Bulandshahar News : खुर्जा के मस्जिद में मर्डर, बुर्के में आए बदमाशों ने गोली मारी
gun shot
भारत
चेतना मंच
15 Jul 2022 06:56 PM
Bulandshahar News : बुलंदशहर। उत्तर प्रदेश के बुलंदशर जिले में शुक्रवार की सुबह 65 साल के एक व्यक्ति की मस्जिद में गोली मारकर हत्या कर दी गई। बुर्के में मस्जिद के भीतर पहुंचे 5-6 हमलावरों ने वारदात को अंजाम दिया। बुजुर्ग नमाज पढ़कर जैसे ही उठे, हमलावरों ने उनके सीने और सिर में गोली मार दी। गोली लगते ही वह वहीं गिर गए। ये वारदात पूरी दुनिया में पॉटरी उत्पादन के लिए मशहूर खुर्जा नगर में हुई। सूचना पाकर पुलिस के आला अफसर भी मौके पर पहुंचे और मौके का जायजा लिया। शुरुआती जांच में घटना के पीछे आपसी रंजिश को कारण माना जा रहा है।
खुर्जा नगर के रहने वाले इदरीश कबाड़ का काम करते थे। बेटे आस मोहम्मद ने बताया कि सुबह फजर के नमाज की अजान साढ़े 5 बजे हुई। अब्बू नमाज पढ़ने के लिए लेट हो गए थे। वे शेखपेन की मस्जिद में करीब साढ़े 6 बजे पहुंचे। उसी समय उन पर हमला हुआ। मौके पर मौजूद स्टाफ ने बताया कि लोग 5.30 बजे नमाज पढ़कर चले गए थे। इदरीश करीब 6.30 बजे मस्जिद पहुंचे थे। नमाज पढ़कर वह उठने ही वाले थे, तभी पीछे से 5-6 हमलावर बुर्का पहनकर अंदर आ गए। जब तक उनसे कोई कुछ पूछता, उनमें से दो ने हथियार निकाल लिए। उन्होंने ताबड़तोड़ गोलियां चलानी शुरू कर दीं।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि हम मस्जिद में काम करने वाले 7-8 लोग थे। इसमें मुतवल्ली (मस्जिद के प्रबंधक) और सफाई करने वाले लोग शामिल हैं। हथियार देखकर हम लोग डर गए। भागकर बाथरूम और कमरों में छिप गए। हमने दरवाजे की दराज से देखा कि हमलावरों ने 4-5 गोलियां मारी और हथियार लहराते हुए निकल गए।
एसएसपी श्लोक कुमार ने पुलिस टीम के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया। मौजूद लोगों से बात करके जानकारी ली। उन्होंने बताया कि पूछताछ में पता चला है कि थोड़ी दूर रहने वाले सरफराज से इदरीश की रंजिश चल रही थी। घटना का सीसीटीवी फुटेज भी मिला है। शक के आधार पर कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है। जल्द ही घटना का खुलासा हो जाएगा।
इदरीश की पत्नी फहमीदा ने बताया कि उनकी मोहल्ले में ही रहने वाले सरफराज से रंजिश चलती थी। वह बदमाश किस्म का आदमी है। दो साल पहले हमारे बेटे इमरान से रंगदारी मांगी थी। इसके बाद इदरीश ने मुकदमा दर्ज कराया था। सरफराज तब जेल गया था। कुछ महीनों बाद वह जब छूट कर आया तो उसने मोहल्ले में कहा था, इनसे जेल जाने से लेकर आने तक का रुपया वसूल करूंगा। इसी रंजिश में उसने फिर धमकी दी थी, जिसे नजरअंदाज कर दिया था। आज वह अपने साथियों के साथ बुर्का पहन कर मस्जिद पहुंचा और इदरीश को गोली मार दी।
बताया जा रहा है कि सरफराज हिस्ट्रीशीटर है। उस पर लगभग 25 मुकदमे दर्ज हैं। इदरीश के घर से लगभग सौ मीटर दूर ही उसका भी घर है। फिलहाल वह फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
अगली खबर पढ़ें
भारत
चेतना मंच
15 Jul 2022 06:56 PM
