वफादार कुत्ते की कहानी: मालिक फंदे से झूल गया तो रोया, बचाने की कोशिश करता रहा और चल बसा

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 01:38 AM
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UP News झांसी : उत्तर प्रदेश के झांसी से एक दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है, जो बॉलीवुड मूवी 'तेरी मेहरबानियां' की याद दिलाती है। रील लाइफ की तरह रियल लाइफ में भी एक कुत्ते ने ऐसा किरदार निभाया है, जो चर्चा का विषय बन गया है। यूपीएससी एग्जाम में दो बार असफल रहने पर एक युवक फांसी के फंदे से झूल गया।

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घर में उस समय सिर्फ पालतू कुत्ता एलेक्स ही मौजूद था। वह फांसी से झूल रहे युवक का पैर खींचकर उसे बचाने की कोशिश करता रहा। उस दरम्यान वह रोया भी। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे चौकी इंजार्च को भी एलेक्स ने काट कर जख्मी कर दिया। पूरे 4 घंटे तक किसी को घर में घुसने नहीं दिया। नगर निगम की टीम ने किसी तरह उस पर काबू पाया। तब जाकर युवक की लाश फंदे से उतारी जा सकी।

इलाज के लिए मॉं को लेकर पिता गए थे भोपाल

मामला झांसी शहर की पंचवटी कॉलोनी का है। डीआरएम कार्यालय में कार्यरत आनंद अग्निहोत्री अपनी पत्नी की इलाज के लिए भोपाल गए हुए थे। उनका 25 वर्षीय इकलौता बेटा संभव अग्निहोत्री घर पर अकेले था। आनंद ने रविवार की रात करीब 10 बजे अपने बेटे को फोन कर हालचाल पूछना चाहा। पर उसका फोन नहीं उठा तो उन्होंने पड़ोसियों को फोन कर घर जाने को कहा। पर घर का दरवाजा बंद था। बार-बार बेल बजाने के बाद भी घर के अंदर से कोई रिस्पांस नहीं आ रहा था। उन्होंने यह सूचना आनंद को दी। किसी अनहोनी की आशंका की वजह से उन्होंने पुलिस को सूचना दी।

चौकी इंचार्ज को भी घर में नहीं घुसने दिया, काटा

मौके पर पहुंचे उन्नाव गेट चौकी इंचार्ज शिवम सिंह ने घर के अंदर जाने का प्रयास किया तो कुत्ते एलेक्स ने उनकी बॉडी पर दांत गड़ा दिए। कुत्ते को काबू करना मुश्किल हो रहा था। नगर निगम की टीम ने जाल फेंककर कुत्ते को नियंत्रण में लिया और उसे बेहोशी का इंजेक्शन लगाया। उधर, पुलिस टीम घर में दाखिल हुई तो उन्हें समर्थ का फंदे से लटकता हुआ शव​ मिला। परिजन भी तड़के झांसी पहुंच गए। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।

यूपीएससी में असफलता की वजह से उठाया खौफनाक कदम

कमरे की तलाशी के दौरान पुलिस को एक डायरी मिली। जिसमें यूपीएससी परिणाम आने के बाद निराश होने की बात लिखी हुई थी। परिजनों का भी कहना है कि उनका लड़का पढ़ाई में तेज था। यूपीएससी एग्जाम में दो बार फेल होने के बाद परेशान रहता था। इसको लेकर उसे काफी समझाया भी गया था। संभवत: इसी वजह से उसने ऐसा खौफनाक कदम उठाया।

