हफ्ते में पांच दिन ही खुला करेंगे बैंक, हरेक शनिवार तथा रविवार को होगी छुट्टी

New Bank Holidays Policy
New Bank Holidays Policy
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 01:06 PM
bookmark
New Bank Holidays Policy :  बैंक हर नागरिक के जीवन से जुड़े हुए हैं। अब बैंकों को लेकर एक बड़ी खबर आ रही है। खबर यह है कि जल्दी ही भारत के सभी बैंक हफ्ते में केवल पांच दि नही खुला करेंगे। बैंक में हरेक शनिवार तथा रविवार को छुटटी रहा करेगी। यह फैसला जल्दी ही लागू होने की उम्मीद जताई जा रही है।

New Bank Holidays Policy

एसोसिएशन ने कही बड़ी बात

आपको बता दें कि इंडियन बैंक एसोसिएशन (IBA) तथा भारत के देश भर के बैंकों के बीच हाल ही में एक समझौता हुआ है। इस समझौते में बैंक के कर्मचारियों की सैलरी 17 प्रतिशत तक बढ़ाई गई है। इस समझौते की जानकारी देते हुए आईबीए ने कहा है कि भारत में सभी बैंकों में पांच दिन की वर्किंग व्यवस्था करने पर सहमति बन गई है। देश के सभी बैंकों में हफ्ते के केवल पांच दिन काम करने तथा शनिवार व रविवार को छुटटी रखने पर सहमति हो चुकी है। आईबीए के संयुक्त सचिव रजनीश गुप्ता ने बताया कि हफ्ते में केवल पांच दिन काम करने तथा दो दिन छुटटी रखने के प्रस्ताव को सरकार के पास भेजा जा रहा है। सरकार से अनुमति मिलते ही सभी बैंक हफ्ते में केवल पांच दिन खुला करेंगे।

लखपति दीदी बदल सकती हैं भारत का भाग्य, बदलते भारत की तस्वीर

ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

लखपति दीदी बदल सकती हैं भारत का भाग्य, बदलते भारत की तस्वीर

Lakhpati DIDI
Lakhpati DIDI
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 05:16 AM
bookmark
Lakhpati Didi : भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल "लखपति दीदी" भारत का भाग्य बदल सकती हैं। लखपति दीदी योजना को ग्रामीण भारत की रीढ़ बनाया जा सकता है। लखपति दीदी के साथ ही साथ भारत सरकार की स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) का भी खास महत्व रेखांकित करते हुए अनेक विश्लेषण सामने आ रहे हैं। ज्यादातर विश्लेषक यही बता रहे हैं कि लखपति दीदी तथा स्वंय सहायता समूह (एसएचजी) के माध्यम से चलाए जा रहे कार्यक्रम से भारत में चमत्कारिक बदलाव आने वाला है।

लखपति दीदी बन रही हैं ग्रामीण विकास का इंजन

हाल ही में लखपति दीदी तथा भारत में चलाए जा रहे एचएसजी के ऊपर बड़ा ही सारगर्भित विश्लेषण सामने आया है। लखपति दीदी तथा एसएचजी को पूरी तरह जानने समझने वाली महिला पत्रकार मौसमी कबिराज ने यह विश्लेषण किया हैं। उनके विश्लेषण से साफ जाहिर हो रहा है कि लखपति दीदी भारत के ग्रामीण विकास का इंजन बन रही हैं। मौसमी कबिराज ने लिखा है कि स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) में महिलाओं का सामूहिकीकरण ग्रामीण भारत में विकास का इंजन रहा है। वर्तमान में 83 लाख एसएचजी से नौ करोड़ से अधिक महिलाएं जुड़ी हैं। 'लखपति दीदी' पहल के तहत एसएचजी से जुड़ी महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाता है। साथ में, प्रत्येक एसएचजी परिवार को मूल्यवर्धन के विभिन्न उपायों और आजीविका गतिविधियों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, ताकि वे सालाना कम से कम एक लाख रुपये की आय प्राप्त कर सकें। यह पहल दिखाती है कि एसएचजी ग्रामीण महिलाओं के जीवन में वित्तीय स्वतंत्रता और बदलाव लाने वाला एक सशक्त माध्यम है।