Bulandshahar News : बुलंदशहर। उत्तर प्रदेश के बुलंदशर जिले में शुक्रवार की सुबह 65 साल के एक व्यक्ति की मस्जिद में गोली मारकर हत्या कर दी गई। बुर्के में मस्जिद के भीतर पहुंचे 5-6 हमलावरों ने वारदात को अंजाम दिया। बुजुर्ग नमाज पढ़कर जैसे ही उठे, हमलावरों ने उनके सीने और सिर में गोली मार दी। गोली लगते ही वह वहीं गिर गए। ये वारदात पूरी दुनिया में पॉटरी उत्पादन के लिए मशहूर खुर्जा नगर में हुई। सूचना पाकर पुलिस के आला अफसर भी मौके पर पहुंचे और मौके का जायजा लिया। शुरुआती जांच में घटना के पीछे आपसी रंजिश को कारण माना जा रहा है।
खुर्जा नगर के रहने वाले इदरीश कबाड़ का काम करते थे। बेटे आस मोहम्मद ने बताया कि सुबह फजर के नमाज की अजान साढ़े 5 बजे हुई। अब्बू नमाज पढ़ने के लिए लेट हो गए थे। वे शेखपेन की मस्जिद में करीब साढ़े 6 बजे पहुंचे। उसी समय उन पर हमला हुआ। मौके पर मौजूद स्टाफ ने बताया कि लोग 5.30 बजे नमाज पढ़कर चले गए थे। इदरीश करीब 6.30 बजे मस्जिद पहुंचे थे। नमाज पढ़कर वह उठने ही वाले थे, तभी पीछे से 5-6 हमलावर बुर्का पहनकर अंदर आ गए। जब तक उनसे कोई कुछ पूछता, उनमें से दो ने हथियार निकाल लिए। उन्होंने ताबड़तोड़ गोलियां चलानी शुरू कर दीं।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि हम मस्जिद में काम करने वाले 7-8 लोग थे। इसमें मुतवल्ली (मस्जिद के प्रबंधक) और सफाई करने वाले लोग शामिल हैं। हथियार देखकर हम लोग डर गए। भागकर बाथरूम और कमरों में छिप गए। हमने दरवाजे की दराज से देखा कि हमलावरों ने 4-5 गोलियां मारी और हथियार लहराते हुए निकल गए।
एसएसपी श्लोक कुमार ने पुलिस टीम के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया। मौजूद लोगों से बात करके जानकारी ली। उन्होंने बताया कि पूछताछ में पता चला है कि थोड़ी दूर रहने वाले सरफराज से इदरीश की रंजिश चल रही थी। घटना का सीसीटीवी फुटेज भी मिला है। शक के आधार पर कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है। जल्द ही घटना का खुलासा हो जाएगा।
इदरीश की पत्नी फहमीदा ने बताया कि उनकी मोहल्ले में ही रहने वाले सरफराज से रंजिश चलती थी। वह बदमाश किस्म का आदमी है। दो साल पहले हमारे बेटे इमरान से रंगदारी मांगी थी। इसके बाद इदरीश ने मुकदमा दर्ज कराया था। सरफराज तब जेल गया था। कुछ महीनों बाद वह जब छूट कर आया तो उसने मोहल्ले में कहा था, इनसे जेल जाने से लेकर आने तक का रुपया वसूल करूंगा। इसी रंजिश में उसने फिर धमकी दी थी, जिसे नजरअंदाज कर दिया था। आज वह अपने साथियों के साथ बुर्का पहन कर मस्जिद पहुंचा और इदरीश को गोली मार दी।
बताया जा रहा है कि सरफराज हिस्ट्रीशीटर है। उस पर लगभग 25 मुकदमे दर्ज हैं। इदरीश के घर से लगभग सौ मीटर दूर ही उसका भी घर है। फिलहाल वह फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
Azamgarh: आजमगढ़। यूपी के पूर्वांचल में बसे आजमगढ़ जिले में सामाजिक और सांप्रदायिक सौहार्द की अनूठी मिसाल देखने को मिली। यहां एक हिंदू लड़के और मुस्लिम लड़की ने मंदिर में सात फेरे लेकर सात जन्मों तक साथ निभाने का वादा किया। खानपुर फतेह के रहने वाले सूरज और हैदरपुर खास गांव की रहने वाली मोमिन के बीच बीते दो वर्षों से अफेयर था। दोनों ने गुरुवार को मंदिर में फेरे लेकर शादी की। लड़की के घरवालों ने पहले ऐतराज किया, हालांकि बाद में वो लोग भी तैयार हो गए।
