Rahul Gandhi : मानहानि मामले में सूरत की कोर्ट से राहुल को मिली जमानत

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Rahul Gandhi
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 04:11 AM
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Rahul Gandhi : सूरत। मोदी सरनेम को लेकर की टिप्पणी मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सूरत के सेशंस कोर्ट से 13 अप्रैल तक जमानत मिल गई है। इस मामले में सजा सुनाए जाने के 11 दिन बाद उन्होंने सेशंस कोर्ट में याचिका दाखिल की थी।

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उनके सूरत रवाना होने से पहले कांग्रेस नेता और उनकी बहन प्रियंका गांधी उनसे मिलने पहुंचीं। वह राहुल के साथ सूरत के सेशंस कोर्ट भी पहुंची थीं। इससे पहले सोनिया गांधी ने भी राहुल से मुलाकात की। उनके साथ कई दिग्गज कांग्रेसी नेता भी हैं।

मानहानि मामले में मिली सजा को चुनौती देने के लिए राहुल गांधी आज सूरत के सेशंस कोर्ट पहुंचे थे। उनकी याचिका पर सुनवाई के बाद उन्हें 13 अप्रैल तक जमानत दे दी गई है। कोर्ट ने उनकी एक महीने की अंतरिम जमानत को बढ़ा दिया है। इस मामले में अब अगली सुनवाई 3 मई को होगी।

सूरत की एक अदालत ने सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी को ‘मोदी उपनाम’ के संदर्भ में उनकी 2019 की टिप्पणी से संबंधित मानहानि के एक मामले में जमानत दे दी। कांग्रेस नेता राहुल (52) दोपहर में बहन प्रियंका गांधी वाद्रा के साथ एक उड़ान से सूरत पहुंचे और निचली अदालत के फैसले के खिलाफ अपील दायर करने को लेकर सत्र अदालत के लिए रवाना हुए। राहुल को पिछले महीने यहां की निचली अदालत ने दोषी ठहराया था और दो साल के लिए जेल की सजा सुनाई थी। दो भगोड़े कारोबारियों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘उपनाम’ के बारे में अपनी टिप्पणी में राहुल गांधी ने कहा था कि सारे ‘चोरों’ के ‘उपनाम’ मोदी हैं। निचली अदालत ने फैसले के खिलाफ अपील के लिए उनकी सजा एक महीने के लिए निलंबित कर दी थी। एक दिन बाद, उन्हें लोकसभा के सदस्य के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था।

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Political : कांग्रेस नेताओं का सूरत जाना कोर्ट पर अनुचित दबाव बनाने की कोशिश : रीजीजू

Kharge
Going to Surat by Congress leaders is an attempt to create undue pressure on the court: Rijiju
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 07:09 PM
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नई दिल्ली। केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रीजीजू ने आरोप लगाया कि आपराधिक मानहानि के मामले में सूरत की अदालत में अपील दाखिल करने के लिए राहुल गांधी के साथ कांग्रेस नेताओं का जाना न्यायपालिका पर अनुचित दबाव बनाने की कोशिश है। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इस आरोप को खारिज कर दिया और कहा कि यह समर्थन का प्रतीक है।

Political

यह शक्ति प्रदर्शन नहीं, समर्थन का प्रतीक है : खरगे

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी देश के लिए लड़ रहे हैं। ऐसे में पार्टी के नेता उनके समर्थन के लिए सूरत पहुंच रहे हैं। यह कोई शक्ति प्रदर्शन नहीं है। राहुल गांधी 'मोदी सरनेम' वाले अपने बयान से संबंधित आपराधिक मानहानि के मामले में दोषी ठहराये जाने के खिलाफ सोमवार को गुजरात के सूरत की एक अदालत में अपील दायर की है।

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कांग्रेस कर रही अदालत का घेराव करने की कोशिश

रीजीजू ने कहा कि मेरा सीधा सवाल है। कांग्रेस न्यायपालिका पर इस तरह का अनुचित दबाव बनाने की कोशिश क्यों कर रही है। न्यायिक मामलों से निपटने के तरीके होते हैं। लेकिन क्या यह तरीका है? उन्होंने सवाल किया कि क्या पहले ऐसा कोई मामला देखने में आया है, जब कोई पार्टी अदालत का घेराव करने की कोशिश कर रही है।

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देश के लिए लड़ रहे हैं राहुल

खरगे ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा कि नेताओं का सूरत पहुंचना शक्ति प्रदर्शन नहीं है। राहुल जी हमारे नेता हैं तो नेता के साथ खड़े होने के लिए सभी जाते हैं। जब किसी के खिलाफ मामला होता है तो परिवार के लोग जाते हैं। यह तो पार्टी है और राहुल जी देश के लिए लड़ रहे हैं। हमारे लोग वहां पहुंच रहे हैं और हौसला अफजाई कर रहे हैं।

Political : देश को अपनी शैक्षिक योग्यता बताने को आगे आएं मोदी : राउत

मोदी काल में पाखंड की कोई सीमा नहीं है

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्विटर पर रीजीजू पर पलटवार करते हुए लिखा कि जो व्यक्ति रोजाना न्यायपालिका, न्यायाधीशों और पूर्व न्यायाधीशों को धमकाता है और रोजाना इतिहास को तोड़ता-मरोड़ता है। मोदी काल में पाखंड की कोई सीमा नहीं है। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
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Political : देश को अपनी शैक्षिक योग्यता बताने को आगे आएं मोदी : राउत

