Wednesday, 26 March 2025

नोएडा हिन्‍दी खबर, 20 मार्च के अखबारों से, एक साथ पढ़ें

Noida News: नोएडा उत्तर प्रदेश का प्रसिद्ध शहर है। हर कोई नोएडा के विषय में जानना चाहता है। यहां नोएडा…

नोएडा हिन्‍दी खबर, 20 मार्च के अखबारों से, एक साथ पढ़ें

Noida News: नोएडा उत्तर प्रदेश का प्रसिद्ध शहर है। हर कोई नोएडा के विषय में जानना चाहता है। यहां नोएडा के प्रतिदिन के सभी समाचार अखबारों के हवाले से हम समाचार प्रकाशित करते हैं। नोएडा शहर से प्रकाशित होने वाले समाचार पत्रों में 20 मार्च को क्या खास समाचार प्रकाशित हुए हैं यहां एक साथ पढऩे को मिलेंगे।

Noida News: समाचार अमर उजाला से

अमर उजाला अखबार ने अपने नोएडा संस्करण में मुख्य समाचार “अल्फा-1 मेट्रो स्टेशन के पास बनेगी बहुमंजिला पार्किंग, खड़े होंगे 1000 वाहन” शीर्षक से प्रकाशित किया है। इस समाचार में बताया गया है कि एक्वा मेट्रो के अल्फा-1 मेट्रो स्टेशन के पास नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एनएमआरसी) खाली पड़ी जगह में बहुमंजिला पार्किंग बनवाएगा। एक हजार वाहनों की क्षमता की पार्किंग का निर्माण पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर होगा | बुधवार को समीक्षा बैठक में मेट्रो कॉरपोरेशन के एमडी डॉ. लोकेश एम ने इस परियोजना की प्रशासनिक मंजूरी दी। इसके अलावा एमएमआरसी 12 मेट्रो स्टेशन पर पार्किंग की सुविधा उपलब्ध कराने की कवायद में जुटा है। इनमें से चार स्टेशनों पर पार्किंग सुविधा जल्द शुरू होगी। इसके साथ ही सेक्टर-101 मेट्रो स्टेशन के ऊपर खाली पड़ी जगह को मेट्रो कॉरपोरेशन रेस्तरां के लिए किराये पर देगा। यहां खुलने वाले रेस्तरां के लिए प्रवेश-निकासी के लिए अलग से सीढ़ियां लगाई जा सकेंगी। एमडी डॉ. लोकेश एम ने बताया कि सेक्टर-101 मेट्रो स्टेशन पर भी कियोस्क की योजना लाई जाएगी। इसके अलावा सेक्टर-81, 83 और डिपो मेट्रो स्टेशन पर व्यावसायिक जमीन को लीज पर देने की योजना लाई जाएगी।

उन्होंने बताया कि एक्वा लाइन के 10 मेट्रो स्टेशन की को-ब्राडिंग योजना शुरू करी जाएगी। इसके तहत कोई भी संस्था या कंपनी मेट्रो स्टेशन के नाम के साथ अपना नाम जोड़ सकेगी। वहीं सेक्टर-94 में खाली पड़ी जमीन को अब ई-नीलामी के जरिए बेचा जाएगा। इसमें नोएडा प्राधिकरण की भी मदद ली जाएगी।

Noida News:

अमर उजाला अखबार ने अपने नोएडा संस्करण में मुख्य समाचार “सुपरनोवा का मेंटेनेंस संभालेगी एओए, एनसीएलएटी ने सात दिन में रखरखाव सौंपने का दिया आदेश” शीर्षक से प्रकाशित किया है। इस समाचार में बताया गया है कि सेक्टर-94 स्थित सुपरनोवा ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी में अब रखरखाव का कार्य अपार्टमेंट ऑनर्स एसोसएिशन (एओए) देखेगी। एजेंसी को सात दिन में काम एओए को हैंडओवर करना होगा। इसके लिए नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल (एनसीएलएटी) ने आदेश दिया है और बकाया पैसों का हिसाब इंटरिम रिज्यॉल्यूशन प्रोफेशनल (आईआरपी) को देखना होगा। एओए महासचिव रजत चावला ने बताया कि इससे पहले भी एनसीएलएटी ने मेंटेनेंस एओए को हैंडओवर करने के आदेश दिए थे, लेकिन एजेंसी ने नहीं सौंपा। एनसीएलएटी के आदेश के बाद अपना पक्ष रखने के लिए एजेंसी ने समय मांगा था। मामले पर कई सुनवाई होने के बाद एनसीएलएटी ने फिर यह आदेश दिया है। रजत चावला ने बताया कि सोसाइटी में पानी, बिजली, लिफ्ट एएमसी, एसटीपी, डब्ल्यूटीपी, एसी की एएमसी, सीसीटीवी कैमरा और क्लीनिंग का करीब 4.5 करोड़ रुपये बकाया है, जिसे मेंटेनेंस एजेंसी ने जमा नहीं किया है। इसके अलावा कई लोगों ने एडवांस रखरखाव शुल्क दिया है और कई लोगों ने रखरखाव शुल्क नहीं दिया है।

