Karnataka News: जद (एस) ने चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की

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calendar19 Dec 2022 11:42 PM
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Karnataka News:  बेंगलुरु। जनता दल (सेक्युलर) ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को अपने 93 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की।  राज्य विधानसभा चुनाव अगले साल मई तक होने की संभावना है।

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इस सूची में कर्नाटक के लगभग सभी जिलों की सीट के लिए उम्मीदवार शामिल हैं। इसमें उत्तर कर्नाटक के बेलगावी में खानपुर से लेकर राज्य के दक्षिणी हिस्से में चामराजनगर जिले के हनूर तक के उम्मीदवार शामिल हैं। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सी एम इब्राहिम ने कहा कि सूची पूर्व प्रधानमंत्री और जद (एस) प्रमुख एच डी देवगौड़ा की सहमति लेने के बाद जारी की गई। जद (एस) के सूत्रों ने कहा कि पार्टी आने वाले दिनों में शेष 131 उम्मीदवारों की सूची जारी करेगी। कर्नाटक विधानसभा में कुल 224 सीट है।

Jammu-Kashmir News: राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता’ पर आज़ाद से पद्म पुरस्कार वापस लिया जाए

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Politics: नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोल रहा हूं: राहुल गांधी

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calendar29 Nov 2025 01:36 PM
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Politics: मालाखेड़ा (अलवर)।कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को कहा कि यह देश “मोहब्बत का है, नफरत का नहीं है”, इसलिए वह “ नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोल रहे हैं।”

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कांग्रेस नेता ने कहा कि उनकी 'भारत जोड़ो यात्रा' के उद्देश्य पर सवाल उठाने वाले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं के लिए यही उनका जवाब है। एक बड़ी जनसभा को यहां संबोधित करते हुए गांधी ने भाजपा के नेताओं से कहा,“ मैं नफरत के बाजार में, मोहब्बत की दुकान खोल रहा हूं।” उन्होंने कहा, “आपका बाजार नफरत का है, मेरी दुकान मोहब्बत की है।” गांधी ने कहा कि उनकी यात्रा कई बार भाजपा कार्यालयों के आगे से गुजरी जिस दौरान भाजपा के नेता व कार्यकर्ता इशारों-इशारों में उनकी यात्रा को लेकर सवाल खड़े करते थे। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के अनुसार, “उनके (भाजपा के) नेता कभी कहते हैं कि राहुल गांधी क्या कर रहा है? मेरे दिमाग में भी थोड़ी देर यह आया कि मैं क्या कर रहा हूं, पैदल चल रहा हूं, लोगों से मिल रहा हूं उनसे गले मिल रहा... मैं कर क्या रहा हूं?' गांधी ने कहा,' और जवाब मिल गया... उन भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए जो इशारों में पूछते हैं कि क्या कर रहे हो उनके लिए.... जवाब नफरत के बाजार में, मोहब्बत की दुकान खोल रहा हूं।” सभा में बड़ी संख्या में उमड़े लोगों की तालियों व 'राहुल गांधी जिंदाबाद' के नारों के बीच कांग्रेस नेता ने कहा, “आप मुझसे नफरत करो, आप मुझे गाली दो ... यह आपके दिल की बात है। आपका बाजार नफरत का ... मेरी दुकान मोहब्बत की।” उन्होंने कहा कि वह सिर्फ अपनी बात नहीं कर रहे, बल्कि पूरे संगठन जिसने इस देश को आजादी दिलाई। कांग्रेस सांसद ने कहा, “महात्मा गांधी, (जवाहरलाल) नेहरू, (वल्लभ भाई) पटेल, (बीआर) आंबेडकर व (मौलाना अबुल कलाम) आजाद इन सब ने नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोली थी। यही हम करते हैं।” गांधी ने कहा, “यही जवाब है मेरा भाजपा के सब लोगों को कि आइए आप भी नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलना शुरू कीजिए। अंत में आपको (यह) करना पड़ेगा क्योंकि हमारा धर्म, हमारा देश मोहब्बत का देश है... नफरत का नहीं है।” सभा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी मौजूद थे। गांधी ने राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना व महात्मा गांधी अंग्रेजी विद्यालय योजना की खुलकर प्रशंसा की।

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Jammu-Kashmir News: राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता’ पर आज़ाद से पद्म पुरस्कार वापस लिया जाए

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calendar02 Dec 2025 12:28 AM
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Jammu-Kashmir News: श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जेकेपीसीसी) के अध्यक्ष विकार रसूल वानी ने सोमवार को कहा कि “राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता” करने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद से उनका पद्म पुरस्कार वापस ले लिया जाना चाहिए।

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कांग्रेस के पूर्व नेता और डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी के प्रमुख आजाद ने हाल ही में कहा था कि जब वह जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को आतंकवादियों के साथ कुछ नेताओं के संबंधों के बारे में सूचित किया था। वानी ने दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में पार्टी के एक सम्मेलन के बाद संवाददाताओं से कहा, अगर उनके मंत्रिमंडल में ऐसे लोग थे, जो आतंकवाद में शामिल थे, उनके विधायक शामिल थे, तो उन्होंने उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की? इसका मतलब है कि उन्होंने (आजाद ने) राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता किया और ऐसा व्यक्ति (पद्म) पुरस्कार के लायक नहीं है। वानी ने कहा कि आजाद से उनका पुरस्कार वापस लिया जाना चाहिए और उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली सरकार में राज्य मंत्री रहे वानी ने कहा, मैं मांग करता हूं कि भारत के राष्ट्रपति उनसे पुरस्कार वापस लें और उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू करें। पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पीसीसी अध्यक्ष ने आजाद का नाम लिए बिना कहा कि अगर पूर्व मुख्यमंत्री ने आतंकवाद में शामिल अपने मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की थी, तो वह “सबसे बड़े गद्दार” हैं। उन्होंने कहा, आपने कार्रवाई क्यों नहीं की? तब आप सबसे बड़े गद्दार हैं। आप गृह मंत्री भी थे और एकीकृत मुख्यालय के अध्यक्ष भी थे। फिर आपको पुरस्कार किसलिए मिला? क्या वह व्यक्ति पुरस्कार का हकदार है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करता है?

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