दिवाली 2025: सोना या शेयर, कौन बढ़ाएगा आपका पैसा?

दिवाली 2025: सोना या शेयर, कौन बढ़ाएगा आपका पैसा?
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userचेतना मंच
calendar09 Oct 2025 12:43 PM
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दिवाली केवल रोशनी, मिठाइयों और नए कपड़ों का त्योहार नहीं, बल्कि नए निवेश की शुरुआत का भी प्रतीक है। इस मौके पर हर निवेशक के मन में एक सवाल उठता है – इस बार सोना खरीदें या शेयर बाजार में कदम रखें? भारत में सोना सिर्फ एक धातु नहीं, बल्कि सुरक्षा, समृद्धि और परंपरा का प्रतीक माना जाता है, इसलिए दिवाली और धनतेरस पर इसे खरीदना शुभ माना जाता है। लेकिन बदलती आर्थिक परिस्थितियों में, जहां शेयर बाजार भी आम लोगों की निवेश रणनीतियों का अहम हिस्सा बन चुका है, यह सवाल और भी जरूरी हो जाता है: दीर्घकालिक संपत्ति निर्माण के लिए कौन सा विकल्प ज्यादा लाभदायक साबित होगा?    Diwali Investments 2025

पिछले साल सोने ने दिखाई ताकत

अगर हम पिछले साल के निवेश रुझानों पर नजर डालें, तो सोने ने निवेशकों को निराश नहीं किया। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं, बढ़ती महंगाई और ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव ने सोने को सुरक्षित और भरोसेमंद निवेश विकल्प बना दिया। भारत में गोल्ड ईटीएफ ने अकेले एक साल में लगभग 50-55% तक रिटर्न दिए, जो निश्चित रूप से आंखें खोल देने वाले हैं। ये आंकड़े निवेशकों को यह सोचने पर मजबूर कर सकते हैं कि सोना सबसे सुरक्षित और लाभदायक विकल्प है। लेकिन वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि केवल एक साल के प्रदर्शन को आधार बनाकर निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है, क्योंकि निवेश की दुनिया में स्थिरता और दीर्घकालिक रणनीति ही असली सफलता की कुंजी है।

लंबी अवधि में शेयर बाजार की बढ़त

अगर हम थोड़ी लंबी नजर डालें, तो कहानी थोड़ी बदल जाती है। निफ्टी 50 जैसे प्रमुख शेयर इंडेक्स ने पिछले 10-15 वर्षों में निवेशकों को औसतन 12-15% सालाना कंपाउंड रिटर्न दिया है, जबकि सोने का औसत इसी अवधि में सिर्फ 8-9% के आसपास रहा। शेयर बाजार का असली लाभ यह है कि इसमें आप सीधे कंपनियों की बढ़ती कमाई में हिस्सेदार बनते हैं। जैसे-जैसे कंपनियों का व्यापार और मुनाफा बढ़ता है, आपका निवेश भी बढ़ता है। इसके अलावा, कई कंपनियां डिविडेंड के जरिए नियमित आय का अवसर भी देती हैं, जो लंबी अवधि में निवेशकों के लिए स्थिर और भरोसेमंद आमदनी का जरिया बन सकता है।

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हर साल का प्रदर्शन एक जैसा नहीं

निवेश की दुनिया में एक पुराना लेकिन अहम सिद्धांत है – जो संपत्ति इस साल चमकती है, वह अगले साल उतनी दमदार नहीं रह सकती। उदाहरण के तौर पर, सोने की कीमतें कई बार 2-3 साल लगातार बढ़ती रही हैं, लेकिन इसके बाद कई सालों तक स्थिर या गिरावट में भी रही हैं। इसलिए केवल पिछले साल के आंकड़ों को देखकर निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है। फिलहाल सोना ऊंचे स्तर पर है, और अगर इसकी कीमतें इसी स्तर पर स्थिर भी रह जाती हैं, तो निवेशकों की उम्मीदें कहीं निराशा में बदल सकती हैं।

