UP News: सीएम आवास के नजदीक खुद को आग लगाने वाले व्यक्ति की मौत

UP News: लखनऊ के गौतम पल्ली क्षेत्र में स्थित मुख्यमंत्री आवास के पास पांच दिन पूर्व खुद पर आग लग वाले व्यक्ति की सोमवार को यहां के एक अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गयी। पुलिस के एक अधिकारी ने इसकी पुष्टि की।
समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उसे आत्महत्या करने के लिए मजबूर करने वालों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है।
UP News
हजरतगंज के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) अरविंद कुमार वर्मा ने सोमवार को बताया कि उन्नाव के रहने वाले आनन्द मिश्रा ने खुद पर ज्वलनशील पदार्थ उड़ेलकर 26 अप्रैल को आग लगा ली थी, लेकिन पास में मौजूद लोगों ने समय रहते उसे रोक लिया और अस्पताल पहुंचाया था।
वर्मा ने बताया कि पीड़ित को पहले सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से चिकित्सकों ने उसे किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में भेज दिया था। उन्होंने बताया कि आज वहां आनन्द मिश्रा की उपचार के दौरान मौत हो गई।
मामले में पुलिस की आगे की कार्रवाई के बारे में पूछे जाने पर वर्मा ने बताया कि पोस्टमार्टम की प्रक्रिया के बाद उन्नाव पुलिस इस मामले को देखेगी।
पुलिस पर प्रताड़ित करने का आरोप
पुलिस के अनुसार मिश्रा के खिलाफ पिछले सप्ताह भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक विधायक को जान से मारने की धमकी देने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था। हालांकि, मिश्रा ने आरोप लगाया था कि पुलिस इस मामले में उसे प्रताड़ित कर रही है।
वर्मा ने पूर्व में बताया था कि उन्नाव पुलिस को मिश्रा के आरोपों के बारे में जानकारी दे दी गयी है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आनन्द मिश्रा के निधन के बाद सोमवार को ट्वीट किया कि भाजपा विधायक द्वारा उत्पीड़ित उन्नाव के आनंद मिश्रा के मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मदाह करने के प्रयास के बाद उनकी मृत्यु होना दुखद है। श्रद्धांजलि!
यादव ने कहा कि इस मामले में आत्महत्या के लिए जिसने भी मजबूर किया व जिन्होंने पीड़ित की सुनवाई नहीं की, उन सबके विरूद्ध हत्या का मामला दर्ज हो।
Noida News: नोएडा पुलिस का मानवीय चेहरा दिखा, गुम हुए गहने को ढूंढकर मालिक को सौंपा
नोएडा ग्रेटर- नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुकपर लाइक करें या ट्विटरपर फॉलो करें।UP News: लखनऊ के गौतम पल्ली क्षेत्र में स्थित मुख्यमंत्री आवास के पास पांच दिन पूर्व खुद पर आग लग वाले व्यक्ति की सोमवार को यहां के एक अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गयी। पुलिस के एक अधिकारी ने इसकी पुष्टि की।
समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उसे आत्महत्या करने के लिए मजबूर करने वालों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है।
UP News
हजरतगंज के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) अरविंद कुमार वर्मा ने सोमवार को बताया कि उन्नाव के रहने वाले आनन्द मिश्रा ने खुद पर ज्वलनशील पदार्थ उड़ेलकर 26 अप्रैल को आग लगा ली थी, लेकिन पास में मौजूद लोगों ने समय रहते उसे रोक लिया और अस्पताल पहुंचाया था।
वर्मा ने बताया कि पीड़ित को पहले सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से चिकित्सकों ने उसे किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में भेज दिया था। उन्होंने बताया कि आज वहां आनन्द मिश्रा की उपचार के दौरान मौत हो गई।
मामले में पुलिस की आगे की कार्रवाई के बारे में पूछे जाने पर वर्मा ने बताया कि पोस्टमार्टम की प्रक्रिया के बाद उन्नाव पुलिस इस मामले को देखेगी।
पुलिस पर प्रताड़ित करने का आरोप
पुलिस के अनुसार मिश्रा के खिलाफ पिछले सप्ताह भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक विधायक को जान से मारने की धमकी देने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था। हालांकि, मिश्रा ने आरोप लगाया था कि पुलिस इस मामले में उसे प्रताड़ित कर रही है।
वर्मा ने पूर्व में बताया था कि उन्नाव पुलिस को मिश्रा के आरोपों के बारे में जानकारी दे दी गयी है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आनन्द मिश्रा के निधन के बाद सोमवार को ट्वीट किया कि भाजपा विधायक द्वारा उत्पीड़ित उन्नाव के आनंद मिश्रा के मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मदाह करने के प्रयास के बाद उनकी मृत्यु होना दुखद है। श्रद्धांजलि!
यादव ने कहा कि इस मामले में आत्महत्या के लिए जिसने भी मजबूर किया व जिन्होंने पीड़ित की सुनवाई नहीं की, उन सबके विरूद्ध हत्या का मामला दर्ज हो।








अब एमएसएमई दे रही रोजगार
ईपीएफ पेंशनर्स एसोसिएशन, उत्तर प्रदेश के महामंत्री राजेश कुमार शुक्ला कहते हैं कि मिलों के जरिए हजारों लोगों को रोजगार मिलता था। मिलें बंद हो चुकी हैं। सरकार ने कभी भी शहर में बड़ा उद्योग लगाने का प्रयास नहीं किया। शहर की पहचान यहां के उद्योगों से ही बनीं। अब एमएसएमई रोजगार दे रही हैं। हालांकि श्रमिकों की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। काम के घंटे बढ़ते जा रहे हैं और वेतन नहीं बढ़ रहा है।
श्रमिकाें की शहर में स्थिति
- 2011 से अस्तित्व में आए उप्र भवन एवं सन्निर्माण योजना के तहत 31 मार्च तक 5,85,361 श्रमिक पंजीकरण करा चुके हैं। वित्तीय वर्ष 2022-2023 में 34751 श्रमिकों ने पंजीयन कराया।
- असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए 24 अगस्त 2021 से ई-श्रम पंजीयन शुरू किया गया। मौजूदा समय में इसमें 15 लाख 50 हजार 332 श्रमिक पंजीकृत हैं।
- संगठित क्षेत्र में 65 हजार श्रमिकों का पंजीकरण श्रम विभाग में है।