जहां की सौगंध खाई थी, वहीं पर बना श्रीराम मंदिर : योगी आदित्यनाथ

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Ram Mandir Ayodhya
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 11:01 PM
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Ram Mandir Ayodhya : अयोध्या। यूपी की तीर्थ और धर्म नगरी अयोध्या में नवनिर्मित भव्य और दिव्य श्रीराम मंदिर में श्रीराम लला की स्थापना हो चुकी है, नए मंदिर का उदघाटन भी हो चुका है। पांच साल का सपना आज पूरा हो गया है। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज से दशकों पहले राम के भक्तों ने जो सौगंध खाई थी, वह पूरी हो गई है। मंदिर वहीं पर बनाया गया है, जहां पर मंदिर बनाने की सौगंध खाई गई थी।

Ram Mandir Ayodhya

अति विशिष्ट और विशिष्ठ अतिथियों को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण की शुरुआत भगवान श्रीराम के जयकारे लगाकर की। इसके बाद वह बोले कि,"प्रभु राम लला के भव्य, दिव्य और नव्य धाम में विराजने की आप सभी को कोटि-कोटि बधाई। मन भावुक है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, 'आज का दिन मेरे निजी जीवन के लिए सबसे बड़े आनंद का अवसर है। यह श्रीराम जन्मभूमि मुक्ति का संकल्प ही था, जिसने मुझे पूज्य गुरुदेव, राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत श्री अवेद्यनाथ जी महाराज का पुण्य सान्निध्य प्राप्त कराया। श्रीराम जन्मभूमि मुक्ति महायज्ञ न केवल सनातन आस्था व विश्वास की परीक्षा का काल रहा, बल्कि संपूर्ण भारत को एकात्मकता के सूत्र में बांधने के लिए राष्ट्र की सामूहिक चेतना जागरण के ध्येय में भी सफल सिद्ध हुआ। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की स्थापना भारत के सांस्कृतिक पुनर्जागरण का आध्यात्मिक अनुष्ठान है, यह 'राष्ट्र मंदिर' है। निःसंदेह! श्री रामलला विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा राष्ट्रीय गौरव का ऐतिहासिक अवसर है।'

बहुसंख्यक समाज ने लंबी लड़ाई लड़ी

सीएम योगी ने आगे कहा कि निश्चित रूप से आप सब भी ऐसा महसूस कर रहे होंगे, आज इस ऐतिहासिक अवसर पर भारत का हर नगर, हर ग्राम अयोध्या धाम है। हर मन में राम नाम है। हर आंख हर्ष और संतोष के आंसू से भीगी है। हर जुबान राम नाम जप रही है। रोम-रोम में राम रमे हैं...ऐसा लगता है कि हम त्रेतायुग में आ गए हैं।

उन्होंने कहा कि भारत का हर मार्ग रामजन्मभूमि की ओर आ रहा है। मंदिर वहीं बना है, जहां बनाने का संकल्प लिया था। बहुसंख्यक समाज ने लंबी लड़ाई लड़ी। कहा कि 500 वर्षों के सुदीर्घ अंतराल के बाद आए प्रभु श्री रामलला के विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक और अत्यंत पावन अवसर पर आज पूरा भारत भाव-विभोर और भाव विह्वल है। श्री अवधपुरी में श्री रामलला का विराजना भारत में 'रामराज्य' की स्थापना की उद्घोषणा है। 'सब नर करहिं परस्पर प्रीती। चलहिं स्वधर्म निरत श्रुति नीती' की परिकल्पना साकार हो उठी है।

अयोध्या में अब नहीं लगेगा कर्फ्यू, नहीं होंगे दंगे

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, 'रामकृपा से अब कभी कोई भी श्री अयोध्या धाम की पारंपरिक परिक्रमा को बाधित नहीं कर सकेगा। यहां की गलियों में गोलियां नहीं चलेंगी, सरयू जी रक्त रंजित नहीं होंगी। अयोध्या धाम में कर्फ्यू का कहर नहीं होगा। यहां उत्सव होगा। रामनाम संकीर्तन गुंजायमान होगा।' कहा कि, अयोध्या में त्रेतायुग उतर आया है। प्रभुराम की कृपा से अयोध्या की गलियों में गोलियां नहीं गूंजेंगी। कर्फ्यू नहीं लगेगा। जैजै सियाराम बोलकर योगी ने अपने भाषण का समापन किया।

Ram Mandir Pran Pratishtha : गर्भगृह में विराजमान हुए रामलला

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दुनिया के सबसे बड़े स्कूल के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी का निधन, परिवार ने दी जानकारी

Dr. Jagdish Gandhi Death 3
Dr. Jagdish Gandhi Death
locationभारत
userचेतना मंच
calendar22 Jan 2024 08:43 PM
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Dr. Jagdish Gandhi Death : यूपी की राजधानी लखनऊ में स्थित सिटी मांटेसरी स्कूल (CMS) के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी का 87 साल की उम्र में रविवार को निधन हो गया। डॉ. जगदीश लंबे समय से बीमार चल रहे थे और उनका मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था। वहीं रविवार रात उन्होंने अंतिम सांस ली। इस बात की जानकारी उनके परिवार की तरफ से दी गई। बताया जा रहा है कि 23 जनवरी को अंतिम दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर गोमती नगर एक्सटेंशन शाखा में रखा जाएगा।