निवेश की रणनीति

यदि आप परंपरा और त्योहार की भावना के अनुसार थोड़ी मात्रा में सोना खरीदना चाहते हैं, तो यह बिल्कुल ठीक है, लेकिन इसे निवेश की तरह नहीं, बल्कि भावनात्मक खरीददारी समझें। वहीं, अगर आपका लक्ष्य आने वाले वर्षों में संपत्ति बनाना है, तो इक्विटी यानी शेयर बाजार में SIP के माध्यम से धीरे-धीरे निवेश करना सबसे समझदारी भरा विकल्प माना जाता है। एक और स्मार्ट तरीका यह है कि आप दोनों में संतुलन बनाए रखें – अपने पोर्टफोलियो का 10-15% सोने में और बाकी हिस्से को लंबे समय के लिए मजबूत म्यूचुअल फंड या उच्च गुणवत्ता वाले शेयरों में निवेश करें। इस तरह आप परंपरा और स्मार्ट निवेश दोनों का संतुलन बनाए रखते हुए दीर्घकालिक लाभ भी सुनिश्चित कर सकते हैं।    Diwali Investments 2025

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भारत बनेगा फार्मा पावरहाउस? अमेरिकी कंपनी करेगी ₹8,880Cr का निवेश

भारत बनेगा फार्मा पावरहाउस? अमेरिकी कंपनी करेगी ₹8,880Cr का निवेश
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userचेतना मंच
calendar06 Oct 2025 04:12 PM
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भारत के लिए अमेरिका से एक अच्छी खबर आई है। दिग्गज अमेरिकी फार्मा कंपनी एली लिली एंड कंपनी (Eli Lilly) ने भारत में 1 अरब डॉलर (करीब ₹8,880 करोड़) के बड़े निवेश का ऐलान किया है। यह निवेश अगले कुछ वर्षों में तेलंगाना में किया जाएगा जहां कंपनी एक नया हाई-टेक सेंटर स्थापित करेगी। International News 

क्या है कंपनी का प्लान?

Eli Lilly ने अपने बयान में कहा है कि यह रणनीतिक निवेश कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई चेन को भारत में मजबूत करेगा। कंपनी भारत को अपने ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग नेटवर्क का एक अहम हिस्सा बनाना चाहती है। हैदराबाद में खुलने वाला नया सेंटर उच्च गुणवत्ता वाली तकनीकी क्षमताएं प्रदान करेगा जो न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के लिए दवाओं की आपूर्ति को बेहतर बनाएगा।

इन बीमारियों पर फोकस

कंपनी का फोकस भारत में उन दवाओं के उत्पादन को बढ़ाने पर है जिनकी ग्लोबल डिमांड तेजी से बढ़ रही है। जैसे-मधुमेह (डायबिटीज), मोटापा (Obesity), अल्जाइमर, कैंसर, इम्यूनिटी से जुड़ी बीमारियां। यही नहीं, Eli Lilly हाल ही में भारत में अपनी मशहूर वजन घटाने वाली दवा "Mounjaro" लॉन्च कर चुकी है जिसकी दुनियाभर में भारी डिमांड है।

भारत पर कंपनी को भरोसा

Eli Lilly के इंटरनेशनल एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट पैट्रिक जॉनसन ने कहा, "हम भारत को अपने ग्लोबल सप्लाई नेटवर्क का प्रमुख केंद्र मानते हैं। यह निवेश हमारे भरोसे को दर्शाता है कि भारत में तकनीक, टैलेंट और संभावनाएं अपार हैं।"

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तेलंगाना सरकार ने किया स्वागत

तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने इस निवेश का स्वागत करते हुए कहा, "हैदराबाद अब ग्लोबल हेल्थ इनोवेशन का हब बनता जा रहा है।" वहीं राज्य के उद्योग मंत्री श्रीधर बाबू ने कहा कि तेलंगाना की तकनीक आधारित विकास नीति और बिजनेस फ्रेंडली माहौल बहुराष्ट्रीय कंपनियों को आकर्षित कर रहे हैं। International News 
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30 हजार करोड़ के आईपीओ से हिलेंगे बाजार, टाटा कैपिटल पर सबकी नजर

