weather alerts यूपी में बारिश को लेकर मौसम विभाग की बड़ी भविष्यवाणी, 41 जिलों में अलर्ट

Barish
weather alerts यूपी में बारिश को लेकर मौसम विभाग की बड़ी भविष्यवाणी 41 जिलों में अलर्ट
locationभारत
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calendar02 Sep 2022 05:22 PM
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weather alerts भारतीय मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की है। उत्तर प्रदेश के 41 जिलों के लिए अलर्ट जारी किया गया है। यूपी की राजधानी समेत प्रदेश के 41 जिलों में मौसम विभाग ने भारी बारिश की संभावना जताई है। पश्चिमी यूपी और दक्षिण उत्तर प्रदेश में इतनी बारिश हो सकती है, जिससे कि पहले से कम हुई बारिश की क्षतिपूर्ति हो सके।

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मौसम विभाग ने लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर समेत 41 जिलों में दो दिन तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। बरेली, पीलीभीत और शाहजहांपुर जैसे तराई क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की भी संभावना है।

मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता के अनुसार 2 और 3 सितंबर को बस्ती, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर-खीरी, सीतापुर, बरेली, पीलीभीत और शाहजहांपुर जैसे तराई क्षेत्रों में भारी बारिश होगी। यहां गरज-चमक के साथ बिजली भी गिरने का अनुमान है।

INS Vikrant- पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट INS विक्रांत सौंपा गया नेवी को, 1997 में हुआ था रिटायर, 25 साल बाद पुनर्जन्म

इसके अलावा सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संतकबीर नगर, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, मुरादाबाद, रामपुर, पीलीभीत, बदायूं, हमीरपुर, महोबा, झांसी और ललितपुर में भी भारी बारिश होगी। 40 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से इन जिलों में हवाएं भी चल सकती हैं।

आपको बता दें कि सहारनपुर में शुक्रवार को बादल छाए हैं। गुरुवार को जिले के कुछ हिस्सों में हल्की बूंदाबांदी हुई थाी। मेरठ में सुबह से ही तेज धूप निकली है।

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INS Vikrant- पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट INS विक्रांत सौंपा गया नेवी को, 1997 में हुआ था रिटायर, 25 साल बाद पुनर्जन्म

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 04:11 AM
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देश का पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट आईएनएस विक्रांत (INS Vikrant) आज नेवी को सौंप दिया गया है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों यह शुभ काम हुआ। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9:30 पर कोच्चि स्थित कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड पहुंचे, जहां पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किय। इसके बाद 9:48 पर इन्होंने देश ने निर्मित पहले एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रांत (INS Vikrant) को नेवी को सौंपा। इस खास मौके की कई तस्वीरें सामने आई हैं। कोच्चि शिपयार्ड में पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नौसैनिकों से मुलाकात की।

आइए जानते हैं INS विक्रांत के बारे में -

आईएनएस विक्रांत (INS Vikrant) देश में बनाया गया पहला सबसे बड़ा युद्धपोत है। 20 मिग-29 फाइटर जेट्स और 10 हेलीकॉप्टर को ले जाने की क्षमता रखने वाले इस युद्धपोत को बनाने में करीब 20 हजार करोड रुपए खर्च हुए थे। यह विमान एक साथ 40 हजार टन का वजन उठा सकता है। साल 1971 में हुए युद्ध में इस युद्धपोत ने अपने सीहॉक लड़ाकू विमान से बांग्लादेश के चिटगांव, कॉक्स बाजार व खुलना में दुश्मनों के कई ठिकानों को नष्ट किया था। 31 जनवरी 1997 को INS विक्रांत को नेवी से हटा दिया गया था। अब पूरे 25 साल बाद एक बार फिर INS विक्रांत की वापसी हुई है।

