सीएम योगी ने महाकुंभ में भगदड़ पर दिया जवाब

सीएम योगी का विपक्ष पर हमलावर रुख
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर हमलावर रुख अख्तियार करते हुए विधानसभा में कहा कि जब हम प्रदेश की 24-25 करोड़ जनता को बचाने का काम कर रहे थे तो ये वही लोग हैं जो उपहास उड़ा रहे थे। और तो और अयोध्या में रामलाल को विराजमान किया जाता है तो समाजवादी पार्टी उसका भी विरोध करती है। शिवपाल जी तो सिर्फ पश्चिम की तरफ जाते हैं। ये लोग महाकुंभ पर्व के आयोजन पर भी राजनीति करने से बाज नहीं आते हैं। किसी दुर्घटना को सरकार की विफलता के रूप में प्रचारित किया जाता है।सभी को आस्था की डुबकी लगाना चाहिए
सीएम योगी ने कहा, मैं तो माननीय अध्यक्ष जी से में कहूंगा कि सभी सदस्यों को कुंभ ले जाना चाहिए। सभी को आस्था की डुबकी लगाना चाहिए, सभी को अवसर मिलना चाहिए। हमारी सरकार को अवसर मिला सभी को जोड़ने का, और हमने महाकुंभ के माध्यम से सभी को जोड़ने का काम किया है। हम चाहते हैं कि सभी आस्था के इस महापर्व में प्रयागराज जाकर आस्था की डुबकी लगाएं और सनातन धर्म का पालन करें। UP Newsसंगम के जल को लेकर कर रहे दुष्प्रचार
कुछ लोग एक पुरानी रिपोर्ट चलाकर सगम के पानी को खराब बता रहे हैं। संगम का पानी नहाने लायक है या नहीं, इसको लेकर विवाद छिड़ गया है, इस पर भी सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ऐसे ही जल की गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं। 2013 में अव्यवस्था देखकर मॉरीशस ने स्नान करने से मना कर दिया था। गंगा जी हो या यमुना जी हों जितने भी नाले उससे जुड़े हैं शुद्धि के बाद ही उसे छोड़ा जा रहा। इन दोनों के मानक निर्धारित है, जल में स्नान करने की जो मात्रा होनी चाहिए वह निर्धारित है और वहीं उपलब्ध भी है। केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की जो रिपोर्ट है उसके आधार पर संगम पर स्नान करना चाहिए। इसके बावजूद एक पुरानी रिपोर्ट को चलाया गया है। कुछ लोग दुष्प्रचार करके संगम को बदनाम करने का प्रयास निरंतर कर रहे हैं। UP Newsमहाकुंभ को बदनाम करने की साजिश
महाकुंभ को बदनाम करने की साजिश की जा रही है। महाकुंभ की आलोचना पर जवाब देते हुए सीएम योगी ने कहा कि अखिलेश ने विरोध के बाद भी स्नान किया। किसी के संक्रमित सोच का उपचार नहीं हो सकता है। ममता बनर्जी महाकुंभ को मृत्युकुंभ बता रही हैं, जबकि मल्लिकार्जुन खरगे हजारों लोगों की मौत की बात कर रहे हैं। जया बच्चन ने कहा कि यह वीआईपी लोगों के लिए कुंभ था। उनकी ओर से शवों को गंगा में बहाने की बात कही गई। इन नेताओं का पूरा प्रयास कुंभ की गरिमा को नुकसान पहुंचाना था लेकिन कुंभ के आयोजन को भव्यता के साथ करके करोड़ों देशवासियों ने महाकुंभ का स्रान किया, क्या ये सत्य नहीं है। विपक्षी सिर्फ विरोध करने की ही भाषा जानते हैं उन्हें नहीं पता कि पिछले आठ सालों में यूपी की छवि बदली है और यूपी के लोगों को सम्मान मिलता है। UP Newsसंगम के पानी में प्रदूषण को लेकर NGT ने उत्तर प्रदेश सरकार को लगाई फटकार