परिवार ने दी निधन की जानकारी

डॉ. जगदीश गांधी के निधन के बाद इस बात की जानकारी उनके परिवार की तरफ से दी गई। जारी बयान में उन्होंने कहा कि 25 दिनों के संघर्ष के बाद आज 22 जनवरी की सुबह 87 वर्ष की आयु में हमारे प्रिय डॉ. जगदीश गांधी का निधन हो गया। साथ ही गांधी परिवार ने कहा है कि जो लोग उनके अंतिम दर्शन करना चाहते हैं, उनके लिए 23 जनवरी को दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक सीएमएस गोमतीनगर एक्सटेंशन परिसर के ऑडिटोरियम हॉल में उनका पार्थिव शरीर रखा जाएगा। इसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

महात्मा गांधी से प्रभावित थे जगदीश गांधी

जानकारी के अनुसार डॉ जगदीश गांधी एक प्रखर शिक्षाविद माने जाते हैं। शिक्षा के क्षेत्र में उनका अहम योगदान रहा है। डॉ जगदीश गांधी का जन्म अलीगढ़ के बरसौली गांव में हुआ था। बचपन से ही वह महात्मा गांधी और राजा महेंद्र प्रताप के जीवन ने काफ़ी प्रभावित किया थे। उनसे ही प्रेरणा लेकर डॉ. गांधी ने अपनी पत्नी सात्विक गांधी के साथ मिल कर सिटी मॉन्टेसरी स्कूल की थी। जो आज के समय में लखनऊ का सबसे फेमस स्कूल है ।

गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी आया था नाम

डॉ. जगदीश गांधी ने केवल पाँच बच्चों के साथ साल 1959 में सीएमएस (CMS) स्कूल की शुरुआत की थी। यहाँ पर पहली कक्षा से बारहवीं तक की पढ़ाई होती है। इस स्कूल के बच्चे हर साल बहुत अच्छा रिज़ल्ट देते हैं। साल 1999 से दुनिया सबसे बड़े स्कूल का गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड सीएमएस के नाम पर ही है। साल 2014 में उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार ने किसी नागरिक को दिए जाने वाले सर्वोच्च अवॉर्ड यश भारती पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें  फेसबुकपर लाइक करें या  ट्विटरपर फॉलो करें।
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बड़ी खबर : प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे आडवाणी, अचानक क्यों रद्द की यात्रा

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Lal Krishna Advani
locationभारत
userचेतना मंच
calendar22 Jan 2024 05:46 PM
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Ram Mandir Pran Pratishtha : राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के लिए हो रहा इंतजार अब खत्म हो गया है। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए कई VVIP मेहमानों को बुलाया गया है। जिनके आने का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में खबर आ रही है कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में शामिल नहीं हो पाएंगे। बताया जा रहा है कि ठंडा और खराब मौसम होने की वजह से उन्होंने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का दौरा रद्द कर दिया है।

बड़ा सौभाग्य का योग है - आडवाणी

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने कुछ समय पहले कहा था कि यह बड़ा सौभाग्य का योग है कि ऐसे भव्य प्रसंग पर प्रत्यक्ष उपस्थिति का अवसर मिला है। क्योंकि श्रीराम का मंदिर केवल एक पूजा की दृष्टि से अपने आराध्य का मंदिर होने का ही प्रसंग नहीं है। इस देश की पवित्रता, और इस देश की मर्यादा की स्थापना पक्की होने का प्रसंग है। साथ ही आडवाणी ने कहा पहली बात, इतने वर्षों के बाद भारत के ‘स्व’ के प्रतीक का पुनर्निर्माण हमने किया। वो हमारे पुरुषार्थ के आधार पर किया। दूसरी बात है कि जो अपनी एक दिशा होनी चाहिए, उसको पकड़ने का प्रयास भी अनेक दशकों से हम लोग कर रहे थे, वो हमें मिल गई है और स्थापित हो गई है। एक विश्वास सबके मन में स्थापित हुआ है, उसकी वजह से संपूर्ण देश का वातावरण मंगलमय बना है। और ऐसे में हम प्रत्यक्ष वहां उपस्थित रहेंगे, उस प्रसंग को देखेंगे, उसमें सहयोगी बनेंगे...। यह कहीं किसी जन्म में पुण्य हुआ होगा उसी का फल हमको मिल रहा है। इसलिए मैं आपका कृज्ञतापूर्वक धन्यवाद करता हूं। यह तो मांग के भी न मिलने वाला अवसर है, वो मिला है...जरूर उसमें रहूंगा। Ram Mandir Pran Pratishtha , ये बयान उन्होने कार्यक्रम स्थगित होने से पहले दिया था। 

मेडिकल सुविधाएं मुहैया करने की कही थी बात

आपको बता दें लालकृष्ण आडवाणी को 22 जनवरी को अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का न्योता दिया गया था। आयोजकों का कहना था कि आडवाणी को अयोध्या में समारोह के दौरान सभी जरूरी मेडिकल सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। लेकिन बढ़ती ठंड की वजह से उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में जाने की योजना स्थगित कर दी है । आप को बता दे राम मंदिर निर्माण के लिए लालकृष्ण आडवाणी ने 90 के दशक में सोमनाथ से अयोध्या तक रथ यात्रा निकाली थी जिसे बड़ा जन समर्थन मिला था । यह यात्रा 25 सितंबर 1990 को सोमनाथ से शुरू हुई और सैकड़ों गांवों और शहरों से होकर गुजरी थीं । यह प्रतिदिन लगभग 300 किलोमीटर की यात्रा करती थी, और आडवाणी अक्सर एक ही दिन में छह सार्वजनिक रैलियों को संबोधित करते थे। ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें  फेसबुकपर लाइक करें या  ट्विटरपर फॉलो करें।