Farmers Protest : जल्दी ही फिर दिल्ली को घेरेंगे : राकेश टिकैत




Navjot Sidhu : पंजाब के पटियाल में पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Sidhu) गुरुवार को एक ओर जहां महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन कर अपनी बात जनता के सामने रख रहे थे, वहीं दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें झटका देेते हुए एक साल की सजा सुनाई है। यह सजा 34 साल पुराने रोड रेज मामले में सुनाई गई है। जेल में रहते हुए सिद्धू को श्रम भी करना होगा। उन्हें जल्द सरेंडर करना होगा, वर्ना पंजाब पुलिस अरेस्ट करेगी।
आपको बता बता दें कि इस बीच 1988 के रोड रेज मामले में नवजोत सिंह सिद्धू को 1,000 रुपये के जुर्माने से मुक्त करने के अपने आदेश की समीक्षा की मांग करने वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ गया है। इसमें सिंह सिद्धू को झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने पुराना आदेश बदलकर उन्हें 1 साल कैद की सजा सुनाई है।
क्रिकेटर से नेता बने सिद्धू को हत्या के आरोपों से बरी कर दिया गया था, क्योंकि मृतक को स्वेच्छा से चोट पहुंचाने का दोषी ठहराया गया था। सुप्रीम कोर्ट 12 सितंबर, 2018 को मामले में सिद्धू पर 1,000 रुपये का जुर्माना लगाने के अपने 15 मई, 2018 के आदेश की समीक्षा की मांग करने वाली याचिका पर विचार करने के लिए सहमत हुआ था।
सिद्धू और उनके दोस्त रूपिंदर सिंह संधू पर शुरू में हत्या का मुकदमा चलाया गया था, हालांकि, पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने फैसले को उलट दिया था। बता दें कि इस मामले में पिटाई के बाद बुजुर्ग की मौत हो गई थी। सिद्धू अगर अब सरेंडर नहीं करेंगे, तो उन्हें अरेस्ट किया जाएगा।
आपको बता दें कि सिद्धू आज पटियाला की सड़कों पर महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने उन्हें झटका दिया है।
Navjot Sidhu : पंजाब के पटियाल में पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Sidhu) गुरुवार को एक ओर जहां महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन कर अपनी बात जनता के सामने रख रहे थे, वहीं दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें झटका देेते हुए एक साल की सजा सुनाई है। यह सजा 34 साल पुराने रोड रेज मामले में सुनाई गई है। जेल में रहते हुए सिद्धू को श्रम भी करना होगा। उन्हें जल्द सरेंडर करना होगा, वर्ना पंजाब पुलिस अरेस्ट करेगी।
आपको बता बता दें कि इस बीच 1988 के रोड रेज मामले में नवजोत सिंह सिद्धू को 1,000 रुपये के जुर्माने से मुक्त करने के अपने आदेश की समीक्षा की मांग करने वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ गया है। इसमें सिंह सिद्धू को झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने पुराना आदेश बदलकर उन्हें 1 साल कैद की सजा सुनाई है।
क्रिकेटर से नेता बने सिद्धू को हत्या के आरोपों से बरी कर दिया गया था, क्योंकि मृतक को स्वेच्छा से चोट पहुंचाने का दोषी ठहराया गया था। सुप्रीम कोर्ट 12 सितंबर, 2018 को मामले में सिद्धू पर 1,000 रुपये का जुर्माना लगाने के अपने 15 मई, 2018 के आदेश की समीक्षा की मांग करने वाली याचिका पर विचार करने के लिए सहमत हुआ था।
सिद्धू और उनके दोस्त रूपिंदर सिंह संधू पर शुरू में हत्या का मुकदमा चलाया गया था, हालांकि, पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने फैसले को उलट दिया था। बता दें कि इस मामले में पिटाई के बाद बुजुर्ग की मौत हो गई थी। सिद्धू अगर अब सरेंडर नहीं करेंगे, तो उन्हें अरेस्ट किया जाएगा।
आपको बता दें कि सिद्धू आज पटियाला की सड़कों पर महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने उन्हें झटका दिया है।

आम आदमी पार्टी ने भी नहीं पूरे किए वायदे
राकेश टिकैत ने कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी ने चुनाव से पहले जो किसानों से वादे किए थे, उन्हें पूरा नहीं कर रही है। किसानों के मुताबिक उन्होंने गेहूं की फसल पर प्रति क्विंटल 500 रुपये का बोनस मांगा था, उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी इस पर सहमति जताई थी लेकिन इसको लेकर अब तक कोई नोटिफिकेशन नहीं जारी किया गया है। राष्टï्रीय अधिवेशन में एक किसान ने कहा कि हमारी मांग है कि बासमती, मूंग की एमएसपी का नोटिफिकेशन जारी किया जाए। यही नहीं इसके अलावा बिजली के फ्रीपेड मीटर नहीं लगने चाहिए। मंच से टिकैत ने भरोसा दिलाते हुए कहा कि भारतीय किसान यूनियन हमेशा किसानों के साथ हर मोर्चे पर खड़ी रहेगी और किसानों के लिए हर तरह की लड़ाई लड़ी जाऐगी।
