Emotional Dumping : किसी भी रिलेशनशिप को हेल्दी बनाने के लिए सबसे जरूरी है खुश रहना। लेकिन कई रिश्ते ऐसे भी होते हैं जिनमें सामने वाला पार्टनर बेहद दुःखी और उदास होता है और पूरी तरह से अपने इमोशनल सपोर्ट के लिए आपके ऊपर निर्भर हो जाता है। जिसके कारण कई बार आप काफी परेशान हो जाते हैं और ऐसे रिश्ते में रहकर थक जाते हैं। अगर आपका साथी भी पूरे समय दुःखी रहता है तो आज हम आपको बताएंगे कि आप ऐसा क्या करें जिससे आपका रिश्ता असंतुलित होने से बचा रहे।
Emotional Dumping
हर रिश्ता इमोशनल कनेक्शन (Emotional Connection) पर बनते हैं लेकिन कभी-कभार यही रिश्ते असंतुलित हो जाते हैं। जिसके कारण रिश्तों में लड़ाई-झगड़े शुरू हो जाते हैं और धीरे-धीरे हम ऐसे रिश्ते से दूर जाना ही पसंद करते हैं। रिश्ते खासकर तब असंतुलित होते हैं जब आपका पार्टनर लगातार अपने और अपनी भावनाओं पर काबू पाने की जगह हर छोटी-बड़ी बात के लिए अपना इमोशनल दबाव अप पर थोपने लगता है। ऐसी स्थिति रिश्तों में इमोशनल डंपिंग (Emotional Dumping) पैदा करती है।
क्या होता है इमोशनल डंपिंग? What is Emotional Dumping
आपने अक्सर अपने आस-पास के कई लोगों को अपने काम का गुस्सा किसी और के ऊपर उतारते हुए देखा होगा। ज्यादातर कामकाजी व्यक्तियों के लिए ऐसी स्थिति होना आम बात है। कुछ लोग अपना गुस्सा शांत कर लेते हैं लेकिन कुछ लोग इन सबका फ्रस्टेशन अपने पार्टनर के ऊपर निकालते हैं। मनोविज्ञान की भाषा में ऐसी स्थिति इमोशनल डंपिंग (Emotional Dumping) कहलाता है।
इमोशनल डंपिंग के लक्षण
सिर्फ अपनी परेशानी बाताना
क्या आपका पार्टनर भी आपके बारे में पूछे बगैर लगातार अपनी चिंताओं और समस्याओं के बारे में बातें करता रहता है। अगर आपका जवाब हां है तो यह एक रेड फ्लैग है, जो आपको ये बताता है कि किसी भी रिश्ते में दूसरे पार्टनर की परवाह किए बिना बस अपनी ही बातें शेयर करना। आपके पार्टनर की ये आदतें आपके रिश्ते के इमोशनल सपोर्ट में असंतुलन का संकेत देता है।
साथी से बात करके थका हुआ महसूस करना
हर रिश्ते में एक-दूसरे को समझना सबसे अहम होता है। लेकिन कई बार एक ही व्यक्ति सामने वाले के ऊपर इमोशनल सपोर्ट (Emotional Support) के लिए पूरी तरह से निर्भर हो जाता है और अपने पार्टनर की कोई बात ना सुनके सिर्फ अपनी समस्याओं को ही शेयर करता रहता है। जिससे कई बार आप अपने साथी से बात करके थका हुआ महसूस करने लगते हैं और धीरे-धीरे अपने हेल्थ को खराब कर बैठते हैं।
इमोशनल नीड की रिस्पेक्ट ना करना
क्या आपको ऐसा लगता है कि जब आप अपनी भावनाओं को अपने पार्टनर के साथ शेयर करने का प्रयास करते हैं तो आपका पार्टनर आपकी भावनाओं को दरकिनार करके कमतर बता देता है? अगर आपका जवाब हां है तो यह उपेक्षापूर्ण व्यवहार आपकी इमोशनल नीड (Emotional Need) के प्रति सम्मान और सहानुभूति की कमी को दर्शाता है। जिसके कारण आप अपने पार्टनर से कोई भी बात शेयर करने से कतराने लगते हैं।
टूट सकते हैं रिश्ते
अगर आप भी काफी इमोशनल इंसान (Emotional Person) हैं और अपने पार्टनर को सुने बगैर उनसे अपनी सारी समस्याएं (Problems) शेयर कर देते हैं, तो आपको अपनी ये आदत जल्द ही बदलने की जरूरत है क्योंकि आपकी ये आदत आपके रिश्तों के लिए काफी हानिकारक हो सकती है। जिससे एक समय के बाद आपका रिश्ता टूट सकता है। इसलिए अपने रिश्ते को हेल्दी बनाने के लिए अपने पार्टनर की समस्याओं को भी सुनें और उन्हें सपोर्ट करें।
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