Saturday, 4 May 2024

Adhik Maas Pradosh Vrat 2023: श्रावण अधिक मास का पहला प्रदोष होगा रवि प्रदोष व्रत, जानिए शुभ मुहूर्त पूजा समय 

एस्ट्रोलॉजर राजरानी, 21 जुलाई 2023, नोएडा Adhik Maas Pradosh Vrat 2023, ग्रेटर नोएडा न्यूज़: प्रदोष व्रत का समय भगवान शिव…

Adhik Maas Pradosh Vrat 2023: श्रावण अधिक मास का पहला प्रदोष होगा रवि प्रदोष व्रत, जानिए शुभ मुहूर्त पूजा समय 

एस्ट्रोलॉजर राजरानी, 21 जुलाई 2023, नोएडा

Adhik Maas Pradosh Vrat 2023, ग्रेटर नोएडा न्यूज़: प्रदोष व्रत का समय भगवान शिव के पूजन से संबंधित है । इस वर्ष सावन माह में Adhik Maas Pradosh Vrat का आगमन रविवार के दिन होगा । इस दिन पर भक्त भगवान शिव का पूजन करते हैं और मनोवांछित फलों को पाने में सफल होते हैं। प्रदोष काल में किया जाने वाला पूजन इस दिन पर विशेष रुप से किया जाता है। अधिकमास में किया जाने वाला प्रदोष व्रत भक्तों को सभी प्रकार के विघ्नों से बचाता है और पुण्य फलों को प्रदान करता है । हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है । लेकिन जब अधिकमास में प्रदोष व्रत आता है तो उसका फल अधिक बढ़ जाता है। धर्म ग्रंथों और शास्त्रों में श्रावण के माह में अधिकमाह  में पड़ने वाला प्रदोष व्रत बहुत ही शुभ होता है और कई गुना अधिक लाभकारी बताया गया है।

 

Adhik Maas Pradosh Vrat 2023

सावन अधिक मास के पहले प्रदोष व्रत शुभ मुहूर्त समय

नोएडा न्यूज़: इस साल सावन के माह में अधिकमास होने से प्रदोष व्रत भी अधिक होंगे. जिसमें से अधिकमास को मिलाकर चार प्रदोष व्रत पड़ेंगे। अब इस समय पर सावन अधिकमास का पहला प्रदोष व्रत रविवार को रखा जाएगा। जिसके कारण यह रवि प्रदोष कहा जाएगा। सावन अधिकमास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि का आरंभ 30 जुलाई को रविवार के दिन 10: 34 से होगा। इसके बाद अधिक मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि कि समाप्ति 31 जुलाई 2023 को सोमवार के दिन 07:27 पर हो जाएगी।

Sawan’s second Pradosh Vrat 2023

 

श्रावण अधिक मास प्रदोष पूजा योग 

ग्रेटर नोएडा न्यूज़: श्रावण माह के अधिकमास की शुक्ल पक्ष के प्रदोष प्रदोष व्रत की पूजा का आरंभ प्रात:काल से ही होगा। इसमें प्रदोष समय पूजा का समय संध्या 19:14 से आरंभ होगा। प्रदोष व्रत की पूजा का समय रात्रि 21:19 मिनट तक रहने वाला है। श्रावण अधिक मास में पड़ने वाले प्रदोष व्रत के दिन कुछ शुभ योग भी निर्मित होंगे। इस में सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, इंद्र योग एवं वैधृतियोग का निर्माण होगा। 30 जुलाई को सुबह 6:00 से 21:32 तक सर्वार्थ योग व्याप्त होगा। 30 जुलाई को ही रात 21.32 से अगले दिन तक रवि योग बना रहने वाला है.

 

Adhik Maas Ravi Pradosh Vrat का महत्व 

अधिकमास पर रविवार के दिन प्रदोष व्रत का लाभ व्यक्ति को मान सम्मान एवं यश की प्राप्ति के रुप में होगा। इस दिन रविवार का समय होने से भगवान सूर्य का आशीर्वाद भी प्राप्त होगा। इस समय पर किया जाने वाला शिव पूजन एवं सूर्य पूजन व्यक्ति को समस्त प्रकार के मान सम्मान प्रदान करने वाला होगा।

धर्म शास्त्रों में प्रदोष व्रत को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. शिवपुराण में इस दिन के संदर्भ में बहुत ही सुंदर वर्णन प्राप्त होता है. इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा का विधान है. जो भक्त इस दिन पूजा करते हैं वह जीवन में आने वाले संकटों से मुक्ति पाते हैं। प्रदोष व्रत की पूजा करने से शादीशुदा जीवन के साथ-साथ कई अन्य सुख भी प्राप्त होते हैं।

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