सम्मो माता के मंदिर में दोनों ने हिंदू रीति-रिवाज से शादी की। मुस्लिम युवती मोमिन ने हिंदू धर्म अपनाते हुए सूरज के गले में वरमाला डाली। परिजनों ने दोनों को आशीर्वाद दिया। सूरज ने बताया कि शादी परिवारवालों की रजामंदी से हुई है। इसमें किसी का कोई दबाव नहीं था। युवती मोमिन का कहना है कि हम लोग दो साल से एक दूसरे से प्रेम करते हैं। हम लोगों ने गुरुवार को शादी की है। हम लोग खुश रहना चाहते हैं।
विश्व हिंदू परिषद के गौरव सिंह का कहना है कि मुस्लिम समाज की बेटी ने हिंदू लड़के से शादी की है। ऐसी बहनें जो सनातन धर्म स्वीकार करती हैं, उनका हम लोग स्वागत करते हैं।
अगली खबर पढ़ें
भारत
चेतना मंच
02 Dec 2025 03:01 AM
Azamgarh: आजमगढ़। यूपी के पूर्वांचल में बसे आजमगढ़ जिले में सामाजिक और सांप्रदायिक सौहार्द की अनूठी मिसाल देखने को मिली। यहां एक हिंदू लड़के और मुस्लिम लड़की ने मंदिर में सात फेरे लेकर सात जन्मों तक साथ निभाने का वादा किया। खानपुर फतेह के रहने वाले सूरज और हैदरपुर खास गांव की रहने वाली मोमिन के बीच बीते दो वर्षों से अफेयर था। दोनों ने गुरुवार को मंदिर में फेरे लेकर शादी की। लड़की के घरवालों ने पहले ऐतराज किया, हालांकि बाद में वो लोग भी तैयार हो गए।
सम्मो माता के मंदिर में दोनों ने हिंदू रीति-रिवाज से शादी की। मुस्लिम युवती मोमिन ने हिंदू धर्म अपनाते हुए सूरज के गले में वरमाला डाली। परिजनों ने दोनों को आशीर्वाद दिया। सूरज ने बताया कि शादी परिवारवालों की रजामंदी से हुई है। इसमें किसी का कोई दबाव नहीं था। युवती मोमिन का कहना है कि हम लोग दो साल से एक दूसरे से प्रेम करते हैं। हम लोगों ने गुरुवार को शादी की है। हम लोग खुश रहना चाहते हैं।
विश्व हिंदू परिषद के गौरव सिंह का कहना है कि मुस्लिम समाज की बेटी ने हिंदू लड़के से शादी की है। ऐसी बहनें जो सनातन धर्म स्वीकार करती हैं, उनका हम लोग स्वागत करते हैं।
Presidential Election : एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार मुर्मू का समर्थन करेंगे ओपी राजभर
OP Rajbhar
भारत
चेतना मंच
02 Dec 2025 04:40 AM
Lucknow : लखनऊ। यूपी में भाजपा के खिलाफ लगातार हमलावर रहने वाले और फिलहाल अखिलेश यादव के साथ गठबंधन में शामिल ओमप्रकाश राजभर ने राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू के समर्थन का ऐलान कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोला है। ओपी राजभर ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुझे बुलाकर कहा कि आप पिछड़े, दलित, वंचित की लड़ाई लड़ते हैं। आप द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करें। मैंने उनसे मुलाकात की। उसके बाद गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात हुई। उनसे बात होने के बाद हमने द्रौपदी मुर्मू को समर्थन का ऐलान किया है।
