नोएडा प्राधिकरण का बड़ा एक्शन: ब्लिंकिट क्लाउड पर लगा ₹5 लाख का जुर्माना
अधिकारियों का कहना है कि इस तरह का कचरा आगे चलकर शहर के अलग-अलग हिस्सों में फेंका जाता है, जिससे नोएडा के रिहायशी इलाकों में बदबू, गंदगी और प्रदूषण बढ़ता है और स्थानीय लोगों की सेहत पर असर पड़ता है।

Noida News : नोएडा शहर को साफ-सुथरा, सुंदर और प्रदूषण-मुक्त बनाए रखने की मुहिम में नोएडा प्राधिकरण ने कचरा प्रबंधन नियमों के उल्लंघन पर बड़ा एक्शन लिया है। नोएडा सेक्टर-62 में संचालित ब्लिंकिट के एक क्लाउड किचन पर गंभीर खामियां मिलने के बाद प्राधिकरण ने ₹5 लाख का जुर्माना लगाया है। यह कार्रवाई 16 दिसंबर को हुई निरीक्षण/जांच के दौरान सामने आई अनियमितताओं के आधार पर की गई। नोएडा प्राधिकरण की टीम के मुताबिक, जांच में क्लाउड किचन में सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल, कचरा अनधिकृत कबाड़ियों को सौंपने और आसपास गंदगी फैलाने जैसी बातें सामने आईं। अधिकारियों का कहना है कि इस तरह का कचरा आगे चलकर शहर के अलग-अलग हिस्सों में फेंका जाता है, जिससे नोएडा के रिहायशी इलाकों में बदबू, गंदगी और प्रदूषण बढ़ता है और स्थानीय लोगों की सेहत पर असर पड़ता है।
50 किलो सिंगल यूज प्लास्टिक जब्त
जांच के दौरान टीम ने क्लाउड किचन से करीब 50 किलो सिंगल यूज प्लास्टिक जब्त किया। साथ ही परिसर/आसपास कचरे का ढेर भी मिला। इन्हीं आधारों पर नोएडा प्राधिकरण ने जुर्माना लगाते हुए स्पष्ट किया कि नियमों की अनदेखी जारी रही तो और कड़ी कार्रवाई की जाएगी। नोएडा प्राधिकरण ने केवल एक जगह तक कार्रवाई सीमित नहीं रखी। टीम ने सेक्टर-76, नोएडा स्थित आम्रपाली सिलिकॉन मार्केट में सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया। वहीं सेक्टर-42, नोएडा के आर-क्यूब मोनाड मॉल में जांच के दौरान करीब 80 किलो प्लास्टिक बरामद होने की बात भी सामने आई।
फूड डिलीवरी विस्तार के बीच ‘कचरा प्रबंधन’ पर सवाल
गौरतलब है कि ऐप-आधारित प्लेटफॉर्म ब्लिंकिट ने हाल के समय में अपने कारोबार का विस्तार करते हुए रेडी-टू-ईट फूड डिलीवरी की दिशा में कदम बढ़ाया है। कंपनी ने ‘बिस्ट्रो बाय ब्लिंकिट’ नाम से फूड-फोकस्ड वर्टिकल लॉन्च किया है, जिसमें कॉफी, सैंडविच, रोल, बर्गर, फिंगर फूड, केक, चाय, चाट, जूस, कूलर और शेक जैसे आइटम शामिल हैं। कंपनी का दावा है कि वह 15 मिनट में डिलीवरी करती है। ऐसे में नोएडा प्राधिकरण ने संकेत दिए हैं कि तेज डिलीवरी के साथ साफ-सफाई, कचरा प्रबंधन और प्लास्टिक नियमों का पालन भी उतना ही जरूरी है। नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि शहर की स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण से कोई समझौता नहीं किया जाएगा और नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। Noida News
Noida News : नोएडा शहर को साफ-सुथरा, सुंदर और प्रदूषण-मुक्त बनाए रखने की मुहिम में नोएडा प्राधिकरण ने कचरा प्रबंधन नियमों के उल्लंघन पर बड़ा एक्शन लिया है। नोएडा सेक्टर-62 में संचालित ब्लिंकिट के एक क्लाउड किचन पर गंभीर खामियां मिलने के बाद प्राधिकरण ने ₹5 लाख का जुर्माना लगाया है। यह कार्रवाई 16 दिसंबर को हुई निरीक्षण/जांच के दौरान सामने आई अनियमितताओं के आधार पर की गई। नोएडा प्राधिकरण की टीम के मुताबिक, जांच में क्लाउड किचन में सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल, कचरा अनधिकृत कबाड़ियों को सौंपने और आसपास गंदगी फैलाने जैसी बातें सामने आईं। अधिकारियों का कहना है कि इस तरह का कचरा आगे चलकर शहर के अलग-अलग हिस्सों में फेंका जाता है, जिससे नोएडा के रिहायशी इलाकों में बदबू, गंदगी और प्रदूषण बढ़ता है और स्थानीय लोगों की सेहत पर असर पड़ता है।
50 किलो सिंगल यूज प्लास्टिक जब्त
जांच के दौरान टीम ने क्लाउड किचन से करीब 50 किलो सिंगल यूज प्लास्टिक जब्त किया। साथ ही परिसर/आसपास कचरे का ढेर भी मिला। इन्हीं आधारों पर नोएडा प्राधिकरण ने जुर्माना लगाते हुए स्पष्ट किया कि नियमों की अनदेखी जारी रही तो और कड़ी कार्रवाई की जाएगी। नोएडा प्राधिकरण ने केवल एक जगह तक कार्रवाई सीमित नहीं रखी। टीम ने सेक्टर-76, नोएडा स्थित आम्रपाली सिलिकॉन मार्केट में सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया। वहीं सेक्टर-42, नोएडा के आर-क्यूब मोनाड मॉल में जांच के दौरान करीब 80 किलो प्लास्टिक बरामद होने की बात भी सामने आई।
फूड डिलीवरी विस्तार के बीच ‘कचरा प्रबंधन’ पर सवाल
गौरतलब है कि ऐप-आधारित प्लेटफॉर्म ब्लिंकिट ने हाल के समय में अपने कारोबार का विस्तार करते हुए रेडी-टू-ईट फूड डिलीवरी की दिशा में कदम बढ़ाया है। कंपनी ने ‘बिस्ट्रो बाय ब्लिंकिट’ नाम से फूड-फोकस्ड वर्टिकल लॉन्च किया है, जिसमें कॉफी, सैंडविच, रोल, बर्गर, फिंगर फूड, केक, चाय, चाट, जूस, कूलर और शेक जैसे आइटम शामिल हैं। कंपनी का दावा है कि वह 15 मिनट में डिलीवरी करती है। ऐसे में नोएडा प्राधिकरण ने संकेत दिए हैं कि तेज डिलीवरी के साथ साफ-सफाई, कचरा प्रबंधन और प्लास्टिक नियमों का पालन भी उतना ही जरूरी है। नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि शहर की स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण से कोई समझौता नहीं किया जाएगा और नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। Noida News












