टल जाएगा ममता की कुर्सी पर छाया संकट,अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में हो सकते हैं उपचुनाव

Mamta banarjee
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Sep 2021 03:14 PM
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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की कुर्सी पर छाया संकट टल सकता है। संभावना जताई जा रही है कि चुनाव आयोग दुर्गापूजा के ठीक बाद उपचुनाव कराने की घोषणा कर सकता है।

उल्लेखनीय है कि बीते विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को बड़ी सफलता हाथ लगी पार्टी ने 294 सदस्यीय विधानसभा में 213 सीटों को जीतने में कामयाबी हासिल की। लेकिन मुख्यमंत्री ममता अपने ही एक पूर्व सहयोगी व भाजपा उम्मीदवार सुभेंदु अधिकारी के हाथों पराजित हो गई। बावजूद 5 मई को उनकी ताजपोशी हुई। संवैधानिक व्यवस्था के अनुसार 6 महीने के भीतर यानि 5 नवम्बर तक उन्हें मुख्यमंत्री बने रहने के लिए विधानसभा पहुंचना होगा। इसको लेकर पार्टी का प्रतिनिधि मंडल कई बार मुख्य चुनाव आयुक्त से मिलकर सूबे में जल्द उपचुनाव कराने का आग्रह कर चुका है।लेकिन कोरोना के चलते निर्वाचन आयोग इस बारे में अब तक कोई फैसला नहीं ले सका है। हालांकि आयोग अब उपचुनाव कराने पर विचार कर रहा है। इसको लेकर बुधवार शाम को मुख्य चुनाव आयुक्त ने राज्य के मुख्यसचिव के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक की। राज्य के अधिकारियों ने दुर्गापूजा से पहले उपचुनाव करा लेने का सुझाव दिया। लेकिन 7 अक्टूबर से दुर्गापूजा शुरू हो जाएगी और 15 अक्टूबर तक चलेगी। इस लिहाज से दुर्गापूजा से पहले चुनाव कराना आयोग के लिए एक बड़ी चुनौती है। चुनाव आयोग के सूत्र बता रहे हैं कि वह सूबे में उपचुनाव कराने पर गंभीर है और दुर्गा पूजा के बाद अक्टूबर के आखिरी सप्ताह के लिए उपचुनाव की तिथियों की घोषणा की जा सकती है।

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कोरोना वायरस: डब्ल्यू एचओ का चौंकाने वाला खुलासा, डेल्टा से भी खतरनाक वेरिएंट ने दे दी दस्तक

म्यू वेरिएंट
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 03:45 PM
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कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया की कमर तोड़ कर रख दी है। इस खतरनाक वायरस को 1.5 साल से अधिक का वक्त हो चुका है। एक से बढ़कर एक नए वेरिएंट खौफ उत्पन्न कर देते है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हाल ही में एक रिपोर्ट पेश की है, जिसमें म्यू नाम का बी.1.621 वेरिएंट का जिक्र किया है।

बता दें कि इस वेरिएंट का जनवरी 2021 में स्पष्टीकरण हुआ था, जो धीरे-धीरे दुनिया में खौफ फैलाने लगा है। शोध में दावा किया गया कि इस वेरिएंट से जुड़े 4 हजार केस दुनिया के 40 देशों में देखने को मिले है। एक्सपर्ट के मुताबिक म्यू वेरिएंट का असर इतना भयंकर होता है कि वैक्सीन को भी बेअसर कर देता है। डब्ल्यू एचओ क दावा है कि इस वेरिएंट को स्पष्ट करने के लिए शोध की जरूरत है।

फिलहाल डब्ल्यू एचओ ने इसे वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट करार दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक वेरिएंट जनवरी 2021 में पहली बार कोलंबिया में देखा गया था। इसके बाद से म्यू वेरिएंट धीरे-धीरे यूएसए, यूरोप समेत अन्य देशों में इसका असर देखने को मिला है। फिलहाल ये काफी चिंताजनक खबर है।

दरअसल म्यू वेरिएंट पर डब्ल्यू एचओ नजर रखेगा। बता दें कि डेल्टा वेरिएंट के अलावा अल्फा, बीटा और गामा को ‘वेरिएंट ऑफ कंसर्न’ के रूप में स्पष्ट किया है, जबकि म्यू को इओटा, कापा और लैम्ब्डा को ‘वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट के रूप में बताया गया है। म्यूटेशन ई484के बीटा और गामा वेरिएंट की तरह एंटीबॉडी से लड़ने में मदद करता है। वहीं एन501वाई म्यूटेशन इसी में शामिल होता है।

एक्सपर्ट के मुताबिक एसएआरएस-सीओवी-2 के जेनेटिक कोड में 30 हजार शब्द का आरएनए का एक गुच्छा है। इसी प्रकार वायरस इंसान की कोशिकाओं में प्रवेश करता है तो अपने जैसे हजारों वायरस को जन्म देता है। नए वायरस में ओल्ड वायरस का डीएनए का पूरी तरह कॉपी नहीं हो सकती है। जेनेटिक कोड में बदलाव हो सकता है।

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अयोध्या में होने वाली रामलीला में अंगद का किरदार निभाएंगे मनोज तिवारी

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Sep 2021 01:00 PM
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अयोध्या नगरी में सरयू किनारे आयोजित होने वाली रामलीला में दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी अंगद का किरदार निभाने वाले हैं। अभिनेता से सांसद की कुर्सी संभालने वाले मनोज तिवारी फिर एक बार अभिनय करने वाले हैं। मनोज तिवारी कहते हैं कि इस रामलीला में बताया जाएगा कि रामायण के रचयिता के बारे में हमारे मन में जो भी गलत अवधारणा है उसे बिल्कुल दूर किया जाएगा। इस पर मनोज तिवारी ने कहा कि इस बार रामलीला का प्रदर्शन कुछ नए तरीके से किया जाएगा। जिसमें वह दुगने उत्साह के साथ प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि ऐसा हमने कई बार सुना है कि महर्षि वाल्मीकि जिन्होंने रामायण लिखी थी वह एक डाकू हुआ करते थे लेकिन यह बिल्कुल गलत अवधारणा है। जिन महर्षि वाल्मीकि को साक्षात ब्रह्मा जी के दर्शन हुए वह किस प्रकार डाकू हो सकते हैं। इसी के बाद उन्होंने यह भी कहा कि यह भी एक गलत अवधारणा बनी हुई है कि महर्षि परशुराम ने क्षत्रियों को मारा था। लेकिन सच यह नहीं है, वास्तविकता तो यह है कि जिन क्षत्रियों को उन्होंने मारा था वह सदाचारी राजा नहीं थे। इस पर मनोज तिवारी ने कहा कि इन सब बातों को ध्यान रखकर इस गलत अवधारणा से लोगों को बाहर निकाला जाएगा। जिस पर मनोज तिवारी ने बताया कि वह होने वाली रामलीला में अंगद की भूमिका निभाने वाले हैं।