UP News - रात में पड़ोसियों ने सुनी कुत्ते के रोने की आवाज

संभव के शव के पैरों पर कुते के पंजे के खरोंच के निशान पाए गए। अनुमान लगाया जा रहा है कि उस दौरान एलेक्स काफी बेचैन हो गया था और अपने मालिक को बचाने की कोशिश भी की। 5 साल से संभव ही एलेक्स को पाल रहा था। संभव की मौत के बाद एलेक्स की भी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि बेहोशी की दवा की ओवरडोज की वजह से वह दोबारा नहीं उठा। उधर पड़ोसियों का कहना है कि रात में एलेक्स के रोने की आवाज आ रही थी तो उन लोगों ने सोचा कि भूखा प्यासा होगा। इसलिए रो रहा होगा। पर घर जाकर देखा तो उनके होश उड़ गए। संभव की मौत से लोग दुखी तो हैं ही पर एलेक्स की मौत का भी लोगों को गम है। उसकी वफादारी की चर्चा है। UP News

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UP News: यूपी की राजधानी में सदियों से चली आ रही भंडारा प्रथा, जानिए क्यों और कैसे शुरु हुआ बड़े मंगल का आयोजन

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UP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 04:40 AM
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UP News लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बडे़ मंगल का आयोजन बड़े पैमाने पर होता है। लखनऊ में अलग- अलग मंदिरों और जगहों पर इसका आयोजन होता है। वहीं इस दौरान धार्मिक आस्था देखने को मिलती है। वैसे तो अलीगंज स्थित पुराने हनुमान मंदिर के कई मिथक हैं जिनकी चर्चा भी खूब है लेकिन क्या आप जानते हैं कि जेठ माह में भंडारे की शुरुआत कैसे और क्यों हुई ? बता दें कि गलियों में बसा पुराना हनुमान मंदिर अन्य मंदिरों से अलग है। मंदिर के गुंबद के ऊपर स्थित चाँद तारा अवध की गंगा-जमुनी तहज़ीब और सदियों से चली आ रही संस्कृति का सच्चा प्रतीक है।

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मन्नत पूरी होने पर करवाया था भंडारा

मंदिर परिसर में रहकर इस पूजा और इसकी देखरेख करने वाले शिवाकांत मिश्रा ने बताया कि यह मंदिर 170 साल से अधिक पुराना है। इसका जीर्णोधार नवाब वाजिद अली शाह की बेगम अलियाह ने कराया था। दरअसल, उनके कोई औलाद नहीं थी। जिसके चलते उन्होंने मन्नत मानी थी जिसे पूरा होने पर यहां पर जेठ के मंगल पर भंडारा करवाया था। तभी से यह देश और प्रदेश के अलग-अलग जनपदों में चारों ओर धूमधाम से मनाया जा रहा है। वहीं इसे बड़े मंगल के रूप में जाना जाता है।

इसी जगह पर सीता माता ने किया था विश्राम

शिवाकांत बताते हैं कि जब सीता जी को वनवास के लिए भेजा गया था तो आज जिस स्थान पर मंदिर मौजूद है, वही स्थान था जहां उन्होंने विश्राम किया था और भगवान हनुमान उनकी सुरक्षा के लिए उपस्थित थे। मंदिर परिसर के बाहर प्रसाद विक्रेताओं ने बताया कि उनके पूर्वज बताते थे कि नवाब वाजिद अली शाह और उनकी बेगम की हनुमान जी के प्रति ऐसी श्रद्धा थी कि इस मंदिर में बंदरों को चना भी खिलाया जाता था। खास बात यह है कि वाजिद अली शाह बजरंगबली के प्रति इतनी अधिक श्रद्धा रखते थे कि उनके नवाबी काल में बंदरों की हत्या पर भी प्रतिबंध था।

प्रसाद के लिए लगती है लम्बी कतार

बड़े मंगल को लेकर बड़ा उत्साह है वहीं लखनऊ में छोटे बड़े मिलाकर 1500 से ज्यादा इलाको में भंडारा का आयोजन किया है। जानकीपुरम के हनुमान मंदिर, हनुमान सेतु धाम, कपूरथला, इंजीनियरिंग कॉलेज, खुर्रम नगर,मड़ियांव, टेढ़ी पुलिया, चौपटिया, चौक, गोमती नगर, इंदिरानगर, बालागंज, दुबग्गा, आशियाना, चारबाग, हज़रतगंज, परिवर्तन चौक, लालबाग, भूतनाथ मार्केट में बड़े मंगल के प्रसाद का वितरण किया जाता है। बड़े मंगल को लेकर श्रद्धालुओं में इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता कि उन्हें इसको लेकर काफी उत्सुकता रहती है। इसके साथ ही बिना किसी भेदभाव के प्रसाद पाने के लिए भीषण गर्मी और धूप में भी लंबी कतारों में लोग खड़े होकर इसका आनंद लेते हैं।

