आज मनाया जा रहा मिलाद-उन-नबी, इस्लाम में क्यों है इसका अहम महत्व
मुस्लिम समुदार आज यानि कि अक्टूबर 19 को ईद-ए-मिलाद-उन-नबी (Milad-Un-Nabi) का त्योहार मना रहे हैं। इस त्योहार को बारावफात के…
Anzar Hashmi | October 19, 2021 12:31 AM
मुस्लिम समुदार आज यानि कि अक्टूबर 19 को ईद-ए-मिलाद-उन-नबी (Milad-Un-Nabi) का त्योहार मना रहे हैं। इस त्योहार को बारावफात के नाम से भी जाना जाता है। ये त्योहार इस्लामिक कैलेंडर (Islamic Calender) के तीसरे महीने की 12वीं तारीख को आता है जिसमें सभी लोग फातिया करवाते हैं और ईश्वर की इबादत करते हैं। मान्यताओं के अनुसार रबी अव्वल की 12वीं तारीख को ही मोहम्मद साहब पैदा हुए थे। इसीलिए आज के दिन इसको लोग काफी धूम-धाम के साथ मनाते हैं।
बारावफात किस तरह से है काफी खास
हजरत मोहम्मद साहब का जन्मदिन (Birthday) मनाया जाता है। इस पर्व को बारावफात या ईद मिलादुन्नबी के नाम से भी जाना जाता है। इस मौके पर मुस्लिम समुदाय के लोग रात भर मस्जिदों में इबादत (worship) करते हैं और जलसे का आयोजन भी किया जाता है। इसमें मोहम्मद साहब की शान में नज़्म अदा की जाती है। कई जगहों पर जुलुस भी निकाला जाता है। इस दिन मस्जिद व घरों में कुरान भी पढ़ी जाती है और गरीबों में जरूरत का सामान देते हैं। घरों में पकवान बनवाए जाते हैं जिसको लोग गरीबों को दान किया जाता है। इस्लाम के अनुसार इंसानियत सर्वोपरि है तो लोगों को खिलाकर और कुछ देकर हम इस त्योहार को मनाना शुरु कर देते हैं।
मिलाद उन नबी का पूर्ण इतिहास
पैगंबर मोहम्मद का जन्म अरब के शहर मक्का (Mecca) में 570 ईस्वी में हो गया था। उनके पिता का नाम हजरत अब्दुल्लाह और माता का नाम आमना बीबी था। इस्लाम (Islam) धर्म के मुताबिक मोहम्मद साहब आखिरी नबी माने जाते हैं। हज़रत आदम अल इस्लाम से लेकर मोहम्मद साहब से पहले तक की बात करें तो एक लाख चौबीस हज़ार नबी आ चुके हैं जिसमें हजरत नूह, हज़ार मूसा, हज़रात इसा के नाम भी सूची में शामिल हैं। मोहम्मद साहब आखरी नबी थे और अल्लाह ने इन्हीं को पवित्र कुरान अता की थी जिसे आसमानी (अकाशी) किताब के नाम से भी जाना जाता है।
इस्लाम धर्म में चार आसमानी दी गई है जिसमें कुरान को अधिक मान्यता दी गई है। मोहम्मद साहब से पवित्र ग्रंथ कुरान (Quran) के आदर पर ही इस्लाम धर्म का प्रचार किया गया था। इस्लाम धर्म को पूरी दुनिया में मानने वाले कुरान को भी काफी महत्व देते हैं।