Raut
Modi should come forward to tell the country his educational qualification: Raut
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 07:05 AM
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मुंबई। पीएम मोदी की शैक्षिक योग्यता को लेकर सियासी गलियारे में चर्चा गर्म है। इस चर्चा में अब शिवसेना (उद्धव ठाकरे) के वरिष्ठ नेता संजय राउत भी कूद पड़े हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी शैक्षणिक योग्यता की जानकारी देने के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि इसे छिपाने की क्या जरूरत है।

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संसद के प्रवेश द्वार पर डिग्री प्रदर्शित करें मोदी

राज्यसभा सदस्य राउत ने कहा कि प्रधानमंत्री की डिग्री संसद भवन के प्रवेश द्वार पर प्रदर्शित की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि संसद सदस्यों और देश को उनकी शैक्षणिक योग्यता के बारे में जानकारी होनी चाहिए। राउत ने नयी दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत करते हुए यह टिप्पणी की। गुजरात उच्च न्यायालय ने तीन दिन पहले केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) के उस आदेश को रद्द कर दिया था, जिसमें गुजरात विश्वविद्यालय को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रधानमंत्री मोदी की डिग्री की जानकारी देने को कहा गया था।

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मोदी की डिग्री ऐतिहासिक और क्रांतिकारी

राउत ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने रेलवे प्लेटफॉर्म पर चाय बेची और ‘इन्टायर पोलिटिकल सांइस’ में एमए किया। यह डिग्री ऐतिहासिक और क्रांतिकारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए संसद भवन के भव्य प्रवेश द्वार पर अपनी डिग्री प्रदर्शित करें। पूरी संसद और देश को उनकी शिक्षा के बारे में जानकारी होनी चाहिए। इसके पीछे क्या रहस्य है, इसे कोई क्यों छिपाएगा। एक सवाल के जवाब में राउत ने कहा कि प्रधानमंत्री को आगे आना चाहिए और अपनी डिग्री के बारे में हमें बताना चाहिए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सबसे पहले डिग्री प्रमाणपत्र लोगों को दिखाया था।

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डिग्री का ब्योरा मांगने पर लगा जुर्माना

पार्टी प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उनकी डिग्री का ब्यौरा मांगा, लेकिन उन पर गुजरात की एक अदालत ने उन पर 25 हजार रुपये का जुर्माना लगा दिया। उन्होंने कहा कि अगर राष्ट्रपति, उच्च न्यायालय/ उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश या हमारी डिग्री की मांग की जा सकती है, तो प्रधानमंत्री की शैक्षणिक योग्यता को क्यों छुपाया जाए? मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री मोदी को आगे आकर स्पष्टीकरण देना चाहिए। राउत ने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ज्यादातर नेताओं की डिग्री फर्जी है। यह फर्जी डिग्री की फैक्ट्री है, आप इसे जानते हैं। कोई भी नाम लें और उनकी डिग्री की जांच कर लें।

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खत्म नहीं हुआ अडाणी का मुद्दा

यह सवाल किए जाने पर कि क्या अडाणी समूह से जुड़े मुद्दे से संसद में ध्यान हटाने के लिए डिग्री मामला सामने आया, राउत ने कहा, 'गौतम अडाणी का मुद्दा खत्म नहीं हुआ है। हमारे नेता उद्धव ठाकरे ने भी इसे उठाया है और छत्रपति संभाजीनगर में रविवार की अपनी रैली में इस मुद्दे पर जोर दिया था। राउत ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का भी समर्थन किया, जिन्हें उनकी एक टिप्पणी को लेकर आपराधिक मानहानि मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद लोकसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को अयोग्य ठहराया जाना अवैध है और मामला भी फर्जी है। मुझे यकीन है कि गुजरात उच्च न्यायालय गांधी के साथ न्याय करेगा।

दंगे भड़काने के लिए भाजपा ने बनाया एक नया प्रकोष्ठ

देश में हिंसा की कुछ हालिया घटनाओं को लेकर राउत ने दावा किया कि देश में हिंसा और दंगे भड़काने के लिए भाजपा ने एक नया प्रकोष्ठ बनाया है। वह आम चुनाव का सामना करने या उसे टालने से पहले चाहती है कि इस तरह की अधिक से अधिक घटनाएं हों। हुगली या हावड़ा में हिंसा किसने शुरू की? महाराष्ट्र में कौन कर रहा है? राउत ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल की हिंसा भाजपा प्रायोजित है, जिसका मकसद 2024 का लोकसभा चुनाव है। वे राजनीतिक लाभ के लिए कुछ निर्वाचन क्षेत्रों को निशाना बना रहे हैं। राज्यों का चयन इस प्रकार किया जाता है, जहां या तो भाजपा सत्ता में नहीं है या भाजपा की सरकार कमजोर है जैसे महाराष्ट्र। उन्होंने आश्चर्य जताया कि हिंसा के पीछे रामनवमी का त्योहार कैसे कारण हो सकता है। राउत ने महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे नीत सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि महाराष्ट्र में शिंदे धड़ा-भाजपा सरकार काफी कमजोर और अलोकप्रिय है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को दंगाइयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने से किसी ने नहीं रोका है। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।