एसएचजी की महत्वपूर्ण भूमिका

ग्रामीण अर्थव्यवस्था में ग्रामीण महिलाएं एक महत्वपूर्ण योगदानकर्ता हैं। लेकिन 15 वर्ष और उससे अधिक आयु की ग्रामीण कामकाजी आबादी में महिलाओं की संख्या 36.6 प्रतिशत, जबकि पुरुष की संख्या 78.2 प्रतिशत है। यहां महिला नेतृत्व वाले विकास को बढ़ावा देने में एसएचजी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं, क्योंकि वे समुदाय और बड़े हितधारकों के बीच एक पुल का काम करते हैं। लेकिन, एसएचजी के भीतर सूक्ष्म-उद्यमों को अपने में व्यवसायं को टिकाऊ बनाने में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसमें तकनीकी जानकारियों का अभाव, पारंपरिक तकनीक पर अत्यधिक निर्भरता,....बाजार से अपर्याप्त संपर्क, सीमित कौशल प्रशिक्षण के साथ आत्मविश्वास और नेतृत्व कौशल की कमी जैसे कई कारण जिम्मेदार दिखाई देते हैं। चूंकि एसएचजी ग्रामीण महिलाओं तक पहुंचने और महिला नेतृत्व वाली ग्रामीण अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित करने का उपयुक्त माध्यम हैं, इसलिए इन्हें मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए जा सकते हैं। पहला कदम, सूक्ष्म उद्यम गतिविधियों से जुड़े एसएचजी को दीर्घकालिक बनाने के लिए उन्हें शुरू से अंत तक सहायता देना। इसमें क्षमता निर्माण प्रशिक्षण, वित्तीय संसाधनों तक पहुंच की सुविधा और बाजार संपर्क की सहायता शामिल है। इससे एसएचजी को चुनौतियों से निपटने, अवसरों का लाभ उठाने और आगे बढऩे में मदद मिलती है, जो उनकी महिला सदस्यों के सामाजिक-आर्थिक विकास में योगदान करता है।

सफलता का बड़ा उदाहरण

दूसरा कदम, महिलाओं को नेतृत्वकारी भूमिकाओं के लिए तैयार करना। सफल महिलाओं के लिए ऐसे अवसर बनाने चाहिए, जहां वे अपनी सफलता की कहानियों को अन्य महिलाओं के साथ साझा कर सकें और उनमें आत्मविश्वास पैदा कर सकें। उदाहरण के लिए, राजस्थान के दूनी गांव की मीरा जाट डेयरी और कृषि उत्पादक कंपनी मैत्री महिला मंडल समिति की प्रमुख हैं। यह समिति राजस्थान में 8,000 से अधिक ग्रामीण महिलाओं को रोजगार देती है। आज जब वे चुनौतियों और अपनी सफलता की कहानी अन्य महिलाओं को सुनाती है, तब वे अधिक से अधिक महिलाओं को कामकाजी समूह में शामिल होने के लिए प्रेरित करती हैं। ऐसा ही काम लखपति दीदियां भी कर सकती हैं, जिन्होंने एसएचजी के माध्यम से सफलता पाई है। वे सतत आय के विभिन्न उपायों को सामने लाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। तीसरा कदम, उत्पादकता और आय को बढ़ाने के लिए नई प्रौद्योगिकियों को अपनाने के लिए प्रेरित करना। उदाहरण के लिए, सोलर सिल्क रीलिंग मशीन, सोलर ड्रॉयर, बायोमास-संचालित कोल्ड स्टोरेज जैसी कई स्वच्छ प्रौद्योगिकियां कठिन परिश्रम को घटाने और मूल्यवर्धित उत्पाद तैयार करने में मदद करती हैं। सीईईडब्ल्यू और विलग्रो का अध्ययन बताता है कि स्वच्छ प्रौद्योगिकियों ने ग्रामीण भारत की 10 हजार से अधिक महिलाओं की सालाना आय को 33 प्रतिशत बढ़ाने में मदद करते हुए उनकी आजीविका में उल्लेखनीय सुधार किया है। राजस्थान में झाडोल गांव की आशापुरा एसएचजी की गायत्री सुथार के अनुभव को बतौर उदाहरण देखा जा सकता है। बिजली आपूर्ति में दिक्कत होने पर उन्हें डेयरी व्यवसाय में नुकसान उठाना पड़ता था। इससे बचने के लिए उन्होंने सोलर रेफ्रिजरेटर लगा लिया। अब वे सोलर रेफ्रिजरेटर को अपने कारोबार का रक्षक बताती हैं, क्योंकि इससे दूध की बर्बादी घटी है और आय बढ़ी है।

