Elon Musk Will Meet Modi : टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के भारत दौरे को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट आ रही हैं कि इस महीने अंत तक वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने भारत आ रहे है । मस्क की भारत यात्रा टेस्ला की निवेश योजनाओं के लिये होगी।
मस्क हैं इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी टेस्ला के फाउंडर:
इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी टेस्ला (Tesla) के फाउंडर एलन मस्क ने ट्वीट कर बताया की वे भारत आकर वे पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे। दुनिया के सबसे अमीर आदमियों मे से एक एलन मस्क भारत मे टेस्ला का सपना पूरा करने के लिये राह देख रहे हैं । भारत सरकार ने कुछ दिन पहले ही इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर नई नीति बनाई थी। मस्क का कहना है कि ये यात्रा उनके लिये बहुत महत्वपूर्ण होगी क्योंकि इस यात्रा के दौरान वे भारत मे टेस्ला की कंपनी की स्थापना को लेकर एक बड़े निवेश का एलान कर सकतें हैं ।
मस्क पहले भी मिल चुके हैं पीएम मोदी से:
Elon Musk Will Meet Modi
इससे पहले मस्क की मुलाकात पीएम मोदी से दो बार हो चुकी हैं । बीते साल जून में पीएम मोदी के अमेरिका दौरे के दौरान मस्क ने उनसे मुलाकात की थी। लेकिन एलन मस्क का पीएम मोदी से भारत में मुलाकात का दौरा पहली बार होगा। मस्क की इस भारत यात्रा का कारण अभी साफ नही हुआ है इसको लेकर लोग कई अटकले लगा रहें हैं । खबरो के मुताबिक वे यात्रा के दौरान टेस्ला कार कंपनी लगाने को लेकर एलान कर सकते हैं । हालांकि इंडियन मार्केट में टेस्ला के इलेक्ट्रिक व्हीकल को उतारने की योजना पर पहले ही काम शुरू हो चुका है। अन्य जानकारी के मुताबिक टेस्ला और रिलायंस इंडस्ट्री के बीच ईवी प्लांट के ज्वाइंट वेंचर के लिए बातचीत हो रही है। भारत मे कुछ राज्य कंपनी के लिये प्राथमिकता पर है महाराष्ट्र, गुजरात और तमिलनाडु जैसे राज्य है । टेस्ला को भारत में 2 से 3 बिलियन अमरीकी डालर का निवेश करने की उम्मीद है। कार प्लांट के अलावा कंपनी बैटरी बनाने की गीगाफैक्ट्री भी लगाएगी।
राइट हैंड ड्राईवर्स के लिये भी नई कार:
जर्मनी मे टेस्ला कारो के प्रोडक्शन को लेकर खबर सामनेआयी हैं की ये कारे इण्डियन ड्राईवर्स को ध्यान मे रख कर बनायी गई हैं । जर्मनी में राइट-हैंड ड्राइवर्स के लिए कारों का प्रोडक्शन शुरू कर दिया है। साल के अंत तक जर्मनी से भारत मँगा सकते हैं । खबरों के अनुसार अप्रैल के तीसरे हफ्ते में टेस्ला की एक टीम भारत दौरे पर आ सकती है, जो कि भारत में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने को लेकर जगह निश्चीत करने वाली है।
भारत सरकर की पॉलसी के अनुसार:
सरकार भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ाना चाहती है। सरकार की पॉलसी के मुताबिक जो ऑटोमोबाइल कंपनियां भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स लाना चाहती हैं, उन्हें भारत में कम-से-कम 4150 करोड़ यानी 500 मिलियन डॉलर खर्च करना होगा।