Bihar News : आपने कई बार बिजली के भारी भरकम बिल चुकाए होंगे। बिजली का बिल हजारों में आना तो आम है लेकिन क्या हो जब बिजली बिल हजारों की बजाय लाखों में आए। हाल ही में सोशल मीडिया पर बिहार का एक मामला तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें बिहार के मुजफ्फरपुर में गरीबों के घरों का बिजली बिल इतना ज्यादा आया है जिसे देखकर उनका सिर चकरा गया।
इन दिनों हर तरफ मुजफ्फरपुर में बिजली विभाग अपने कारनामे के चलते खूब चर्चाओं में हैं। बिजली विभाग का चर्चा में रहने का कारण है सैलून, चाय की दुकान, मजदूर के घरों के भारी भरकम बिजली बिलों का आना। बताया जा रहा है कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिजली बिल लाखों में आ रहे है। जिससे परेशान होकर लोग बिजली विभाग के दफ्तरों में चक्कर काट-काटकर परेशान हैं लेकिन अधिकारी उनकी बातों को सुनने के लिए राजी नहीं हैं। शहर में लगे बिजली के स्मार्ट मीटर लोगों के लिए सिरदर्द साबित होता नजर आ रहा है। किसी को एक महीने का बिल 27 लाख तो किसी को 52 लाख रुपये का बिल भेजा जा रहा है। लाखों का बकाया बिल देख उपभोक्ता हैरान-परेशान हो गए हैं। बिल जमा न होने के चलते उपभोक्ताओं की बिजली काट दी गई है।
स्मार्ट मीटर दे रहा तगड़ा बिल
Electricity Bill in Muzaffarpur: हाल ही में जो खबर तेजी से वायरल हो रही है वो बिहार के मुजफ्फरपुर की बताई जा रही है। जहां पर स्मार्ट मीटर लगने के बाद सैलून की दुकान का बिल 27 लाख 10 हजार 618 रुपये आया है। सैलून संचालक विनय कुमार ने बताया कि दुकान में एक पंखा व चार बल्ब चलते हैं। पहले हर महीने 200 से 500 रुपये का बिजली बिल आता था। एक महीना पहले विभाग द्वारा स्मार्ट मीटर लगवाया गया और रिचार्ज करने के 10 दिन बाद ही लाइट कट गई। बिल चेक किए तो 27 लाख का था। इतना तगड़ा बिजली बिल देख वह घबरा गया और इसकी शिकायत लेकर विभाग में जा पहुंचा लेकिन किसी तरह की कोई सुनवाई नहीं हुई। बिजली कटने से उसे जिल्लतों का सामना करना पड़ रहा है, इससे आर्थिक समस्या भी हो रही है क्योंकि सैलून चलाकर वह पूरे परिवार का खर्च चलाता है।
चाय की दुकान में आया लाखों का बिल
इसके अलावा बसघट्टा पंचायत के बरेठा निवासी कामेश्वर शाह एक झोपड़पट्टी के अंदर चाय की दुकान चलाते हैं। झोपड़ी में दुकान खोलकर वह किसी तरह परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं। बिजली विभाग ने उनका 36 लाख 92 हजार 329 रुपए का बिजली बिल भेज दिया है। जिसे देखकर कामेश्वर शाह ने माथा पीट लिया। कामेश्वर का कहना है कि रिचार्ज करने के बाद भी माइनस में बिल दिखाने पर उनकी बिजली चालू नहीं हुई। उन्होंने ऑनलाइन चेक किया और देखा तो बकाया बिल की इतनी बड़ी रकम देखकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। मजबूर चाय के दुकानदार का कहना है कि इतना बड़ा बिल देखकर वह मानसिक रूप से तनाव में है। बिजली सुधार के लिए कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं, लेकिन अब तक सुधार नहीं हो पाया है। उनकी झोपड़ी के घर में दो बल्ब और एक पंखा है। समय-समय पर बिजली का भुगतान कर देने के बाद भी भारी भरकम बिजली बिल जेनरेट कर दिया गया जिसके चलते काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
अधिकारियों ने क्या कहा?
इस पूरे मामले में जेई एसके ठाकुर का कहना है कि, स्मार्ट मीटर लगाते समय पुराने मीटर की रीडिंग को फिट कर दिया जा रहा है। स्मार्ट मीटर उदयपुर की कंपनी लगा रही है। गलत बिल की सूचना मिली है। यह टेक्निकल फॉल्ट है, जिसमें सुधार किया जा रहा है। प्रभारी विद्युत कार्यपालक अभियंता पूर्वी किशोर कुमार ने बताया कि बिजली बिल पूरी तरह गलत है। तकनीकी गड़बड़ी के कारण बिल गलत हो गया है। बिल सुधार कर दिया जाएगा।
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