रसगुल्ला कैसे बना : पुर्तगालियो ने बंगालियो को दूध से छेना बनाना सिखाया,शास्त्रों मे नहीं थी दूध फाड़ने की इजाजत

Rasgulla
Bengali Rasgulla
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 01:10 AM
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Bengali Rasgulla :  भारत के व्यंजन देश क्या विदेशों मे भी मशहूर है,और मिठाइयों के तो कहने ही क्या। रसगुल्ले का नाम सुनते ही मुहं में पानी आना लाज़मी है । बंगाल के लोग रसगुल्ले को अपना बताते है तो उड़ीसा के लोगो का कहना है की इसकी शुरुआत उनके यहाँ से हुई थी। सबसे पहले वास्तव मे रसगुल्ला कहा ईजाद हुआ चलिये जानते है ।

रसगुल्ला बंगाल का है या उड़ीसा का:

बात मीठे की हो और बंगाल का नाम ना आये ऐसा हो ही नही सकता। शादी पार्टी,हो या कोई खुशखबरी हो जब मुहँ  मीठा करने की बात होती है तो बंगाल के रसगुल्ले की बात जरुर होती है । छेना या संदेश की बात हो तो सभी जानते है की ये मिठाइयाँ बंगाल की हैं । लेकिन कुछ साल पहले ओडिशा का कहना है कि ये सबसे पहले "पाहला" मे बना। जो की भुवनेश्वर के पास छोटा सा शहर है, जो डेयरी सेंटर के नाम से जाना जाता है । आखिरकार ये लडाई 2017 मे समाप्त हुई जब कानूनी तौर पर पश्चिम बंगाल को रसगुल्ले पर जी आई टैग प्राप्त हुआ।

हिंदुओं मे दूध पवित्र माना जाता है इसे फाड़ने की इजाजत नही:

ये माना जाता है की भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा के समय लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने के लिये उन्हे ये मिठाई खिलायी थी । लेकिन फूड हिस्टोरियंन इस दावे को नही मानते हैं । दूध हिंदुओ में बहुत पवित्र माना जाता था इसलिये शस्त्रों मे दूध फाड़ने की इजाजत नही थी। 16 वी शताब्दी मे पुर्तगाली भारत आये थे । उन्होने बंगाल से अपना व्यापार करना शुरु किया। उन्होने ही बंगालियो को दूध से छेना बनाना सिखाया । 19 वी सदी के पास बंगाली हलवाईयो ने छेने से मिठाईयाँ बनाना सीख लिया।

कलकत्ता के हलवाई नबीन चंद्र दास ने ईजाद किया रसगुल्ला:

रसगुल्ला 1868 में नबीन चन्द्र दास जो की कलकत्ता के एक हलवाई थे उनके द्वारा बनाया गया है । फिर यह एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में चलता चला गया। दास जी ने छेने के गोलो को चाशनी मे उबालने की कोशिश की लेकिन वह बिखर जाते थे । काफी मेहनत के बाद वो सफल हो गये और उनहोंने एक नयी मिठाई Bengali Rasgulla ईजाद किया। उस समय कई लोगो ने उनसे कहा की वो इसे पेटेंट कर ले । लेकिन उन्होने नही किया उन्हे लगा की इस तरह से उनका अविष्कार पूरी जगह नही फैलेगा। उन्होँने इसे कई लोगो को बनाना सिखाया।

जगह और क्षेत्र के हिसाब से बादल नाम:

धीरे-धीरे ये मिठाई पूरे भारत मे फैल गयी,और हर जगह के हिसाब से अपना रूप और आकर बदलती गयी । Bengali Rasgulla राजस्थान मे रसभरी के रसीला अंदाज तो,यूपी मे राजसी राजभोग ,बनारस मे केसर दूध मे पकी रसमलाई और अँग्रेजों ने इसे चीज़ डम्पलिंग के नाम से बहुत पसंद किया। वैसे तो मिठास कही की भी हो हमे तो अपना मुहँ मीठा करने से मतलब है । इन दो राज्यो की मीठी सी नोक-झोंक मे रसगुल्ले की मिठास कभी कम नही हुई। बबिता आर्या