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव पर हमला करते हुए ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि समाजवादी पार्टी के नेता को हमारी जरूरत नहीं है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में जयंत चौधरी को बुला लेते हैं, लेकिन ओपी राजभर को नहीं बुलाते हैं। राज्यसभा चुनाव आया तो राज्यसभा जयंत चौधरी को दे देना, एमएलसी चुनाव में हमें न पूछना। उनकी तरफ से नजरअंदाज करने वाली चीजें हो रही हैं। इससे पहले राजभर ने समाजवादी पार्टी (सपा) से बढ़ती तल्खी की खबरों के बीच कहा था कि उन्हें अखिलेश यादव की तरफ से ‘तलाक’ मिलने का इंतजार है, लेकिन वह स्वयं सपा से गठबंधन तोड़ने की पहल नहीं करेंगे। उन्होंने दावा किया था कि वह अब भी सपा के साथ हैं। अखिलेश यादव यदि उन्हें अपने साथ नहीं रखना चाहेंगे, तो वह सपा के साथ जबरदस्ती नहीं रहेंगे।
वर्तमान में उत्तर प्रदेश विधानसभा में सुभासपा के छह विधायक हैं। उत्तर प्रदेश में 2022 का विधानसभा चुनाव सुभासपा और सपा ने एक साथ मिलकर लड़ा था। सुभासपा ने 18 सीटों पर चुनाव लड़ा था और छह पर जीत हासिल की थी। इससे पहले, 2017 के विधानसभा चुनाव में सुभासपा, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ थी और राज्य में भाजपा की सरकार बनने के बाद सत्ता में शामिल भी हुई थी लेकिन बाद में पार्टी सरकार से अलग हो गयी थी।
भारत
चेतना मंच
02 Dec 2025 04:40 AM
Lucknow : लखनऊ। यूपी में भाजपा के खिलाफ लगातार हमलावर रहने वाले और फिलहाल अखिलेश यादव के साथ गठबंधन में शामिल ओमप्रकाश राजभर ने राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू के समर्थन का ऐलान कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोला है। ओपी राजभर ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुझे बुलाकर कहा कि आप पिछड़े, दलित, वंचित की लड़ाई लड़ते हैं। आप द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करें। मैंने उनसे मुलाकात की। उसके बाद गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात हुई। उनसे बात होने के बाद हमने द्रौपदी मुर्मू को समर्थन का ऐलान किया है।
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव पर हमला करते हुए ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि समाजवादी पार्टी के नेता को हमारी जरूरत नहीं है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में जयंत चौधरी को बुला लेते हैं, लेकिन ओपी राजभर को नहीं बुलाते हैं। राज्यसभा चुनाव आया तो राज्यसभा जयंत चौधरी को दे देना, एमएलसी चुनाव में हमें न पूछना। उनकी तरफ से नजरअंदाज करने वाली चीजें हो रही हैं। इससे पहले राजभर ने समाजवादी पार्टी (सपा) से बढ़ती तल्खी की खबरों के बीच कहा था कि उन्हें अखिलेश यादव की तरफ से ‘तलाक’ मिलने का इंतजार है, लेकिन वह स्वयं सपा से गठबंधन तोड़ने की पहल नहीं करेंगे। उन्होंने दावा किया था कि वह अब भी सपा के साथ हैं। अखिलेश यादव यदि उन्हें अपने साथ नहीं रखना चाहेंगे, तो वह सपा के साथ जबरदस्ती नहीं रहेंगे।
वर्तमान में उत्तर प्रदेश विधानसभा में सुभासपा के छह विधायक हैं। उत्तर प्रदेश में 2022 का विधानसभा चुनाव सुभासपा और सपा ने एक साथ मिलकर लड़ा था। सुभासपा ने 18 सीटों पर चुनाव लड़ा था और छह पर जीत हासिल की थी। इससे पहले, 2017 के विधानसभा चुनाव में सुभासपा, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ थी और राज्य में भाजपा की सरकार बनने के बाद सत्ता में शामिल भी हुई थी लेकिन बाद में पार्टी सरकार से अलग हो गयी थी।