Jaipur : जयपुर (एजेंसी)। देश के दिग्गज गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला का लंबी बीमारी के बाद जयपुर के एक अस्पताल में निधन हो गया है। उनके पुत्र विजय बैंसला ने ये सूचना दी है। गुर्जर नेता बैंसला के निधन पर लोग ट्विटर पर उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। देश भर के गुर्जर समाज में उनके निधन से शोक की लहर व्याप्त है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलौत, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला सहित तमाम वरिष्ठ नेताओं ने श्री बैसला के निधन पर शोक जताया है। अजमेर से भाजपा सांसद भगीरथ चौधरी ने अपने एक ट्वीट में कर्नल किरोड़ी सिंह जी बैंसला के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा है कि समाज को बेहतर बनाने और समाज को संगठित करने में आपका योगदान अविस्मरणीय रहेगा। भगवान दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान प्रदान करें और परिजनों को यह दु:ख सहने की शक्ति प्रदान करें।
बैंसला ने गुर्जर आंदोलन को दी थी नई ऊंचाई
गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला बैंसला बीते कई दिनों से बीमार चल रहे थे। उन्होंने अपनी बीमारी के चलते कुछ दिन पहले ही अपने बेटे विजय बैंसला को गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति की कमान सौंपी थी। बता दें कि किरोड़ी सिंह बैंसला सेना में कर्नल थे। सेवानिवृत्त के बाद उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया और गुर्जर आंदोलन को एक नई धार और पहचान दी।
गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के प्रमुख भी रहे बैंसला
गौरतलब है कि किरोड़ी सिंह बैंसला राजस्थान में गुर्जर आंदोलन के काफी बड़ा चेहरा थे। हालांकि, बाद में उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। 2007 के दौरान राजस्थान में गुर्जरों को आरक्षण दिलाने के लिए उनके नेतृत्व में बड़ा आंदोलन किया गया। इसके अलावा बैंसला गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के प्रमुख भी थे।
मेरे लिए ये व्यक्तिगत क्षति: वसुंधरा राजे
पूर्व मुख्मंत्री वसुंधरा राजे ने भी कर्नल बैंसला के निधन पर शोक व्यक्त किया है। राजे ने कहा कि गुर्जर नेता, कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला जी के निधन का समाचार सुन अत्यंत दु:ख हुआ। उन्होंने आजीवन समाज की भावनाओं को आवाज दी। उनका निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। मैं ईश्वर से दिवंगत आत्मा को श्रीचरणों में स्थान देने और परिजनों को धैर्य प्रदान करने की कामना करती हूं।
उनका योगदान अविस्मरणीय: गहलोत
जयपुर (एजेंसी)। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बैंसला जी के निधन का समाचार बेहद दुखद है। एमबीसी वर्ग को आज आरक्षण मिल पाया तो अगर किसी एक व्यक्ति को श्रेय जाता है तो वह कर्नल बैसला ही हैं।
सीएम गहलोत ने कहा कि सेना में रहते हुए देशसेवा और गुर्जर समाज के लिए उनका योगदान अविस्मरणीय रहेगा। समाज के मुद्दों को लेकर अनेक बार उनसे चर्चा होती रही। मेरे प्रति उनका स्नेह हमेशा बना रहा। इस कठिन समय में मेरी गहरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों और स्व. श्री बैंसला के सहयोगियों के साथ है। ईश्वर उन्हें यह आघात सहने की शक्ति दें और दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें।
सिपाही से कर्नल तक का सफर
कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला का जन्म राजस्थान के करौली जिले के मुंडिया गांव में हुआ था। वह गुर्जर समुदाय से ताल्लुक रखते थे और उन्होंने अपने करियर की शुरुआत बतौर शिक्षक की थी। उनके पिता फौज में थे, जिसके चलते वह भी सेना में भर्ती हो गए और राजपूताना राइफल्स के सिपाही बन गए। उन्होंने 1962 के दौरान भारत-चीन और 1965 के वक्त भारत-पाकिस्तान युद्ध में बहादुरी दिखाई। बैंसला को उनके वरिष्ठ ‘जिब्राल्टर का चट्टान’ और उनके जूनियर साथी ‘इंडियन रैंबो’ कहकर बुलाते थे। सिपाही से सेना में अपना सफर शुरू करने वाले बैंसला कर्नल रैंक तक पहुंचे थे।
मेरी गहरी संवेदना: जयंत चौधरी
राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यध जयंत चौधरी ने ट्वीट करते हुए कहा कि कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला जी के निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। उनके परिवार के साथ मेरी गहरी संवेदना है।
हम सबके लिए अपूर्णीय क्षति: जोगेन्द्र सिंह
राजस्थान के भरतपुर की नदबई विधानसभा क्षेत्र से विधायक व अध्यक्ष, देवनारायण बोर्ड (राजस्थान सरकार) जोगेन्द्र सिंह अवाना ने भी कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला जी के निधन पर दु:ख व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि अभी-अभी गुर्जर गांधी कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला जी के निधन होने की दु:खद सूचना प्राप्त हुई। निश्चित ही हम सभी के लिए यह एक अपूर्णीय क्षति है। ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे और शोकसंतप्त परिवारजनों को दु:ख सहने की शक्ति प्रदान करें।