Rohini Acharya In Saran : रोहिणी आचार्य ने बिहार की सारण लोकसभा सीट पर अपना प्रचार अभियान शुरू कर दिया है । रोहिणी आचार्य सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी हैं। वे पेशे से चिकित्सक हैं। रोहिणी आचार्य 2022 में तब चर्चा मे आई थी जब उन्होंने अपने पिता लालू यादव को एक किडनी देकर नया जीवन दिया था । एक बार फिर रोहिणी आचार्य की चर्चा जोर शोर से शुरू हो गई है। राजद के रणनीतिकारों ने भाजपा के सीटिंग सांसद और पूर्व मंत्री राजीव प्रताप रूडी के विरुद्ध रोहिणी आचार्य को उतारा है। लोकसभा चुनाव में रोहिणी आचार्य का मुकाबला उस भाजपा नेता से होना है, जिन्होंने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और पूर्व सीएम राबड़ी देवी को भी पराजित किया है। 2009 में सारण लोकसभा अस्तित्व में आया। पहला चुनाव लालू प्रसाद ने जीता। दूसरा और तीसरा यानी वर्ष 2014 और 2019 राजीव प्रताप रूडी ने जीता।
लालू प्रसाद और राबड़ी देवी को हरा चुके हैं राजीव प्रताप रूडी
रोहिणी आचार्य ने सारण से चुनाव अभियान शुरू कर दिया है , बीजेपी ने उन्हें ‘सिंगापुरी बहू’ बताया है । रोहिणी आचार्य ने मंगलवार को सारण में अपने राजनीतिक अभियान की शुरुआत की, जिसका लक्ष्य मौजूदा सांसद राजीव प्रताप रूडी को चुनौती देना था, भाजपा की आलोचना के बीच, जिसने उन्हें सिंगापुर की बहू कहा जा रहा है ।
बीजेपी ने बताया ‘सिंगापुरी बहू’ Rohini Acharya In Saran
सोनपुर के पहलेजा घाट पर पहुंची आचार्या का सारण में कदम रखते ही बड़ी संख्या में पार्टी समर्थकों ने स्वागत किया। उन्होने कहा “मैं सारण के लोगों से मिल रहे प्यार और आशीर्वाद से अभिभूत हूं। जिस तरह से यहां के मतदाता मेरे साथ जुड़ रहे हैं वह अविश्वसनीय है। यह ऐसा है जैसे एक बेटी अपने घर आई है। मैं खुद को धन्य महसूस कर रही हूं। उन्होंने कहा, ”कर्मभूमि मेरे पिता की है और अब यह मेरी होने जा रही है।’
पति के साथ सिंगापुर में रहती है Rohini Acharya
इस बीच, भाजपा ने रोहिणी के चुनाव अभियान पर तीखा हमला बोला, बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि रोहिणी सिंगापुर की ‘बहू’ है और अब वह बिहार की बेटी नहीं है। उन्होंने आगे कहा, “वह सिंगापुर में लोगों की सेवा कर रही हैं और उन्हें वहां वोट मांगना चाहिए। बिहार के लोग तय करेंगे कि किसके साथ जाना है – जो बिहार के लिए प्रतिबद्ध है या जो सिंगापुर में काम करेगा।”Rohini Acharya In Saran