सिर्फ 4 देशों में है ऐसा जहाज बनाने की क्षमता -

भारत के अलावा दुनिया के सिर्फ 4 देशों में ही 40 हजार और इससे ज्यादा वजन उठाने वाले विमान वाहक जहाज का निर्माण करने की क्षमता है। यह देश है अमेरिका रूस ब्रिटेन और फ्रांस। साल 2017 में आई एन एस विराट के रिटायर होने के बाद भारत के पास सिर्फ आईएनएस विक्रमादित्य विमान वाहक बचा था। अब आईएनएस विक्रांत के वापस आने से काफी सहूलियत हो जाएगी।

आईएनएस विक्रांत को तैयार करने में लगे 13 साल -

आईएनएस विक्रांत (INS Vikrant) को फिर से तैयार करने में 13 साल लग गए। सबसे पहले अगस्त 2011 में इसका स्ट्रक्चर तैयार हुआ। इसके बाद साल 2013 के अगस्त महीने में इसे पहली बार लांच किया गया। दिसंबर 2020 में इसका बेसिन ट्रायल्स पूरा हुआ। इसके बाद साल 2021 में अगस्त महीने में इसे पहली बार समुद्र में उतारा गया। जुलाई 2022 में इसके सी ट्रायल्स किए गए। 2 सितंबर 2022 को आईएनएस विक्रांत भारतीय नेवी को सौंपा गया। जून 2023 तक यह पूरी तरह से ऑपरेशनल मोड में आ जाएगा।
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National News : पत्रकारिता में आध्यात्म के समावेश से साकार होगी समृद्ध भारत की तस्वीर

