आपरेशन सिंदूर ने तोड़ दी आतंकवादियों की कमर, सबक पाक को सीखना होगा

यहाँ 6 प्रमुख बिंदुओं में आपरेशन सिंदूर की पूरी जानकारी दी गई है :
1. आपरेशन का उद्देश्य और पृष्ठभूमि
22 अप्रैल 2025 को पहलगाम के बैसरन घाटी में आतंकियों ने हिंदू पर्यटकों पर हमला किया, जिसमें 26 लोगों की मौत हुई। इस हमले के पीछे जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों का हाथ माना गया। भारत ने इस हमले के प्रतिशोध में 'आपरेशन सिंदूर' शुरू किया।2. लक्ष्य और रणनीति
आपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पीओके POK में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर 24 मिसाइल हमले किए। इन हमलों में राफेल लड़ाकू विमानों से एससीएएलपी और एएएसएम हैमर मिसाइलों का उपयोग किया गया। इसके अलावा, ब्रह्मोस क्रूज मिसाइलों और स्कायस्ट्राइकर जैसे स्वदेशी ड्रोन का भी इस्तेमाल हुआ। हमले 23 मिनट की अवधि में किए गए और भारतीय वायुसेना ने दावा किया कि इस दौरान उनके विमान पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में प्रवेश नहीं किए।3. प्रमुख आतंकियों का सफाया
आपरेशन में कई उच्च-प्रोफाइल आतंकियों को मार गिराया गया, जिनमें शामिल हैं: यूसुफ अजहर : 1999 के आईसी-814 विमान अपहरण का मास्टरमाइंड और मौलाना मसूद अजहर का साला। अबू जुंदाल : लश्कर-ए-तैयबा का वरिष्ठ कमांडर। मोहम्मद हसन खान : जैश-ए-मोहम्मद का आपरेशनल कमांडर। खालिद उर्फ अबू आकाशा : हथियार तस्करी और आतंकी हमलों में शामिल लश्कर का सदस्य। इन आतंकियों की मौत पाकिस्तान समर्थित आतंकी नेटवर्क के लिए बड़ा झटका है।4. प्रमुख आतंकी ठिकानों का विध्वंस
भारतीय वायुसेना ने बहावलपुर और मुरिदके जैसे स्थानों में स्थित आतंकी प्रशिक्षण केंद्रों को निशाना बनाया। इनमें जैश-ए-मोहम्मद का मरकज सुभान अल्लाह और लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय शामिल थे। इन ठिकानों का नष्ट होना आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीति का प्रतीक है।5. पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और अंतरराष्ट्रीय स्थिति
पाकिस्तान ने इन हमलों को युद्ध की कार्यवाही करार दिया और जवाबी कार्रवाई में भारत पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए, जिन्हें भारतीय रक्षा प्रणालियों ने विफल कर दिया। अंतरराष्ट्रीय समुदाय, विशेष रूप से अमेरिका और ब्रिटेन, ने दोनों देशों से संयम बरतने और बातचीत के माध्यम से समाधान निकालने की अपील की।6. आपरेशन की सफलता और आगे की स्थिति
भारतीय वायुसेना ने आॅपरेशन सिंदूर को "सफलतापूर्वक निष्पादित" बताया और कहा कि यह आॅपरेशन अभी भी जारी है। सरकार ने कहा कि यह कार्रवाई केंद्रित, मापी गई और गैर-उत्तेजक थी, जिसका उद्देश्य केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाना था। 'आपरेशन सिंदूर' भारत की आतंकवाद के खिलाफ सख्त नीति और त्वरित प्रतिक्रिया का उदाहरण है। इसने पाकिस्तान समर्थित आतंकी नेटवर्क को गहरा आघात पहुँचाया और यह संदेश दिया कि भारत अपनी सुरक्षा और संप्रभुता के साथ कोई समझौता नहीं करेगा। Operation Sindoorसेना का संयुक्त बयान जारी: पाकिस्तान को किया बेनकाब, एक-एक करके गिनाए सारे झूठ