मरने के बाद गंदी हरकत कर रहा है एआई, रहें सावधान

देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें  फेसबुकपर लाइक करें या  ट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

पूरे लाव-लश्कर के साथ 14 मार्च को दिल्ली में गरजेंगे राकेश टिकैत, करेंगे महापंचायत

1183846 rakesh tikait
Rakesh Tikait
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 11:52 PM
bookmark
Rakesh Tikait : भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता एक बार फिर दिल्ली में भाषण देते हुए नजर आएंगे। राकेश टिकैत ने दिल्ली में हुंकार भरने की जानकारी खुद ही दी है। राकेश टिकैत ने कहा कि 14 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैंदान में संयुक्त किसान मोर्चा की महापंचायत बुलाई गई है। किसान महापंचायत में राकेश टिकैत अपने पूरे लाव-लश्कर के साथ शामिल होंगे और अपने अंदाज में गरजते हुए नजर आएंगे। Rakesh Tikait

क्या है राकेश टिकैत का कार्यक्रम ?

आपको बता दें कि शुक्रवार को प्रसिद्ध किसान नेता राकेश टिकैत मेरठ के सरधना में थे। सरधना में राकेश टिकैत ने बड़ा बयान दिया है। श्री टिकैत ने कहा है कि वें 14 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैंदान में आयोजित होने वाली महापंचायत में जरूर शामिल होंगे। राकेश टिकैत ने कहा कि केन्द्र सरकार से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की मांग को पूरा कराने के लिए किसान संयुक्त मोर्चा ने 14 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में महापंचायत बुलाई है। इस महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन पूरे दमखम के साथ शामिल होगी। राकेश टिकैत ने किसानों का आहवान किया कि सभी किसान 14 मार्च को दिल्ली की पंचायत में जरूर शामिल हों। राकेश टिकैत की इस घोषणा के साथ ही यह स्पष्ट हो गया है कि यदि सरकार ने किसान पंचायत करने की अनुमति दे दी तो राकेश टिकैत अपने पुराने अंदाज में दिल्ली में गरजते हुए नजर आएंगे। आपको बता दें कि पूरे देश के किसान एक बार फिर आंदोलन के रास्ते पर चल रहे हैं। इसी कड़ी में किसान संयुक्त मोर्चा ने महापंचायत बुलाई है।

ED के झंडे से हो रहा है गठबंधन

प्रसिद्ध किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि ED तथा CBI के डर से अनेक नेता तथा दल भाजपा के साथ गठबंधन कर रहे हैं। एक सवाल के जवाब में राकेश टिकैत ने यह बात कही। श्री टिकैत से पूछा गया था कि राष्ट्रीय लोकदल (RLD ) तथा भाजपा (BJP) के गठबंधन पर उनका क्या कहना है। इस सवाल के जवाब में राकेश टिकैत ने कहा कि कुछ दल तथा नेता ED तथा CBI के डर से सरकार में बैठी पार्टी के साथ गठबंधन कर रहे हैं। राकेश टिकैत ने यह भी कहा कि कौन दल किसके साथ गठबंधन करता है अथवा नहीं करता इस बात का किसानों के आंदोलन पर कोई असर नहीं पड़ता।

बड़ी खबर : बीएसपी प्रमुख को पसंद नहीं आया विपक्षी गठबंधन, लिया बड़ा फैसला

ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।