IPL-2023 : KKR और RR के बीच आज होगा जोरदार मुकाबला

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There will be a fierce competition between KKR and RR today
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 12:56 AM
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आईपीएल 2023 में गुरुवार की शाम केकेआर (KKR) और राजस्थान रायल्स (RR) के बीच मुकाबला खेला जाएगा। अंक तालिका में राजस्थान पाचवें स्थान पर जबकि कोलकाता की टीम छठवें नंबर पर है। रन रेट के मामले में राजस्थान आगे है। ऐसे में कहा जा सकता है कि दोनों ही टीमों को ये मुकाबला अपने नाम करना जरूरी है। मुकाबला कोलकाता के ईडन गार्डेन में होगा। यानी बल्लेबाजों के लिए यहां पर मजे ही मजे हैं। कोलकाता की टीम अपने पिछले दो मुकाबले जीत चुकी है। वहीं, राजस्थान पिछला मैच हारकर खेलने आ रही है। इसलिए टीम को जीत के लिए पूरा जोर लगाना होगा। आपको बताते हैं कि आज के मुकाबले में दोनों टीमों की प्लेइंग 11 क्या हो सकती है।

IPL-2023

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रिंकू और जयसवाल पर होंगी नजरें दोनों टीमें आज का मुकाबला कोलकाता के ईडन गार्डन में खेलेंगी और जीत की मकसद से एक-दूसरे का सामना करेंगी। वहीं, दोनों टीमों की बल्लेबाजों की बात करें तो सबकी नजरें कोलकाता के रिंकू सिंह और राजस्थान के ओपनर यशस्वी जयसवाल के होंगी। इस सीजन में दोनों बैट्समैन ने अपनी टीम को कई अहम जीत दिलाई है। इनका बल्ला आग उगल रहा है। जहां रिंकू सिंह अपनी टीम के लिए मैच फिनिश करते हैं, तो यही यशस्वी एक शानदार शुरुआत देते हैं। बल्लेबाजों के लिए मददगार रही है ईडन गार्डन की पिच कोलकाता की पिच पहले के समय में गेंदबाजों को मदद करती थी। पर, नई पिच पर अब बल्लेबाजों का जोर चलता है। इसलिए यहां बड़े स्कोर बनते हैं और चेस भी आसानी से होते हैं। देखने वाली बात है कि आखिरी पारी में गेंदबाजों की प्लानिंग क्या रह सकती है। वहीं, पहले इस विकेट पर स्पिनरों को काफी मदद मिलती थी। लेकिन, अब इस पिच पर बल्लेबाजों की बल्ले-बल्ले होती है। क्योंकि बैटिंग के लिए यह पिच काफी मददगार साबित हो रही है।

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कोलकाता की संभावित प्लेइंग 11 : रहमानुल्लाह गुरबाज़ (w/c), जेसन रॉय, वेंकटेश अय्यर, नितीश राणा (c), रिंकू सिंह, आंद्रे रसेल, सुनील नारायण, शार्दुल ठाकुर, वैभव अरोड़ा, उमेश यादव, हर्षित राणा, वरुण चक्रवर्ती। राजस्थान की संभावित प्लेइंग 11 : यशस्वी जायसवाल, जोस बटलर, संजू सैमसन (w/c), देवदत्त पडिक्कल, शिमरोन हेटमायर, ध्रुव जुरेल, रविचंद्रन अश्विन, ट्रेंट बोल्ट, एडम ज़म्पा, संदीप शर्मा, युजवेंद्र चहल। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
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Big News : सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, एलजी नहीं, सीएम हैं दिल्ली के असली बॉस

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Supreme Court's big decision, not LG, CM is the real boss of Delhi
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Nov 2025 11:31 PM
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नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली से बहुत बड़ी खबर आ रही है। यह खबर केंद्र की बीजेपी सरकार के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल वीके सक्सेना के बीच के विवाद पर बड़ा फैसला दिया है। इस फैसले ने केंद्र की मोदी सरकार पर पिछले दरवाजे से चुनी हुई दिल्ली सरकार चलाने की मंशा धरी की धरी रह जाएगी।

सुप्रीम कोर्ट का शुक्रिया

सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने आभार जताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि दिल्ली के लोगों के साथ न्याय करने के लिए माननीय सुप्रीम कोर्ट का तहे दिल से शुक्रिया। इस निर्णय से दिल्ली के विकास की गति कई गुना बढ़ेगी।

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अफसरों की तैनाती का अधिकार सीएम को

सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को कहा कि अधिकारियों की तैनाती और तबादले का अधिकार दिल्ली सरकार को होना चाहिए। यानि, दिल्ली के असली बॉस उपराज्यपाल नहीं, मुख्यमंत्री ही असली बॉस होगा। केंद्र सरकार ने 2021 में गवर्नमेंट ऑफ एनसीटी ऑफ दिल्ली एक्ट (GNCTD Act) में संसोधन किया था। इसमें दिल्ली के उपराज्यपाल को कुछ और अधिकार दे दिए गए थे। आम आदमी पार्टी ने इसी कानून के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। इसी याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने ये फैसला सुनाया।