कोरोना की वजह से हुआ था प्रभावित

कुछ लोगों का यह भी कहना है कि बड़े मंगल पर मेले की परंपरा शहर में बहुत पहले प्लेग की चपेट में आने के बाद शुरू हुई थी। जो उस समय मंदिर के अंदर थे वे सुरक्षित रहे। तब से हर साल मेले का आयोजन किया जा रहा है। हालांकि, कोरोना की वजह से बड़ा मंगल का आयोजन प्रभावित हुआ था। लेकिन उसके बाद स्थितियां सामान्य होने के बाद फिर से यह बड़े ही धूमधाम से मनाया जाने लगा है। बड़े मंगल के दिन लखनऊ समेत आसपास के कई जिलों में भंडारों का आयोजन किया जाता है। लखनऊ में यह बड़े पैमाने पर मनाया जाता है क्योंकि लखनऊ को लक्ष्मण की नगरी के नाम से भी जाना जाता है।

‘गजवा-ए-हिंद’ का ख्वाब देखने वालों को बेनकाब कर रही ‘The Kerala Story’ : भाजपा

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‘गजवा-ए-हिंद’ का ख्वाब देखने वालों को बेनकाब कर रही 'The Kerala Story' : भाजपा

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The Kerala Story
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:50 AM
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The Kerala Story : लखनऊ। कॉलेज की छात्राओं के लिए हाल ही में एक सिनेमाघर में विवादास्पद फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ के प्रदर्शन का आयोजन करने वाले उत्तर प्रदेश भाजपा के सचिव अभिजात मिश्रा ने मंगलवार को दावा किया कि ‘गजवा-ए-हिंद’ का ख्वाब देख रहे लोगों को यह फिल्म बेनकाब कर रही है। मिश्रा ने ट्विटर पर यह भी कहा कि कांग्रेस और कुछ विपक्षी नेता फिल्म को प्रतिबंधित करने के लिए "आतंकवादियों" से निर्देश ले रहे थे।

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भाजपा नेता ने अपने ट्वीट के साथ एक तस्वीर भी लगाई है जिसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की तस्वीरें हैं जो इस फिल्म पर किसी भी हाल में पाबंदी लगाने की वकालत करते दिख रहे हैं।

मिश्रा ने दावा किया कि ‘द केरला स्टोरी’ फिल्म ‘गजवा-ए-हिंद’ (भारत के खिलाफ युद्ध) का ख्वाब देख रहे लोगों को बेनकाब कर रही है।

अदा शर्मा अभिनीत फिल्म शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हुई। लेकिन कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी समेत कुछ अन्य पार्टियों ने मुस्लिम समुदाय के प्रति नफरत फैलाने के लिए फिल्म में उनका झूठा चित्रण करने का आरोप लगाया है।

मिश्रा ने पिछले शनिवार को कॉलेज की लड़कियों के लिए लखनऊ के एक सिनेमा घर में फिल्म के प्रदर्शन का आयोजन किया था।

उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को ‘द केरला स्टोरी’ को राज्य में मनोरंजन कर से मुक्त करने का आदेश दिया है। मध्य प्रदेश में इसे पहले ही कर मुक्त किया जा चुका है।

"द केरला स्टोरी" की रिलीज पर रोक लगाने से इनकार करने वाले केरल उच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में एक याचिका भी दायर की गई है। शीर्ष अदालत 15 मई को याचिका पर सुनवाई करेगी।

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