30 हजार करोड़ के आईपीओ से हिलेंगे बाजार, टाटा कैपिटल पर सबकी नजर
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userचेतना मंच
calendar06 Oct 2025 12:44 PM
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भारतीय शेयर बाजार के निवेशकों के लिए बड़ी खबर है। इस हफ्ते करीब 7 कंपनियां अपना आईपीओ (इनीशियल पब्लिक ऑफर) लेकर आ रही हैं जिनसे कुल मिलाकर लगभग 30,000 करोड़ रुपये जुटाए जाने की उम्मीद है। इनमें सबसे बड़ी और चर्चित होगी टाटा समूह की फाइनेंस कंपनी टाटा कैपिटल का आईपीओ जो अकेले लगभग आधे आईपीओ राशि का हिस्सा होगी। IPO 2025

बाजार की उत्सुकता चरम पर

आईपीओ की शुरुआत 6 अक्टूबर से हो रही है और यह साल 2025 का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ माना जा रहा है। हालांकि, इस बार कंपनियों की संख्या पिछले हफ्तों के मुकाबले थोड़ी कम है लेकिन आईपीओ की कुल वैल्यू ज्यादा होने से बाजार की उत्सुकता चरम पर है।

टाटा कैपिटल का बड़ा आईपीओ

गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) टाटा कैपिटल का आईपीओ 6 अक्टूबर को खुल रहा है। कंपनी इस आईपीओ के जरिए लगभग 15,512 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। यह पिछले साल अक्टूबर में आए दक्षिण कोरियाई वाहन निर्माता ह्यूंडई के 27,859 करोड़ रुपये के आईपीओ के बाद सबसे बड़ा आईपीओ होगा। टाटा कैपिटल के शेयरों की कीमत 310 से 326 रुपये के बीच रखी गई है। इसमें से 6,846 करोड़ रुपये फ्रेश इश्यू के माध्यम से जुटाए जाएंगे, जबकि टाटा संस और इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन (IFC) मिलकर 8,666 करोड़ रुपये के शेयर बेचेंगे। इनमें से 4,642 करोड़ रुपये पहले ही एंकर निवेशकों के जरिए जुटाए जा चुके हैं।

एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स भी ला रही बड़ा आईपीओ

होम अप्लायंसेज निर्माता कंपनी एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स भी शेयर बाजार से लगभग 11,607 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में है। यह आईपीओ 7 से 9 अक्टूबर के बीच खुला रहेगा। एलजी के शेयरों की कीमत 1,080 से 1,140 रुपये के बीच रखी गई है। यह आईपीओ ऑफर फॉर सेल के जरिए होगा, यानी मौजूदा निवेशकों के शेयर बेचे जाएंगे।

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अन्य प्रमुख आईपीओ

रुबिकॉन रिसर्च, जो फार्मा क्षेत्र की कंपनी है, 9 अक्टूबर को अपना आईपीओ उतारेगी। कंपनी 1,377 करोड़ रुपये जुटाएगी जिसमें से 500 करोड़ रुपये फ्रेश इश्यू के तहत और 877 करोड़ रुपये ऑफर फॉर सेल के जरिए होंगे। सरकारी बैंक केनरा बैंक के दो सहयोगी संस्थान केनरा रोबेको एसेट मैनेजमेंट और केनरा एचएसबीसी लाइफ इंश्योरेंस भी 3,000 से 5,000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए 10 अक्टूबर को आईपीओ लॉन्च करेंगे। अनंतम हाईवे ट्रस्ट एक इनविट (INVIT) के रूप में लगभग 400 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी कर रहा है, जिसका प्राइस बैंड 98 से 100 रुपये है। स्टील निर्माता कंपनी मित्तल सेक्शन 7 से 9 अक्टूबर के बीच 52.91 करोड़ रुपये जुटाएगी जिसका प्राइस बैंड 136 से 143 रुपये के बीच होगा। IPO 2025