बिहार चुनाव को लेकर अफवाहों का बाजार गर्म, वायरल तारीख से मचा बवाल

चुनाव आयोग ने दी सख्त चेतावनी
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बुधवार को बयान जारी कर स्पष्ट किया कि बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। सोशल मीडिया पर चल रही इस तरह की खबरें जनता को भ्रमित करने वाली और तथ्यहीन हैं। उन्होंने कहा, “चुनाव की तारीखों की घोषणा केवल भारत निर्वाचन आयोग द्वारा की जाती है। किसी भी अनाधिकृत स्रोत से आई सूचना पर भरोसा न करें और ना ही उन्हें आगे साझा करें।”मतदाताओं से की गई अपील
चुनाव आयोग ने राज्य की जनता से अपील की है कि वे केवल आयोग की आधिकारिक वेबसाइट या राज्य निर्वाचन कार्यालय की ओर से जारी सूचना को ही सही मानें। आयोग ने यह भी कहा कि फर्जी खबरें फैलाना कानूनन अपराध है जिस पर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। इस समय राज्य में वोटर लिस्ट का विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान चल रहा है। 22 साल बाद यह व्यापक सत्यापन हो रहा है, जिसके तहत निर्वाचन कर्मी घर-घर जाकर मतदाताओं की जानकारी सत्यापित कर रहे हैं। यह प्रक्रिया जुलाई के अंत तक पूरी होगी। इसके बाद मतदाता सूची में सुधार के लिए दावा-आपत्ति का समय मिलेगा और फिर 30 सितंबर को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी।कब आएगा असली चुनाव कार्यक्रम?
सूत्रों के मुताबिक, अंतिम मतदाता सूची के प्रकाशन के बाद अक्टूबर के पहले सप्ताह में चुनाव की तारीखों का ऐलान संभव है। चूंकि बिहार विधानसभा का वर्तमान कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है, ऐसे में इससे पहले चुनाव कराना संवैधानिक रूप से अनिवार्य है। चुनाव कार्यक्रम घोषित होते ही पूरे राज्य में आचार संहिता लागू हो जाएगी। Bihar Assembly Election 2025तेजस्वी की ताजपोशी के लिए लालू को मिला ब्रह्मास्त्र! फिर गर्माया 10 साल पुराना मुद्दा
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चुनाव आयोग ने दी सख्त चेतावनी
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बुधवार को बयान जारी कर स्पष्ट किया कि बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। सोशल मीडिया पर चल रही इस तरह की खबरें जनता को भ्रमित करने वाली और तथ्यहीन हैं। उन्होंने कहा, “चुनाव की तारीखों की घोषणा केवल भारत निर्वाचन आयोग द्वारा की जाती है। किसी भी अनाधिकृत स्रोत से आई सूचना पर भरोसा न करें और ना ही उन्हें आगे साझा करें।”मतदाताओं से की गई अपील
चुनाव आयोग ने राज्य की जनता से अपील की है कि वे केवल आयोग की आधिकारिक वेबसाइट या राज्य निर्वाचन कार्यालय की ओर से जारी सूचना को ही सही मानें। आयोग ने यह भी कहा कि फर्जी खबरें फैलाना कानूनन अपराध है जिस पर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। इस समय राज्य में वोटर लिस्ट का विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान चल रहा है। 22 साल बाद यह व्यापक सत्यापन हो रहा है, जिसके तहत निर्वाचन कर्मी घर-घर जाकर मतदाताओं की जानकारी सत्यापित कर रहे हैं। यह प्रक्रिया जुलाई के अंत तक पूरी होगी। इसके बाद मतदाता सूची में सुधार के लिए दावा-आपत्ति का समय मिलेगा और फिर 30 सितंबर को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी।कब आएगा असली चुनाव कार्यक्रम?
सूत्रों के मुताबिक, अंतिम मतदाता सूची के प्रकाशन के बाद अक्टूबर के पहले सप्ताह में चुनाव की तारीखों का ऐलान संभव है। चूंकि बिहार विधानसभा का वर्तमान कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है, ऐसे में इससे पहले चुनाव कराना संवैधानिक रूप से अनिवार्य है। चुनाव कार्यक्रम घोषित होते ही पूरे राज्य में आचार संहिता लागू हो जाएगी। Bihar Assembly Election 2025तेजस्वी की ताजपोशी के लिए लालू को मिला ब्रह्मास्त्र! फिर गर्माया 10 साल पुराना मुद्दा
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