Monday, 16 December 2024

मरने के बाद गंदी हरकत कर रहा है एआई, रहें सावधान

AI : ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का नाम आपने जरूर सुना होगा। जी हां हम उसी एआई की बात कर रहे…

मरने के बाद गंदी हरकत कर रहा है एआई, रहें सावधान

AI : ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का नाम आपने जरूर सुना होगा। जी हां हम उसी एआई की बात कर रहे हैं जिसे आधुनिक युग का चमत्कारिक आविष्कार बताकर प्रचारित किया जाता है। एआई फायदेमंद हैं या एआई दुनिया भर में मानवता के नाम पर बड़ा कलंक ? इस सवाल का आसान सा जवाब आपको इस खेल में मिल जाएगा। एआई के लाभ तथा हानि को समझने के लिए आपको इस लेख को पूरा पढऩा चाहिए।

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मुर्दा लोगों के साथ गंदी हरकत

हाल ही में प्रकाशित एक मीडिया रिपोर्ट की मानें तो एआई जिंदा लोगों की जिंदगी को तो खराब कर ही रहा है। अब एआई ने मरने के बाद मुर्दा लोगों के साथ गंदी हरकत करना भी शुरू कर दिया है। किसी प्रसिद्ध हस्ती के मरने के बाद एआई उस प्रसिद्ध व्यक्ति की जीवनी प्रभावित करने की हड़बड़ी में अर्थ का अनर्थ करने का काम कर रहा है। एआई की जो ताजा हरकतें प्रकाश में आई हैं। उनसे बहुत सावधान रहने की जरूरत है।

मरने पर लिखी घटिया जीवनी

अमेरिका से प्रकाशित होने वाले प्रसिद्ध समाचार-पत्र द न्यूयार्क टाइम्स (The New York Times) की ताजा रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले महीने द न्यूयॉर्क टाइम्स के पूर्व कार्यकारी संपादक जोसेफ लेलीवेल्ड के निधन के बाद उनके भाई माइकल लेलीवेल्ड यह देखने के लिए इंटरनेट खंगालने लगे कि उन्हें कैसे याद किया जा रहा है। लेलीवेल्ड की मृत्यु के तुरंत बाद के दिनों में उनके ऊपर अमेजन पर कम से कम आधा दर्जन जीवनियां प्रकाशित हुई। उनमें से कई उसी दिन खरीद के लिए उपलब्ध थी, जिस दिन उनकी मृत्यु हुई। उन्होंने बताया कि उन किताबों में उनके भाई को एक चेन स्मोकर बताया गया है, जिन्होंने काहिरा में अपने पत्रकारिता कौशल को निखारा और वियतनाम से रिपोटिंग की। हालांकि इनमें से कुछ भी सच नहीं है। माइकल कहते हैं कि ऐसे लेखक आपके दुख के सौदागर हैं, जिनका उद्देश्य ऐसे दुखद क्षण में भी सिर्फ पैसे कमाना है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के जरिया जल्दबाजी में घटिया तरीके से उन लोगों की जीवनियां तैयार की गई हैं, जिनका अभी-अभी निधन हुआ है। हाल ही में 1960 के दशक के प्रसिद्ध टेलीविजन शो स्मदर्स ब्रदर कॉमेडी ऑवर के टॉम स्मदर्स का एक अन्य मामला सामने आया। स्मदर्स की मृत्यु विगत 26 दिसंबर को हुई थी, और ठीक उसी दिन एक भद्दी और व्याकरण के लिहाज से गलत शीर्षक वाली नई किताब अमेजन पर उपलब्ध हुई। अमेजन ने इन पुस्तकों की बिक्री के बारे में सवालों के जवाब देने से इन्कार कर दिया, पर उनका प्रकाशन एक मजबूत व्यवसाय नहीं लगता है। उनमें से कुछ के पास ग्राहकों की कोई समीक्षा नहीं थी और जिनकी समीक्षा थी भी, उनमें किताब को बहुत खराब बताया गया था। जीपीटी जीरो के संस्थापक एडवर्ड तियान ने कहा, ‘संख्या के लिहाज से यह लगभग असंभव है कि इन्हें किसी मनुष्य ने लिखा हो। अमेजन की प्रवक्ता लिंडसे हैमिल्टन ने बताया कि, ‘सामग्री का मूल्यांकन करने के लिए हमारे पास सक्रिय और प्रतिक्रियाशील उपाय हैं और हमने दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने वाली कई पुस्तकें हटा दी हैं।’ अक्सर कोई भी प्रकाशन कंपनी सूचीबद्ध नहीं होती है और जिन लेखकों का नाम पुस्तक पर प्रकाशित होता है, वे काल्पनिक प्रतीत होते हैं या यहां तक कि मृत भी। लोरी एम. ग्रेफ को कई अन्य लोगों के अलावा टोबी कीथ और जोसेफ लेलीवेल्ड पर लिखित पुस्तकों का लेखक बताया गया था। पर गूगल खोज में सबसे ऊपर ‘लोरी एम ग्रेफ’ नाम की एक महिला पर श्रद्धांजलि आलेख है, जिसकी 2016 में मृत्यु हो गई थी।

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