Monday, 21 April 2025

IPL 2025: रिटायर्ड आउट बनाम रिटायर्ड हर्ट: तिलक वर्मा के केस से समझें

IPL 2025: क्रिकेट की दुनिया में हर नियम का अपना महत्व होता है, लेकिन कुछ नियम ऐसे होते हैं, जो…

IPL 2025: रिटायर्ड आउट बनाम रिटायर्ड हर्ट: तिलक वर्मा के केस से समझें

IPL 2025: क्रिकेट की दुनिया में हर नियम का अपना महत्व होता है, लेकिन कुछ नियम ऐसे होते हैं, जो आम दर्शकों को थोड़ा उलझा देते हैं। कल ही में खेले गए लखनऊ सुपर जायंट्स और मुंबई इंडियंस के बीच आईपीएल मुकाबले में ऐसा ही एक मामला सामने आया। इस मैच में मुंबई के युवा बल्लेबाज तिलक वर्मा को अचानक रिटायर्ड आउट कर दिया गया, जिससे कई फैंस भ्रम में पड़ गए कि यह “रिटायर्ड आउट” आखिर होता क्या है और यह “रिटायर्ड हर्ट” से कैसे अलग है?

आइए आसान भाषा में समझते हैं इन दोनों नियमों के बीच का बड़ा फर्क।

क्या है ‘रिटायर्ड आउट’?

जब कोई बल्लेबाज बिना आउट हुए—यानि अंपायर द्वारा आउट न दिए जाने पर—स्वेच्छा से या टीम मैनेजमेंट के निर्देश पर पवेलियन लौटता है, तो उसे रिटायर्ड माना जाता है। अगर वह बल्लेबाज पारी के अंत तक दोबारा बल्लेबाजी के लिए नहीं लौटता और विरोधी टीम के कप्तान से दोबारा खेलने की अनुमति नहीं ली जाती, तो उसे ‘रिटायर्ड आउट’ करार दिया जाता है।

मुख्य बातें:

  • खिलाड़ी अपनी मर्जी या कप्तान के कहने पर वापस लौटता है।

  • दोबारा बल्लेबाजी तभी संभव है जब विपक्षी कप्तान अनुमति दे।

  • यह रणनीतिक कारणों से भी किया जा सकता है।

क्या होता है ‘रिटायर्ड हर्ट’?

क्रिकेट में चोटिल होना आम बात है। जब कोई बल्लेबाज चोट, अस्वस्थता या किसी अन्य आपात स्थिति के कारण पिच छोड़ता है, तो उसे ‘रिटायर्ड हर्ट’ कहा जाता है। इस स्थिति में खिलाड़ी को बाद में दोबारा बल्लेबाजी की अनुमति होती है, बशर्ते पारी खत्म न हो जाए।

मुख्य बातें:

  • खिलाड़ी मेडिकल कारणों से बाहर जाता है।

  • उसे दोबारा बल्लेबाजी का पूरा अधिकार होता है।

  • उसे स्कोरबोर्ड पर रिटायर्ड – नॉट आउट लिखा जाता है।

तिलक वर्मा का मामला: क्यों हुए ‘रिटायर्ड आउट’?

आईपीएल 2025 के एक मुकाबले में जब मुंबई इंडियंस की टीम को तेजी से रन बनाने की जरूरत थी, तिलक वर्मा 23 गेंदों में केवल 25 रन ही बना पाए। उनकी धीमी बल्लेबाज़ी टीम पर दबाव डाल रही थी। इस कारण उन्हें 19वें ओवर में रिटायर्ड आउट कर वापस बुला लिया गया। उनकी जगह मिचेल सैंटनर बल्लेबाजी करने आए ताकि अंतिम ओवरों में तेजी से रन बनाए जा सकें। यह फैसला रणनीतिक था और इससे यह साफ हुआ कि टीम मैनेजमेंट अब IPL में ‘रिटायर्ड आउट’ को एक टैक्टिकल मूव के रूप में अपना रहा है।  IPL 2025

रिटायर्ड आउट बनाम रिटायर्ड हर्ट: अंतर को एक नजर में समझें

बिंदु रिटायर्ड आउट रिटायर्ड हर्ट
वापसी की अनुमति विपक्षी कप्तान की अनुमति से ही वापस आ सकता है चोट ठीक होने पर खुद वापसी कर सकता है
कारण रणनीति, खराब प्रदर्शन आदि चोट, बीमारी, अस्वस्थता
स्कोरबोर्ड पर कैसे दिखता है Retired Out Retired – Not Out
वापसी का समय तभी जब विपक्षी कप्तान इजाज़त दे जब भी अगला विकेट गिरे या अन्य बल्लेबाज हटे

जानें नियम, समझें रणनीति

तिलक वर्मा का ‘रिटायर्ड आउट’ होना एक बार फिर यह साबित करता है कि क्रिकेट में सिर्फ खेल नहीं, बल्कि नियमों की गहरी समझ भी ज़रूरी है। जहां ‘रिटायर्ड हर्ट’ खिलाड़ी की सुरक्षा के लिए होता है, वहीं ‘रिटायर्ड आउट’ एक रणनीतिक फैसला बनकर सामने आता है – जो कभी-कभी मैच का रुख ही बदल सकता है।  IPL 2025:

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