Thursday, 2 May 2024

किसानों पर अब नहीं गिरेगी बिजली

हर साल आकाशीय बिजली गिरने से भारत में लगभग 2700 लोगों की मृत्यु हो जाती है और इनमें सबसे ज्यादा…

किसानों पर अब नहीं गिरेगी बिजली

हर साल आकाशीय बिजली गिरने से भारत में लगभग 2700 लोगों की मृत्यु हो जाती है और इनमें सबसे ज्यादा संख्या किसानों की होती है। अकाशीय बिजली गिरने से होने वाली मौत और नुकसान को कम करने के लिए अब कृषि विज्ञान ने एक नया रास्ता निकाल लिया है और यह सम्भव होगा केवल दामिनी और मेघदूत के साथ। आइये जानते हैं क्या हैं दामिनी और मेघदूत और ये कैसे किसानों को बिजली गिरने से बचाएंगे?…

इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ ट्रॉपीकल मेट्रोलॉजी पुणे ने दामिनी नामक एप डिज़ाइन किया है और भारतीय मौसम विज्ञान विभाग, भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान एवं भारती कृषि अनुसंधान परिषद ने मिलकर मेघदूत नामक एप्लीकेशन डिज़ाइन किया है। ये दोनों ही एप्लीकेशन मानसून के दौरान आकाशीय बिजली से किसानों व अन्य लोगों की रक्षा करेंगें।

किस तरह से काम करते हैं ये दोनों एप?

सबसे पहले दामिनी एप के बारे में बात करें तो यह किसी व्यक्ति के रजिस्ट्रेशन करने के तुरंत बाद से ही उपयोगकर्ता की लोकेशन को दर्ज करता है और उस क्षेत्र के 10 किमी के दायरे के अंदर अकाशीय बिजली गिरने की जानकारी को मैसेज या ऑडियो सन्देश के द्वारा उपयोगकर्ता तक पहुँचाता है। जिससे किसान समय रहते ही किसी सुरक्षित स्थान पर पहुँच कर अपनी जान बचा सकते हैं।

वहीं अगर मेघदूत एप की बात की जाए तो यह हर मंगलवार और शुक्रवार को फसल के बारे में सही सलाह देता है और मौसम की भी जानकारी प्रदान करते हैं। इस एप के द्वारा पिछले और आगे के पांच दिनों की मौसम की स्थिति जैसे आद्रता, बारिश, हवा की गति और तापमान आदि की जानकारी भी मिलती है। तो इस प्रकार से मेघदूत एप भी किसानों को अकाशीय बिजली के प्रकोप से बचा सकता है।

पूरी तरह से मुफ्त हैं दोनों एप

भारत सरकार के द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार ये दोनों ही एप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध हैं जहाँ से कोई भी व्यक्ति इन्हें मुफ्त में डाउनलोड कर सकता है और सुविधा का लाभ उठा सकता है। इन दोनों ही एप पर किसानों के लिए हिंदी, इंग्लिश और अन्य स्थानीय भाषाओं में जानकारी उपलब्ध करायी जाएगी।

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