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रेलवे ने यात्रियों को दी राहत, पैसेंजर ट्रेनों में घटा 40-50 फीसदी किराया

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Passenger Trains Ticket
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 12:57 AM
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Passenger Trains Ticket : भारतीय रेलवे ने लोगों को बड़ी राहत दी है। रेलवे ने अपने यात्रियों को राहत देते हुए टिकट की कीमतों में भारी कटौती की है। रेलवे द्वारा यह फैसला पैसेंजर ट्रेनों के लिए लिया गया। बता दें कि पैसेंजर ट्रेनों का बढ़ा हुआ किराया कम करने की मांग लंबे समय से की जा रही थी।

Passenger Trains Ticket

रेलवे के इस फैसले के चलते पैसेंजर ट्रेनों में सफर करने वाले लोगों को रहात मिली है। रेलवे ने टिकट की कीमतों में 40 से 50 फीसदी तक घटाई हैं। रेलवे का यह फैसला पैसेंजर ट्रेनों पर लागू होगा। बता दें कि कोविड-19 लॉकडाउन के बाद शुरू की गई ट्रेन सर्विस में इन पैसेंजर ट्रेनों का किराया दोगुना कर दिया गया था।

एक्सप्रेस ट्रेन का देना पड़ रहा था किराया

पैसेंजर ट्रेनों का किराया कम करने की मांग लंबे समय से की जा रही थी। पैसेंजर एसोसिएशन भी इस बढ़े हुए किराए के खिलाफ आवाज उठा रहे थे। उन्हें अनावश्यक रूप से बढ़े हुए किराए का भुगतान करना पड़ रहा था। उन्हें पैसेंजर ट्रेनों के लिए भी एक्सप्रेस ट्रेन के बराबर किराए का भुगतान करना पड़ रहा था। इससे रोजाना यात्रा करने वाले यात्रियों की जेब ढीली हो रही थी। अब ट्रेन यात्रियों को बढ़े हुए किराए राहत मिल गई है।

रेलवे ने नोटिफिकेशन किया जारी

भारतीय रेलवे ने 27 फरवरी से 'पैसेंजर ट्रेनों' के लिए द्वितीय श्रेणी के साधारण किराये को बहाल कर दिया है। इन्‍हें अब 'एक्सप्रेस स्पेशल' या 'मेमू/डेमू एक्सप्रेस' ट्रेन कहा जाता है। कोविड-19 महामारी के दौरान पैसेंजर ट्रेनों को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया था। जब उन्हें फिर से शुरू किया गया तो टिकट की न्‍यूनतम कीमत 10 रुपये से बढ़ाकर 30 रुपये कर दी गई। यह एक्सप्रेस ट्रेनों के किराये के अनुरूप थी। हालांकि, हालिया घोषणा के साथ रेलवे अधिकारियों ने इस फैसले को उलट दिया है। इससे यात्रियों को राहत मिली है। रेलवे ने नोटिफिकेशन के जरिए इस निर्णय की सूचना सभी बुकिंग रिजर्वेशन सुपरवाइजर्स को दे दी गई है।

सभी एक्सप्रेस स्पेशल और मेमू ट्रेन पर लागू होगा फैसला

नोटिफिकेशन के मुताबिक, मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट (MEMU) ट्रेन और जीरो नंबर से शुरू होने वाली सभी पैसेंजर ट्रेनों का किराया 50 फीसदी तक घटा दिया गया है. साथ ही अनरिजर्व्ड टिकटिंग सिस्टम एप (UTS App) पर भी किराए में बदलाव किए गए हैं. यह बदला हुआ किराया देश भर में उन सभी एक्सप्रेस स्पेशल और मेमू ट्रेन पर लागू होगा, जिन्हें पहले पैसेंजर ट्रेन कहा जाता था. चार साल पहले कोविड 19 में लगे लॉकडाउ के चलते रेलवे को अपनी सभी ट्रेन बंद करनी पड़ी थीं। लॉकडाउन के बाद जब रेलवे ने दोबारा धीरे-धीरे ट्रेन सेवा शुरू की तो लोगों को बढ़े हुए किराए का झटका लगा था।

