Priyanka Gandhi : कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा अब चुनावी मैदान में उतरने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में वह कांग्रेस की उम्मीदवार होंगी। चुनाव आयोग ने इस सीट पर उपचुनाव की घोषणा कर दी है। ऐसे में अगर प्रियंका गांधी अगर यह चुनाव जीत जाती हैं तो यह उनका संसद में पहला कदम होगा। साथ ही यह पहली बार होगा जब तीनों गांधी परिवार के सदस्य- सोनिया, राहुल और प्रियंका – एक साथ संसद में होंगे।
कांग्रेस ने किया उम्मीदवारी का ऐलान
चुनाव आयोग ने वायनाड लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया है। बता दें कि 13 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। वहीं केरल की दो विधानसभा सीटों पलक्कड़ और चेलक्करा विधानसभा सीट के लिए भी 13 नवंबर को उपचुनाव कराया जाएगा। चुनाव आयोग के ऐलान के बाद कांग्रेस ने मंगलवार देर शाम इन सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान किया। वायनाड सीट से राहुल गांधी की बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पार्टी की उम्मीदवार होंगी। वहीं पलक्कड़ से राहुल मम्कुटथिल और चेलक्करा विधानसभा सीट से राम्या हरिदास को उम्मीदवार बनाया गया है।
वायनाड से जीत चुके हैं राहुल गांधी
बता दें कि ये वही सीट है जहां से प्रियंका गांधी के बड़े भाई राहुल गांधी लगातार दो बार चुनाव जीत चुके हैं। प्रियंका गांधी पहले उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की प्रभारी थीं। इस साल की शुरुआत में हुए लोकसभा चुनावों में प्रियंका गांधी ने पार्टी के लिए रणनीतिकार और स्टार प्रचारक की भूमिका निभाई। उनके नेतृत्व में कांग्रेस ने कुछ राज्यों और लोकसभा चुनावों में अच्छा प्रदर्शन किया। Priyanka Gandhi
प्रियंका गांधी ने क्या कहा?
वायनाड उपचुनाव के लिए अपना नाम घोषित होने के बाद प्रियंका गांधी ने कहा था कि मैं बिल्कुल भी नर्वस नहीं हूं। मुझे वायनाड का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलने पर बहुत खुशी है। मैं बस इतना कहूंगी कि मैं राहुल गांधी की कमी महसूस नहीं होने दूंगी। मैं कड़ी मेहनत करूंगी और सभी को खुश करने और एक अच्छी प्रतिनिधि बनने की पूरी कोशिश करूंगी। उन्होंने कहा था कि रायबरेली के साथ मेरा अच्छा रिश्ता है क्योंकि मैंने वहाँ 20 साल तक काम किया है और वह रिश्ता कभी नहीं टूटेगा। उन्होंने यह भी कहा था कि वह और उनके भाई दोनों ही निर्वाचन क्षेत्रों में मिलकर काम करेंगे।
प्रियंका गांधी का राजनीति सफर
सक्रिय राजनीति में आने के बाद जनवरी 2019 में प्रियंका गांधी को महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश का कांग्रेस महासचिव नियुक्त किया गया था। बाद में उन्हें पूरे राज्य का प्रभार सौंप दिया गया। हालांकि 2019 के लोकसभा चुनावों में उनकी पार्टी का प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा, लेकिन उन्होंने जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करने के अपने प्रयासों को जारी रखा। दिसंबर 2023 में प्रियंका गांधी को कांग्रेस महासचिव बनाया गया। वह पार्टी की प्रमुख रणनीतिकार और बाद में 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए स्टार प्रचारक के रूप में उभरीं। उन्होंने संगठन को मजबूत करने में भी मदद की और हिमाचल प्रदेश में पार्टी के अभियान का नेतृत्व किया, जहां कांग्रेस ने बीजेपी से सत्ता छीन ली। उनके अभियान ने आम चुनाव में कांग्रेस को मदद की, जिसमें पार्टी को 2019 के 52 सीटों की तुलना में 99 सीटें मिलीं। Priyanka Gandhi
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