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1. आपरेशन का उद्देश्य और पृष्ठभूमि
22 अप्रैल 2025 को पहलगाम के बैसरन घाटी में आतंकियों ने हिंदू पर्यटकों पर हमला किया, जिसमें 26 लोगों की मौत हुई। इस हमले के पीछे जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों का हाथ माना गया। भारत ने इस हमले के प्रतिशोध में 'आपरेशन सिंदूर' शुरू किया।2. लक्ष्य और रणनीति
आपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पीओके POK में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर 24 मिसाइल हमले किए। इन हमलों में राफेल लड़ाकू विमानों से एससीएएलपी और एएएसएम हैमर मिसाइलों का उपयोग किया गया। इसके अलावा, ब्रह्मोस क्रूज मिसाइलों और स्कायस्ट्राइकर जैसे स्वदेशी ड्रोन का भी इस्तेमाल हुआ। हमले 23 मिनट की अवधि में किए गए और भारतीय वायुसेना ने दावा किया कि इस दौरान उनके विमान पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में प्रवेश नहीं किए।3. प्रमुख आतंकियों का सफाया
आपरेशन में कई उच्च-प्रोफाइल आतंकियों को मार गिराया गया, जिनमें शामिल हैं: यूसुफ अजहर : 1999 के आईसी-814 विमान अपहरण का मास्टरमाइंड और मौलाना मसूद अजहर का साला। अबू जुंदाल : लश्कर-ए-तैयबा का वरिष्ठ कमांडर। मोहम्मद हसन खान : जैश-ए-मोहम्मद का आपरेशनल कमांडर। खालिद उर्फ अबू आकाशा : हथियार तस्करी और आतंकी हमलों में शामिल लश्कर का सदस्य। इन आतंकियों की मौत पाकिस्तान समर्थित आतंकी नेटवर्क के लिए बड़ा झटका है।4. प्रमुख आतंकी ठिकानों का विध्वंस
भारतीय वायुसेना ने बहावलपुर और मुरिदके जैसे स्थानों में स्थित आतंकी प्रशिक्षण केंद्रों को निशाना बनाया। इनमें जैश-ए-मोहम्मद का मरकज सुभान अल्लाह और लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय शामिल थे। इन ठिकानों का नष्ट होना आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीति का प्रतीक है।5. पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और अंतरराष्ट्रीय स्थिति
पाकिस्तान ने इन हमलों को युद्ध की कार्यवाही करार दिया और जवाबी कार्रवाई में भारत पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए, जिन्हें भारतीय रक्षा प्रणालियों ने विफल कर दिया। अंतरराष्ट्रीय समुदाय, विशेष रूप से अमेरिका और ब्रिटेन, ने दोनों देशों से संयम बरतने और बातचीत के माध्यम से समाधान निकालने की अपील की।6. आपरेशन की सफलता और आगे की स्थिति
भारतीय वायुसेना ने आॅपरेशन सिंदूर को "सफलतापूर्वक निष्पादित" बताया और कहा कि यह आॅपरेशन अभी भी जारी है। सरकार ने कहा कि यह कार्रवाई केंद्रित, मापी गई और गैर-उत्तेजक थी, जिसका उद्देश्य केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाना था। 'आपरेशन सिंदूर' भारत की आतंकवाद के खिलाफ सख्त नीति और त्वरित प्रतिक्रिया का उदाहरण है। इसने पाकिस्तान समर्थित आतंकी नेटवर्क को गहरा आघात पहुँचाया और यह संदेश दिया कि भारत अपनी सुरक्षा और संप्रभुता के साथ कोई समझौता नहीं करेगा। Operation Sindoorसेना का संयुक्त बयान जारी: पाकिस्तान को किया बेनकाब, एक-एक करके गिनाए सारे झूठ
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