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बड़ी खबर: फरार हो गई है फिल्म स्टार जयाप्रदा, यूपी पुलिस लगी पीछे

Film star Jaya Prada has absconded
Film star Jaya Prada has absconded
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 12:29 AM
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चर्चित हीरोइन व राजनेता जयाप्रदा फरार हो गई है। उत्तर प्रदेश के रामपुर क्षेत्र में राजनीति करने वाली जयाप्रदा को अदालत ने भी फरार घोषित कर दिया है। अब उत्तर प्रदेश पुलिस की एक टीम फिल्म स्टार जयाप्रदा को खोजने में जुट गई है। जयाप्रदा को तलाश करने वाली उत्तर प्रदेश पुलिस की टीम को यूपी पुलिस का पुलिस उपाधीक्षक (Deputy SP) लीड कर रहा है। कहां फरार हो गयी जयाप्रदा? दरअसल फिल्म स्टार जयाप्रदा के फरार होने का यह मामला बेहद दिलचस्प है। यह मामला उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले से जुड़ा हुआ है। उत्तर प्रदेश की एक अदालत ने जयाप्रदा को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश करने का आदेश जारी किया है। एमपीएमएलए कोर्ट ने पूर्व सांसद जयाप्रदा को आचार संहिता के उल्लंघन के दो मामलों में फरार घोषित करते हुए गिरफ्तारी के आदेश दिए हैं। गिरफ्तारी के लिए इस बार सीओ के नेतृत्व में टीम गठित की जाएगी। टीम को छह मार्च को पूर्व सांसद को कोर्ट में पेश करना होगा। दरअसल जयाप्रदा के खिलाफ 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान केमरी और स्वार थाने में आचार संहिता के उल्लंघन के दो मामले दर्ज किए गए थे। विवेचना के बाद पुलिस ने चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की थी। स्वार में दर्ज एक मामले में गवाही पूरी हो चुकी है, जबकि केमरी के मामले गवाही होना शेष है। इस मामले में जयाप्रदा के बयान दर्ज होने थे, लेकिन वह 16 अक्तूबर 2023 से कोर्ट में हाजिर नहीं हो रही हैं। कोर्ट की ओर से सात बार गैर जमानती वारंट जारी क्किए और एसपी को भी पत्र लिखकर उनकी गिरफ्तारी करने को कहा था। कोर्ट ने जमानतियों के खिलाफ भी पत्रावली खोली थी, लेकिन इसके बाद भी पूर्व सांसद कोर्ट में हाजिर नहीं हुई। इस पर मंगलवार को एमपीएमएलए मजिस्ट्रेट ट्रायल कोर्ट शोभित बंसल ने पूर्व सांसद जयाप्रदा को कोर्ट में हाजिर न होने पर उनको फरार घोषित कर दिया है। हो सकती है कुर्की वरिष्ठ अभियोजन अधिकारी अमरनाथ तिवारी ने बताया कि कोर्ट द्वारा धारा 82 सीआरपीसी के तहत कार्रवाई कर दी गई है। इसके बाद भी जयाप्रदा कोर्ट में हाजिर नहीं होती हैं तो उनकी कुर्की की जाएगी। इसके लिए धारा 83 सीआरपीसी के तहत कार्रवाई करने का नियम है। एमपीएमएलए मजिस्ट्रेट ट्रायल शोभित बंसल ने कहा कि जयाप्रदा जानबूझकर न्यायिक कार्य में बाधा पैदा कर रही हैं जबकि जनप्रतिनिधियों के मामलों का शीघ्र निस्तारण का प्रावधान है। देश-विदेश की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच के साथ जुड़े रहें। देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें  फेसबुकपर लाइक करें या  ट्विटरपर फॉलो करें।