इस अवसर पर भारतीय किसान यूनियन के हरियाणा प्रदेशाध्यक्ष रतनमान ने कहा कि आज के समय में प्रत्येक किसान सरकार की नीतियों का खमियाजा भुगत रहा है, जो किसानों को कर्जमुक्त करेगा, वही देश पर राज करेगा, उन्होने कहा कि मौजूदा हालातों में 36 बिरादरी पर कर्ज का कलेश है, कर्जमुक्त करने की सरकार को पहल करनी चाहिए। रतनमान ने बताया कि भारतीय किसाान यूनियन की प्रदेश की कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया है, नई कार्यकारिणी का गठन एक माह के भीतर कर दिया जाएगा, जिसमें विभिन्न किसान संगठनों के साथ-साथ जिन लोगों ने दिल्ली आंदोलन में सहयोग किया, उन लोगों को भी शामिल किया जाऐगा, इस गठन के लिए एक 12 सदस्यीय कमेटी का गठन किया जाऐगा, जो हरियाणा के प्रत्येक जिले में पहुंचकर विचार-विर्मश करेगी।
गांव सौंकड़ा में आयोजित राष्ट्रीय अधिवेशन में भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष रतनमान, प्रदेश महासचिव भूपेंद्र सिंह लाडी के अलावा, भाकियू सरंक्षक जोगिंद्र सिंह झिंडा, खंड प्रधान नरवेर सिंह रत्तक, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ प्रधान सराजूद्दीन, उपप्रधान गुलजार सिंह अच्छनपुर, युवा अध्यक्ष वचितर सिंह, शहरी प्रधान मगर सिंह, उपप्रधान संदीप सिंह ठरी, किसान नेता रणजीत सिंह जलमाना, हरविंद्र सिंह लाड़ी, मलकीत सिंह रत्तक, अमरजीत सिंह बसी, कशमीर सिंह दनौली, सतनाम सिंह चड्ढा , परमजीत सिंह असंध, किसान नेता फते सिंह झिंडा सहित कई किसान मौजूद रहे।
आम आदमी पार्टी ने भी नहीं पूरे किए वायदे
राकेश टिकैत ने कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी ने चुनाव से पहले जो किसानों से वादे किए थे, उन्हें पूरा नहीं कर रही है। किसानों के मुताबिक उन्होंने गेहूं की फसल पर प्रति क्विंटल 500 रुपये का बोनस मांगा था, उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी इस पर सहमति जताई थी लेकिन इसको लेकर अब तक कोई नोटिफिकेशन नहीं जारी किया गया है। राष्टï्रीय अधिवेशन में एक किसान ने कहा कि हमारी मांग है कि बासमती, मूंग की एमएसपी का नोटिफिकेशन जारी किया जाए। यही नहीं इसके अलावा बिजली के फ्रीपेड मीटर नहीं लगने चाहिए। मंच से टिकैत ने भरोसा दिलाते हुए कहा कि भारतीय किसान यूनियन हमेशा किसानों के साथ हर मोर्चे पर खड़ी रहेगी और किसानों के लिए हर तरह की लड़ाई लड़ी जाऐगी।
इस अवसर पर भारतीय किसान यूनियन के हरियाणा प्रदेशाध्यक्ष रतनमान ने कहा कि आज के समय में प्रत्येक किसान सरकार की नीतियों का खमियाजा भुगत रहा है, जो किसानों को कर्जमुक्त करेगा, वही देश पर राज करेगा, उन्होने कहा कि मौजूदा हालातों में 36 बिरादरी पर कर्ज का कलेश है, कर्जमुक्त करने की सरकार को पहल करनी चाहिए। रतनमान ने बताया कि भारतीय किसाान यूनियन की प्रदेश की कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया है, नई कार्यकारिणी का गठन एक माह के भीतर कर दिया जाएगा, जिसमें विभिन्न किसान संगठनों के साथ-साथ जिन लोगों ने दिल्ली आंदोलन में सहयोग किया, उन लोगों को भी शामिल किया जाऐगा, इस गठन के लिए एक 12 सदस्यीय कमेटी का गठन किया जाऐगा, जो हरियाणा के प्रत्येक जिले में पहुंचकर विचार-विर्मश करेगी।
गांव सौंकड़ा में आयोजित राष्ट्रीय अधिवेशन में भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष रतनमान, प्रदेश महासचिव भूपेंद्र सिंह लाडी के अलावा, भाकियू सरंक्षक जोगिंद्र सिंह झिंडा, खंड प्रधान नरवेर सिंह रत्तक, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ प्रधान सराजूद्दीन, उपप्रधान गुलजार सिंह अच्छनपुर, युवा अध्यक्ष वचितर सिंह, शहरी प्रधान मगर सिंह, उपप्रधान संदीप सिंह ठरी, किसान नेता रणजीत सिंह जलमाना, हरविंद्र सिंह लाड़ी, मलकीत सिंह रत्तक, अमरजीत सिंह बसी, कशमीर सिंह दनौली, सतनाम सिंह चड्ढा , परमजीत सिंह असंध, किसान नेता फते सिंह झिंडा सहित कई किसान मौजूद रहे।