संविधान पीठ ने सुनाया ऐतिहासिक फैसला

चीफ जस्टिस ने संवैधानिक बेंच का फैसला सुनाते हुए कहा कि दिल्ली सरकार की शक्तियों को सीमित करने को लिए केंद्र की दलीलों से निपटना जरूरी है। एनसीटीडी एक्ट का अनुच्छेद 239aa काफी विस्तृत अधिकार परिभाषित करता है। 239aa विधानसभा की शक्तियों की भी समुचित व्याख्या करता है। इसमें तीन विषयों को सरकार के अधिकार क्षेत्र से बाहर रखा गया है।

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नई नहीं थी एलजी और सरकार के बीच खींचतान

केंद्र शासित दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल के बीच खींचतान कोई नई बात नहीं है। दिल्ली के जितने भी उपराज्यपाल नियुक्त किए गए, उनका काम चुनी हुई सरकार के काम में अड़ंगा लगाना ही रहा है। यह कोई मौजूद एलजी वीके सक्सेना की बात नहीं है। इससे पहले भी जितने एलजी रहे हैं, उन पर भी केंद्र के इशारे पर ही काम करते रहने के आरोप लगते रहे हैं। एलजी के इस रवैये के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने देश की शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाया था। उस पर आज कोर्ट ने यह साफ कर दिया कि दिल्ली की असली बॉस चुनी हुई सरकार, यानि मुख्यमंत्री ही हैं।  
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ED : प्रवर्तन निदेशालय ने धनशोधन मामले में पूछताछ के लिए जयंत पाटिल को समन भेजा

Jayant
Enforcement Directorate summons Jayant Patil for questioning in money laundering case
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 01:38 PM
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मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ढांचागत विकास एवं वित्तीय सेवा क्षेत्र से जुड़ी कंपनी ‘इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज’ (आईएलएंडएफएस) संबंधी धनशोधन मामले में पूछताछ के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता एवं महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री जयंत पाटिल को समन भेजा है। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

ED

12 मई को पेश होंगे जयंत पाटिल

अधिकारी ने बताया कि राकांपा की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख पाटिल (61) को शुक्रवार को एजेंसी के सामने पेश होने को कहा गया है। इस मामले में इस्लामपुर सीट से विधायक पाटिल का बयान दक्षिण मुंबई में बलार्ड एस्टेट स्थित निदेशालय के कार्यालय में दर्ज किए जाने की संभावना है। पूर्व गृह एवं वित्त मंत्री पाटिल सात बार विधायक चुने गए हैं।

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ईडी ने बुधवार को मारा था छापा

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय ने आईएलएंडएफएस में कथित वित्तीय अनियमितताओं के मामले में धनशोधन संबंधी जांच के दौरान बुधवार को इसकी दो पूर्व लेखा परीक्षा कंपनियों- बीएसआर एंड एसोसिएट्स और डेलॉयट हास्किन्स एंड सेल्स के परिसरों पर छापा मारा था। उन्होंने बताया कि इन दोनों कंपनियों के मुंबई स्थित परिसरों पर धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत छापेमारी की गई थी। अधिकारियों ने दोनों कंपनियों ‘डेलॉयट हास्किन्स एंड सेल्स’ और ‘बीएसआर एंड एसोसिएट्स’ के कुछ कर्मचारियों से भी पूछताछ की थी और कुछ दस्तावेज जब्त किए थे। डेलॉयट के एक प्रवक्ता ने कहा था कि एक पूर्व कर्मी से संबंधित मामले में यह नियमित पूछताछ थी। हम प्रशासन को पूरा सहयोग करते रहेंगे।

ED

आईएलएंडएफएस ने 2018 में दिवाला कार्यवाही के लिए अपील की थी

एक सप्ताह पहले उच्चतम न्यायालय ने मुंबई उच्च न्यायालय के उस आदेश को खारिज कर दिया था, जिसमें दोनों कंपनियों के खिलाफ गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (एसएफआईओ) की जांच निरस्त कर दी गई थी। इससे इन कंपनियों के खिलाफ कंपनी अधिनियम के तहत कार्रवाई शुरू करने और राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) द्वारा उनके खिलाफ जांच आगे बढ़ाने का रास्ता साफ हो गया। आईएलएंडएफएस ने 2018 में दिवाला कार्यवाही के लिए अपील की थी। एसएफआईओ कॉरपोरेट मामले के मंत्रालय के अंतर्गत आता है। यह सफेदपोश अपराधों और धोखाधड़ी की जांच करता है और मुकदमा चलाता है।

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ईडी ने 2019 में भी की थी जांच

प्रवर्तन निदेशालय ने आईएलएंडएफएस में कथित वित्तीय अनियमितताओं के मामले में धनशोधन के आरोपों की जांच 2019 में शुरू की थी। उस समय आईएलएंडएफएस समूह की कंपनियों- आईआरएल, आईटीएनएल, इसके अधिकारियों व अन्य के खिलाफ दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) द्वारा दर्ज मुकदमे का संज्ञान लिया गया था। निदेशाालय ने आईएलएंडएफएस फाइनेंशियस सर्विसेज (आईएफआईएन) और उसके अधिकारियों के खिलाफ एसएफआईओ की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत का भी संज्ञान लिया था। ईडी ने इस मामले में इससे पहले भी विभिन्न इकाइयों की संपत्तियां जब्त की हैं। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।