण लोगों की जान दांव पर नहीं लगानी चाहिए, ये दुर्भाग्यपूर्ण है।”

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