एनसीएलएटी ने कहा है कि बकाये का हिसाब आईआरपी को देखना होगा। एओए एजवाइजर डॉ. अशोक शुक्ला ने बताया कि सोसाइटी के बिल्डर के खिलाफ दिवालिया प्रक्रिया चल रही है और यहां पर आईआरपी नियुक्त है। पिछली बार एक फरवरी को एओए की नियुक्त एजेंसी सुविधाओं का हैंडओवर लेने के लिए पहुंची थी। इस दौरान पुरानी एजेंसी ने अंदर प्रवेश नहीं करने दिया। हंगामे की सूचना पर मौके पर पुलिस और डीएम के निर्देश पर सिटी मजिस्ट्रेट भी मौके पर पहुंची थीं। शाम आठ बजे तक सोसाइटी में सुविधाओं का हैंडओवर एओए नियुक्त एजेंसी नहीं ले सकी थी।

Hindi News:

अमर उजाला ने 20 मार्च 2025 के अंक में प्रमुख समाचार “निवेश में मुनाफे का लालच देकर फर्म संचालक से ठगे 1.15 करोड़, 15 फीसदी रिटर्न का दिया था भरोसा, साइबर क्राइम थाने में केस दर्ज” शीर्षक से प्रकाशित किया है। इस समाचार में बताया गया है कि निवेश करने पर 15 फीसदी का रिटर्न देने का झांसा देकर साइबर जालसाजों ने कंसल्टेंट फर्म संचालक से एक करोड़ 15 लाख रुपये की ठगी कर ली। युवती ने खुद को सर्टिफाइड फाइनेंशियल एनालिस्ट बताकर साइबर ठगी की वारदात को अंजाम दिया। इस मामले में जब पीड़ित को ठगी का अहसास हुआ तब एनसीआरपी पोर्टल पर शिकायत की। अब साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। सेक्टर-44 में रहने वाले मयंक गुप्ता इंडस्ट्रियल कंसल्टेंट फर्म चलाते हैं। उन्होंने पुलिस से शिकायत की है कि 27 जनवरी को रिशिता नाम की एक युवती ने फोन किया और खुद को सर्टिफाइड फाइनेंशियल एनालिस्ट बताया। उसने कहा कि अगर उनकी बताई वेबसाइट पर निवेश करते हैं तो 15 फीसदी से लेकर 50 फीसदी तक मुनाफा होगा। इसके बाद मयंक को कैटलिस्ट ग्रुप स्टार, पी कैटरमार्केटस् से लेकर अन्य फर्म में निवेश करने की सलाह दी।

युवती के झांसे में आकर मयंक ने फर्जी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन किया और 31 जनवरी को एक लाख रुपये की निवेश कर दिया। कुछ दिन बाद युवती ने बताया कि 15 हजार 40 रुपये का इस पर मुनाफा हुआ है और मुनाफे की रकम भेज दिया। इस पर मयंक को विश्वास हो गया। इसके बाद सात फरवरी को 20 लाख रुपये, 14 फरवरी को दस लाख, 17 फरवरी को नौ लाख, 20 फरवरी को 16 लाख रुपये यानी कुल 65 लाख रुपये ठगों के खातों में ट्रांसफर कर दिए।

अगले दिन जालसाजों ने कहा कि आपकी निवेश की गई रकम एक करोड़ 68 लाख रुपये हो गई है। साथ में फर्जी पोर्टल पर कोदिखाया गया। जब पीड़ित मयंक ने रकम । निकालने का प्रयास किया तब जालसाजों ने र बताया कि 31 लाख 57 हजार 600 रुपये र टैक्स जमा करना होगा। यह रकम भी जमा कर दी गई। इसके बाद कन्वर्जन चार्ज के रूप में 18 लाख 56 हजार रुपये भी जमा कराए गए। इस तरह पीड़ित ने कुल मिलाकर एक करोड़ 15 लाख 13 हजार 600 रुपये जालसाजों को दे दिया। जब पैसे वापस नहीं दिए गए तब जालसाजों से संपर्क किया गया तब सिक्योरिटी मनी के बहाने 40 लाख रुपये मांगने लगे। तब साइबर ठगी की आशंका हुई। इसके बाद साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई। डीसीपी साइबर प्रीति यादव का कहना है कि पुलिस उन खातों का पता लगा रही है जिनमें ठगी की रकम गई है।

