Noida News : नोएडा प्राधिकरण का पूर्व CEO सरदार मोहिंदर सिंह सबसे बड़ा घोटालेबाज है। अरबों रूपए का घोटाला करने के बाद सरदार मोहिंदर सिंह 31 जुलाई 2012 को रिटायर हो गया था। रिटायर होने के बाद सरदार मोहिंदर सिंह कुछ दिनों तक तो अपने चंडीगढ़ वाले घर में रहा फिर अचानक कहीं गायब हो गया। सबसे बड़ा सवाल यह है कि सरदार मोहिंदर सिंह दुनिया के किस देश में छिपा हुआ है?
कौन है महाघोटालेबाज पूर्व IAS सरदार मोहिंदर सिंह
नोएडा प्राधिकरण में तैनाती के दौरान अरबों रूपये के घोटाले करने वाला पूर्व IAS अधिकारी सरदार मोहिंदर सिंह मूल रूप से पंजाब प्रदेश का रहने वाला है। वर्ष-1977 में मोहिंदर सिंह ने UPSC की परीक्षा पास की थी। वर्ष-1978 बैच के IAS अधिकारी सरदार मोहिंदर सिंह को यूपी कैडर मिला था। उत्तर प्रदेश में अनेक पदों पर तैनात रहे सरदार मोहिंदर सिंह 31 जुलाई 2012 को रिटायर हो गया था।
कहां छुपा है पूर्व IAS मोहिंदर सिंह
रिटायर होने के बाद जिस प्रकार सरदार मोहिंदर सिंह गायब हुआ है वैसा किसी दूसरे IAS अफसर का उदाहरण नहीं है। किसी को ठीक-ठाक नहीं पता है कि दुनिया के किस देश में मोहिंदर सिंह छिपा हुआ है। कुछ लोगों का मत है कि वह किसी ऐसे देश में छुपकर बैठा हुआ है जिस देश के साथ भारत की प्रत्यर्पण संधि नहीं है। जिन देशों के साथ भारत की प्रत्यर्पण संधि नहीं है उनमें अफगानिस्तान, अल्जीरिया, एंडोरा, क्यूबा, उत्तर कोरिया, सोमालिया, सीरिया तथा वियतनाम जैसे देश प्रमुख हैं।
कुछ ऐसे भी देश हैं जिनके साथ भारत की आंशिक प्रत्यर्पण संधि है। इन देशों में भी कोई भी भारत का भगोड़ा आसानी से छुप सकता है। ब्राजील, फ्रांस, मेक्सिको, अर्जेंटीना, इंडोनेशिया, सोमालीलैंड, ट्रांसनिस्ट्रिया, उत्तरी साइप्रस तथा पश्चिमी सहारा ऐसे देश हैं जिनके साथ भारत की सीमित प्रत्यर्पण संधि है। अनुमान है कि इन्हीं में से किसी देश में सरदार मोहिंदर सिंह छिपकर बैठा हुआ है।
मिला था राजनीतिक संरक्षण Noida News
आपको बता दें कि नोएडा प्राधिकरण के CEO के पद पर रहते हुए सरदार मोहिंदर सिंह ने भ्रष्टाचार के सारे रिकार्ड तोड़ दिए थे। नोएडा की सरकारी जमीन को सरदार मोहिंदर सिंह ने कौडिय़ों के भाव पर बेच डाला था। इस खेल में सरदार मोहिंदर सिंह को उस वक्त की मुख्यमंत्री सुश्री मायावती के भाई आनंद कुमार का खुला संरक्षण प्राप्त था। इन दोनों ने मिलकर नोएडा से अरबों रूपये की दौलत कमाई थी। अवैध कमाई के इस धंधे में नोएडा शहर के कुछ “नटवरलाल” इनके सहयोगी थे।
उन सहयोगियों में से कुछ तो गायब हो चुके हैं किन्तु कुछ सहयोगी अभी भी नोएडा में सक्रिय हैं। चेतना मंच के सूत्रों का दावा है कि नोएडा, गाजियाबाद, गुरूग्राम, गोवा, मुंबई तथा दुबई में सरदार मोहिंदर सिंह की प्रोपर्टी फैली हुई है। नोएडा के चार “नटवरलाल” इन सारी प्रोपर्टी की देखभाल करते हैं। गोवा की प्रोपर्टी की देखभाल में तो बाकायदा दूसरे कारोबार का दिखावा करने वाले सफेदपोश लगे हुए हैं।
रोज लगते थे नोटों के ढ़ेर Noida News
सरदार मोहिंदर सिंह 14 दिसंबर 2010 से लेकर 20 मार्च 2013 तक नोएडा में तैनात रहा था। उस दौरान सरदार मोहिंदर सिंह तथा उसके “नटवरलाल” मित्रों के घरों पर नोट गिनने की मशीनें लगी हुई थीं। मशीनों से नोट गिनकर अवैध कमाई को गुप्त स्थान पर छिपाया जाता था। उस वक्त के सरकारी अफसर, पुलिस तथा राजनेता इस अवैध कमाई से मालामाल हो रहे थे। आम जनता तक यह जानकारी थी कि सरदार मोहिंदर सिंह तथा उसके चेलों के घरों पर नोट गिनने की मशीनें लगी हुई हैं। नोएडा में मशीनों से नोट गिनकर नोटों के ढ़ेर लगाए जा रहे थे। उन दिनों एक बड़ा सवाल चेतना मंच के पत्रकारों के जेहन में था कि इतनी भारी मात्रा में नोटों को कहां छिपाया जाता है?
बुधवार को सरदार मोहिंदर सिंह तथा उसके चेलों के ठिकानों से हीरे बरामद हुए। तब हमें पता चला कि काली कमाई से एकत्र हुए नोटों से हीरे खरीदकर उनको अलग-अलग स्थानों पर रखा जाता था। अब सवाल यह है कि जब अरबों रूपए के हीरे खरीदे जा रहे थे तब भारत सरकार का आयकर विभाग, CBI तथा ED कहां सो रहे थे। सवाल तो दर्जनों हैं। हम पाठकों को परत-दर-परत हर सवाल का जवाब देते रहेंगे। एक बात साफ है कि नोएडा में सरदार मोहिंदर सिंह तथा उसके चेलों द्वारा किए गए घोटाले की ठीक से जांच हो जाए तो नोएडा का घोटाला देश का सबसे बड़ा घोटाला साबित होगा। Noida News
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