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सीएम योगी का विपक्ष पर हमलावर रुख
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर हमलावर रुख अख्तियार करते हुए विधानसभा में कहा कि जब हम प्रदेश की 24-25 करोड़ जनता को बचाने का काम कर रहे थे तो ये वही लोग हैं जो उपहास उड़ा रहे थे। और तो और अयोध्या में रामलाल को विराजमान किया जाता है तो समाजवादी पार्टी उसका भी विरोध करती है। शिवपाल जी तो सिर्फ पश्चिम की तरफ जाते हैं। ये लोग महाकुंभ पर्व के आयोजन पर भी राजनीति करने से बाज नहीं आते हैं। किसी दुर्घटना को सरकार की विफलता के रूप में प्रचारित किया जाता है।सभी को आस्था की डुबकी लगाना चाहिए
सीएम योगी ने कहा, मैं तो माननीय अध्यक्ष जी से में कहूंगा कि सभी सदस्यों को कुंभ ले जाना चाहिए। सभी को आस्था की डुबकी लगाना चाहिए, सभी को अवसर मिलना चाहिए। हमारी सरकार को अवसर मिला सभी को जोड़ने का, और हमने महाकुंभ के माध्यम से सभी को जोड़ने का काम किया है। हम चाहते हैं कि सभी आस्था के इस महापर्व में प्रयागराज जाकर आस्था की डुबकी लगाएं और सनातन धर्म का पालन करें। UP Newsसंगम के जल को लेकर कर रहे दुष्प्रचार
कुछ लोग एक पुरानी रिपोर्ट चलाकर सगम के पानी को खराब बता रहे हैं। संगम का पानी नहाने लायक है या नहीं, इसको लेकर विवाद छिड़ गया है, इस पर भी सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ऐसे ही जल की गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं। 2013 में अव्यवस्था देखकर मॉरीशस ने स्नान करने से मना कर दिया था। गंगा जी हो या यमुना जी हों जितने भी नाले उससे जुड़े हैं शुद्धि के बाद ही उसे छोड़ा जा रहा। इन दोनों के मानक निर्धारित है, जल में स्नान करने की जो मात्रा होनी चाहिए वह निर्धारित है और वहीं उपलब्ध भी है। केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की जो रिपोर्ट है उसके आधार पर संगम पर स्नान करना चाहिए। इसके बावजूद एक पुरानी रिपोर्ट को चलाया गया है। कुछ लोग दुष्प्रचार करके संगम को बदनाम करने का प्रयास निरंतर कर रहे हैं। UP Newsमहाकुंभ को बदनाम करने की साजिश
महाकुंभ को बदनाम करने की साजिश की जा रही है। महाकुंभ की आलोचना पर जवाब देते हुए सीएम योगी ने कहा कि अखिलेश ने विरोध के बाद भी स्नान किया। किसी के संक्रमित सोच का उपचार नहीं हो सकता है। ममता बनर्जी महाकुंभ को मृत्युकुंभ बता रही हैं, जबकि मल्लिकार्जुन खरगे हजारों लोगों की मौत की बात कर रहे हैं। जया बच्चन ने कहा कि यह वीआईपी लोगों के लिए कुंभ था। उनकी ओर से शवों को गंगा में बहाने की बात कही गई। इन नेताओं का पूरा प्रयास कुंभ की गरिमा को नुकसान पहुंचाना था लेकिन कुंभ के आयोजन को भव्यता के साथ करके करोड़ों देशवासियों ने महाकुंभ का स्रान किया, क्या ये सत्य नहीं है। विपक्षी सिर्फ विरोध करने की ही भाषा जानते हैं उन्हें नहीं पता कि पिछले आठ सालों में यूपी की छवि बदली है और यूपी के लोगों को सम्मान मिलता है। UP Newsसंगम के पानी में प्रदूषण को लेकर NGT ने उत्तर प्रदेश सरकार को लगाई फटकार
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