अरुणाचल अरुणाचल प्रदेश में बोमडिला के पश्चिम में मांडला के पास सुबह सेना का एक चीता हेलीकाप्टर दुर्घटनाग्रस्त (Helicopter Crash) हो गया था। आस-पास के इलाकों से मिली खबर एवं सम्पर्क के टूट जाने से सेना घटनास्थल पर पहुंची। किंतु शाम को सेना के द्वारा दोनों ही पायलट की मृत्यु की पुष्टि कर दी गयी।
Helicopter Crash
प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार सेना ने बताया कि सुबह 9:15 बजे हेलीकाप्टर का ATC ( यातायात नियंत्रण) से सम्पर्क टूट गया था जिसके बाद घटनास्थल पर पहुँच कर सेना के लोगों ने दोनों पायलट की तलाश शुरू की। पर इलाका काफी घना होने के कारण एवं मात्र 5 मीटर की विजिबिलिटी होने की वजह से उन्हें ढूंढने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। शाम होते ही सूचना की तरफ से बताया गया कि दोनों पायलट शहीद हो चुके हैं।
कई दलों ने चलाया रेस्क्यू अभियान
अरुणाचल प्रदेश में हुई घटना (Helicopter Crash) के बाद न केवल भारतीय सेना के लोग बल्कि एसएसबी और आईटीबीपी के पांच दल भी सर्च एवं बचाव कार्य में जुट गए। देर शाम तक जारी रहे इस रेस्क्यू कार्य के अंत में भारतीय सेना ने मंडला के पूर्व में बंगलाजाप गांव के पास से दुर्घटनाग्रस्त हेलीकाप्टर का मलबा प्राप्त किया और सूचना दी कि, हादसे में हेलिकॉप्टर के पायलट लेफ्टिनेंट कर्नल वीवीबी रेड्डी और को-पायलट मेजर जयनाथ ए की मृत्यु हो गयी है। यह भी कहा गया कि हादसे (Helicopter Crash) के मुख्य कारण को जानने के लिए जांच के निर्देश भी दिए जाएंगे।
पहले भी क्रैश हो चुके हैं चीता हेलीकाप्टर
चीता हेलीकाप्टर की गिनती भारतीय सेना के हल्के हेलीकाप्टर्स में की जाती है और इसके साथ ही इनमें वेदर रडार सिस्टम भी नहीं पाया जाता। मुख्यतः यही कारण है कि चीता हेलीकाप्टर्स ज्यादातर हादसे या खराब मौसम का शिकार बन जाते हैं। इससे पहले जम्मू कश्मीर में भी एक चीता हेलीकाप्टर क्रैश हुआ था जिसमें दो पायलट में से एक की मौत हो गयी थी व अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे।