Tuesday, 8 April 2025

हैप्पीनेस इंडेक्स 2025: पाकिस्तान भारत से खुशहाल, चौंकाने वाली वजहें!

Happiness ranking:‘इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस’ के अवसर पर, संयुक्त राष्ट्र ने हैप्पीनेस इंडेक्स(Happiness ranking) 2025 जारी किया है, जिसमें दुनिया…

हैप्पीनेस इंडेक्स 2025: पाकिस्तान भारत से खुशहाल, चौंकाने वाली वजहें!

Happiness ranking:‘इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस’ के अवसर पर, संयुक्त राष्ट्र ने हैप्पीनेस इंडेक्स(Happiness ranking) 2025 जारी किया है, जिसमें दुनिया के 147 देशों की खुशहाली रैंकिंग को प्रस्तुत किया गया है। इस बार की सूची में सबसे खुशहाल देशों में फिनलैंड सबसे ऊपर है, जो पिछले आठ वर्षों से लगातार अपनी टॉप पोजीशन बनाए हुए है। दिलचस्प बात यह है कि भारत इस सूची में 118वें स्थान पर है, जबकि पाकिस्तान ने भारत से 9 पायदान ऊपर, 109वें स्थान पर अपनी जगह बनाई है। यह स्थिति चौंकाने वाली है, क्योंकि पाकिस्तान ने हाल ही में गंभीर आर्थिक संकट और राजनीतिक उठापटक का सामना किया है, इसके बावजूद वह भारत से अधिक खुशहाल नजर आता है।

क्या है पाकिस्तान की खुशहाली(Happiness ranking) का राज

पाकिस्तान की रैंकिंग को लेकर सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस देश में आर्थिक संकट, आतंकवादी घटनाएं, राजनीतिक अस्थिरता, और महंगाई के बावजूद कैसे पाकिस्तान के लोग भारत से ज्यादा खुश हैं? पाकिस्तान में इन समस्याओं के बावजूद, लोग अपने जीवन में संतुष्ट कैसे महसूस कर रहे हैं? इस बारे में कुछ खास बातें सामने आती हैं। पाकिस्तान में लोग आमतौर पर एक दूसरे के साथ मजबूत सामाजिक और पारिवारिक संबंधों में रहते हैं, जो उनकी मानसिकता और खुशहाली में अहम भूमिका निभाता है। इसके अलावा, पाकिस्तान की संस्कृति में बहुत सारे सामूहिक उत्सव, त्योहार, और पारंपरिक गतिविधियां शामिल हैं, जो लोगों को मानसिक संतुलन और खुशी प्रदान करती हैं।

खुशहाली के पैमाने: क्या भारत में कमी है?

बता दें कि हैप्पीनेस इंडेक्स(Happiness ranking) की रैंकिंग सिर्फ आर्थिक विकास पर आधारित नहीं होती, बल्कि इसमें जीवन की गुणवत्ता, सामाजिक जुड़ाव, व्यक्तिगत स्वतंत्रता, और स्वास्थ्य जैसे पहलुओं का भी महत्व है। यही वजह है कि पाकिस्तान और भारत जैसे देशों की खुशहाली की रैंकिंग(Happiness ranking) में अंतर हो सकता है, क्योंकि इस सर्वे में इन सभी मापदंडों को ध्यान में रखा जाता है। जहां तक भारत का सवाल है, यहां जनसंख्या का आकार एक अहम भूमिका निभाता है। भारत की जनसंख्या दुनिया में सबसे ज्यादा है, और इसका सर्वे सैंपल साइज पाकिस्तान की तुलना में बहुत बड़ा है, जिससे रैंकिंग में फर्क पड़ सकता है। इसके अलावा, भारत में राजनीतिक अस्थिरता, बेरोजगारी, और बढ़ती सामाजिक समस्याएं भी लोगों की खुशहाली पर असर डालती हैं।

दुनिया के सबसे दुखी देश(Happiness ranking)

हैप्पीनेस इंडेक्स(Happiness ranking) 2025 में उन देशों को भी जगह दी गई है जो खुशहाली के मामले में सबसे निचले पायदान पर हैं। इस सूची में अफगानिस्तान सबसे नीचे है, यानी यह दुनिया का सबसे दुखी देश माना गया है। इसके बाद सिएरा लिओन, लेबनान, मालावी और जिम्बाब्वे जैसे देश हैं जो जीवन की गुणवत्ता और खुशहाली के लिहाज से सबसे खराब स्थिति में हैं। ये देश विभिन्न प्रकार के संघर्षों, आर्थिक संकटों, और सुरक्षा समस्याओं से जूझ रहे हैं, जो वहां के लोगों की मानसिक स्थिति और खुशहाली को प्रभावित करते हैं।Happiness ranking:

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