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userचेतना मंच
calendar01 Sep 2022 10:51 PM
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 - सम्मेलन में चेतना मंच को किया गया सम्मानित, पूरी टीम ने लिया भाग Abu Road : आबू रोड (राजस्थान )। हम संकल्प लेते हैं कि यहां से जाकर अपनी लेखनी के माध्यम से सकारात्मक खबरों को बढ़ावा देंगे। पत्रकारिता में आध्यात्म के समावेश से ही समृद्ध भारत की तस्वीर बनेगी। इस संकल्प के साथ चार दिवसीय 26वे राष्ट्रीय मीडिया महासम्मेलन का माउंट आबू में गुरुवार को समापन हो गया। यह सम्मेलन ब्रह्माकुमारीज संस्थान के शांतिवन में ‘समाधानपरक पत्रकारिता से समृद्ध भारत की ओर’ विषय पर आयोजित किया गया। ब्रह्माकुमारीज संस्थान के शांतिवन में ‘समाधानपरक पत्रकारिता से समृद्ध भारत की ओर’ विषय पर आयोजित किया गया। समापन सत्र का विषय समाधान केंद्रित मीडिया- समय की मांग पर रखा गया। महासम्मेलन में देशभर से पधारे 1500 से अधिक पत्रकारों ने कहा कि हम यहां से जाकर अपने अपने समाचार माध्यम से समाज में आशा जगाने वाली, सकारात्मक खबरों को पेश करेंगे। इस सम्मेलन में चेतना मंच समाचार समूह को सम्मानित किया गया। यह सम्मान चेतना मंच के सम्पादक आर.पी. रघुवंशी ने ग्रहण किया। इस अवसर पर चेतना मंच के डिजिटल चैनल के राजनीतिक सम्पादक राजकुमार चौधरी, संवाद सहयोगी मेहर सिंह अवाना, फोटो जर्नलिस्ट शिव सुमन समेत चेतना मंच की पूरी टीम मौजूद थी। मीडिया ही समाज को मानसिक स्वास्थ्य दे सकता है : समापन सत्र के मुख्य अतिथि दिल्ली से पधारे आईआईएमसी के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने कहा कि समाज और जीवन को प्रभावित करने वाली जो भी गतिविधियां हमारे समाज में हैं, उसमें समाज को प्रभावित करने के लिए मीडिया एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मीडिया समाज के लोग मंगल कार्य में बहुत प्रभावकारी है। जैसे डॉक्टर शरीर के स्वास्थ्य के लिए है, उसी प्रकार मीडिया मानसिक स्वास्थ्य समाज को दे सकता है। मीडिया को सच्चाई दिखाना होगी : एयर इंडिया के ऑथर जितेंद्र भार्गव ने कहा कि देश के बाहर जो ऑर्गेनाइजेशन होते हैं, वह हमारे देश को मीडिया के द्वारा कैसे नुकसान पहुंचा सकते हैं। आपने देखा होगा, कैसे इंडियन जर्नलिस्ट का इस्तेमाल होता है। अगर देश को सही मायने में स्वर्णिम भारत बनाना है तो मीडिया को सच्चाई दिखानी पड़ेगी। अखबार का देना होगा उचित मूल्य : रेडियो सरगम इंदौर के मैनेजिंग डायरेक्टर आशीष गुप्ता ने कहा कि आज सभी लोग मीडिया को दोषी ठहराते हैं। जबकि समाज का दूसरा पक्ष ये है कि आज लोग 100 रुपये का पिज्जा खा लेते हैं, लेकिन 25 पेज का अखबार पांच रुपये में खरीदना चाहते हैं। साथ में उसमें न्यूज भी अपने हिसाब से चाहते हैं। आपके हिसाब से तब न्यूज होगा, जब अखबार वालों को एडवर्टाइज लेना न पड़े और आप अखबार का उचित मूल्य देंगे। राजयोग से मन सकारात्मकता से रहेगा भरपूर : ब्रह्माकुमारीज के कार्यकारी सचिव डॉ. बीके मृत्युंजय भाई ने कहा कि दुनियाभर में एकमात्र आध्यात्मिक विश्वविद्यालय ब्रह्माकुमारीज ही है। आप सभी पत्रकार भाई-बहनों से आह्वान है कि यहां से जाकर राजयोग मेडिटेशन सीखकर अपने जीवन को सुख शांतिमय बनाएं। क्योंकि जब आपका मन सकारात्मक विचारों से भरपूर रहेगा तो आप समाज को भी सही रास्ता दिखा पाएंगे। इन विद्वानों ने भी रखे विचार : गुजरात से पधारे कवि डॉक्टर कनुभाई ने कहा कि यहां आकर हमें चारों तरफ से अच्छे विचार मिले। ब्रह्माकुमारीज संस्थान ने इसी के लिए यह समुद्र मंथन कार्यक्रम रखा है। इस मंथन में अब तक काफी रत्न मिले हैं। मीडिया विंग मुंबई के जोनल कॉर्डिनेटर बीके संजय भाई ने कहा कि कैसे मीडियाकर्मी अपने दायित्वों को निभाएं और जो समाज का उत्थान है वैसे ही न्यूज प्रकाशित करें। जितना हम अध्यात्मिकता को जीवन में अपनाते हैं और दृढ़ता से संकल्प लेते हैं कि अपने नए समाज के परिवर्तन में अपना व्यक्तिगत परिवर्तन करना ही है। मीडिया विंग गुजरात की जोनल कोऑर्डिनेटर बीके रंजन बहन ने कहा कि आज हम समस्याओं का वर्णन बहुत सुन रहे हैं, लेकिन जरूरत है समाधानपरक पत्रकारिता की। अभिनेत्री रीमा सरीन ने कहा कि ब्रह्माकुमारी के संपर्क में आने के बाद मेरा जीवन बदल गया। मैं रोज राजयोग और मुरली फॉलो करती हूं। आज युवा और मीडिया के लिए सकारात्मक होना बहुत जरूरी है। ग्लोबल पीस इनिवेटिव की निदेशिका बीके डॉ. बिन्नी सरीन, हैदराबाद की विंग की नेशनल कोऑर्डिनेटर सरला आनंद ने भी मूल्यनिष्ठ मीडिया को लेकर अपने विचार व्यक्त किए। गायक रोशनी सोनी और बीके युगरत्न भाई ने गीत प्रस्तुत किया। मोहाली के जोनल मीडिया कोऑर्डिनेटर करमचंद भाई ने संचालन किया।