Noida News: समाचार दैनिक जागरण से

दैनिक जागरण के नोएडा संस्करण में 20 मार्च 2025 का प्रमुख समाचार “डीएनडी पर नियम ताख पर रखकर लगवाए जा रहे करोड़ों के विज्ञापन, नोएडा प्राधिकरण सीईओ ने विज्ञापन उखाड़ने के साथ ही दिए जांच के आदेश” शीर्षक से प्रकाशित किया गया है। इस समाचार में बताया गया है कि नोएडा प्राधिकरण के अफसरों और विज्ञान एजेंसी की साठगांठ से डीएनडी फ्लाईवे पर नियमों का ताख पर रखकर न सिर्फ विज्ञापन किए जा रहे हैं। बल्कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अनदेखी कर टोल ब्रिज कंपनी विज्ञापन कर करोड़ों रुपये प्रतिमाह कमा रही। हद तो ये है कि कंपनी पोल एलईडी, क्योस्क-ग्रेंट्री विज्ञापन तक लगवा रही है, जो कि नोएडा प्राधिकरण के बायलाज में ही नहीं है। मामला प्रकाश में आने के बाद नोएडा प्राधिकरण के सीईओ ने डीएनडी से सभी विज्ञापन उखाड़ने के साथ ही कंपनी के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। जांच में करोड़ों रुपये का घोटाला सामने आने का अनुमान लगाया जा रहा है।

सूत्रों के मुताबिक नोएडा प्राधिकरण ने 2022 में डीएनडी पर विज्ञापन को लेकर रोक लगा दी थी। इस कार्रवाई के बाद बाह्य विज्ञापन विभाग में तैनात अधिकारियों की सह पर नोएडा टोल ब्रिज कंपनी सुप्रीम कोर्ट चली गई। यहां कंपनी ने कहा कि यदि फंडिंग बंद हो जाएगी तो डीएनडी पर सड़क की सरफेसिंग और स्ट्रीट लाइट जैसी सुविधाएं मुहैया कराने में बाधा आएगी। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने 22400 वर्ग फीट एरिया में विज्ञापन करने के लिए कंपनी को अनुमति दी। इसके लिए कंपनी को 125 रुपये प्रति वर्ग मीटर की दर से प्रति माह 28 लाख रुपये प्राधिकरण में जमा कराने थे। इसके बाद भी कंपनी ने प्रति माह 20 से 22 लाख रुपये ही जमा कराए, जबकि कंपनी प्रतिमाह तीन करोड़ रुपये से अधिक की बिलिंग कर रही थी। यही नहीं सुप्रीम कोर्ट से यह आदेश जिस दर को दिखाकर कराया गया, वह नोएडा प्राधिकरण में विज्ञापन पालिसी बनने के समय की थी। यानी 20 से 25 वर्ष पुरानी, जबकि इस जगह पर वर्ष 2022 में विज्ञापन की दर प्रति वर्ग फीट 457 रुपये की निर्धारित थी। यदि एलईडी की बात की जाए तो यह दर प्रति वर्ग फीट करीब 800 रुपये थी। अफसरों और कंपनी की मिलीभगत से प्राधिकरण को प्रति माह करीब डेढ़ करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। गहनता से जांच होती है तो कई चपेट में आएंगे। यही नहीं 22 दिसंबर 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने डीएनडी से नोएडा टोल ब्रिज कंपनी का अधिकार, समाप्त कर नोएडा प्राधिकरण को सौंप दिया था। लेकिन, प्राधिकरण के बाह्य विज्ञापन विभाग में तैनात अधिकारियों की मनमानी से यहां भी खेल होता रहा और आदेश के तीन माह बाद भी यहां कंपनी ने विज्ञापन कराना बंद नहीं किया। यही नहीं डीएनडी पर कंपनी उन विज्ञापनों को भी लगवा रही थी, जो नोएडा प्राधिकरण की बाह्य विज्ञापन पालिसी के बायलाज में शामिल ही नहीं हैं।

दैनिक जागरण के 20 मार्च 2025 के अंक में अगला प्रमुख समाचार “युवती की फोटो संग लगाए अश्लील गाने, केस दर्ज” शीर्षक से प्रकाशित किया गया है। इस समाचार में बताया गया है कि सेक्टर 39 थाना क्षेत्र की रहने वाली एक युवती के नाम से इंस्टाग्राम पर आइडी बनाकर अश्लील गानों के साथ फोटो लगाने का मामला सामने आया है। युवती के भाई ने अज्ञात के खिलाफ आइटी एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है।

छलेरा गांव में एक युवक अपनी बहन के साथ रहता है। युवक की बहन को इंस्टाग्राम पर अपने अपने फोटो के साथ एक रील दिखाई दी लेकिन वह रील युवती ने बनाई ही नहीं थी। युवती ने वीडियो डालने वाले एकाउंट को चेक किया तो अपने नाम संग पंडित जिला संभल के नाम से आइडी बनी पाई। युवती ने देखा की उसके कई फोटो को अश्लील गाने के साथ पोस्ट किये हुए हैं। इससे युवती को काफी परेशानी हुई। युवती ने सारी बात अपने भाई को बताई। दोनों बहन भाई चौकी और थाने गए। वहां पर पुलिस को पूरा मामला बताया। आइडी पर पोस्ट किए फोटो व वीडियो के स्क्रीन शाट पुलिस को दिए। अज्ञात के खिलाफ लिखित में तहरीर दी। आरोपित की हरकत से युवती मानसिक रूप से परेशान है।

कब्ज़ा मुक्त ज़मीन को ठिकाना लगाने का बड़ा खेल

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