Ghaziabad:किसानों, मजदूरों एवं युवाओं के लिए हितकारी है बजट: डा. पी.एन.अरोड़ा

New 3 6
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 11:26 PM
bookmark
Ghaziabad: गाजियाबाद । वर्ष 2022 के बजट पर बोलते हुए वरिष्ठ समाजसेवी एवं  यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल् कौशांबी के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ पी एन अरोड़ा ने कहा कि यह बजट किसानों, मजदूरों एवं युवाओं के लिए हितकारी है। दिव्यांगों के लिए की गई विशेष व्यवस्था भी बहुत सराहनीय है। रक्षा क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उठाया गया कदम भी भारत के रक्षा उद्योग को बढ़ाने में मदद करेगा। कोरोना काल में तनाव एवं अवसाद से बढ़ी हुई मानसिक बीमारियों के लिए सरकार द्वारा लाया गया विशेष कार्यक्रम भी लोगों के   मानसिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ करने में अपना योगदान देगा और कहा जाता है कि एक स्वस्थ मन में ही स्वस्थ शरीर का वास होता है ऐसे में यह योजना बहुत ही लाभप्रद रहेगी।
अगली खबर पढ़ें

UP Election 2022: मथुरा की मांट सीट पर बने हैं नए समीकरण, सपा भारी

Logo copy
locationभारत
userचेतना मंच
calendar03 Feb 2022 06:55 PM
bookmark
Mathura: मथुरा/मांट। पश्चिमी उत्तर प्रदेश की प्रमुख विधानसभा सीटों में गिनी जाने वाली मांट विधानसभा सीट पर इस बार समाजवादी पार्टी भारी पड़ती हुई नजर आ रही है। पिछले 9 विधानसभा चुनावों में एक बार को छोडक़र पंडित श्याम सुंदर शर्मा यहां से हमेशा चुनाव जीतते रहे हैं। इस बार समाजवादी पार्टी के नेता डा. संजय लाठर श्री शर्मा को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। विश्लेषकों का दावा है कि इस बार संजय लाठर मांट में नया इतिहास बना सकते हैं। मथुरा जिले के जाट बाहुल्य विधानसभा क्षेत्र मांट से श्याम सुंदर शर्मा आठ बार विधायक बने हैं। उन्होंने कभी बसपा तो कभी तृणमूल कांग्रेस, निर्दलीय और कांग्रेस के बैनर तले विधायकी की है। इस बार वह फिर से बसपा के उम्मीदवार हैं। भाजपा, सपा व कांग्रेस इस बार श्याम सुंदर शर्मा की घेराबंदी कर रही है। भाजपा ने अपने पुराने चेहरे एसके शर्मा को बदलते हुए नए उम्मीदवार राजेश चौधरी पर दांव खेला है। सपा-रालोद गठबंधन ने योगेश नौहवार की जगह संजय लाठर को प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस से भी जाट उम्मीदवार सुमन चौधरी मैदान में उतरीं हैं। अब इन सभी दलों की कोशिश बसपा के विजय अभियान को रोकने की है।वहीं बसपा उम्मीदवार की कोशिश ब्राह्मण, दलित, मुस्लिम और अन्य पिछड़े वर्ग के सहारे अपनी विजयी पताका को नौवीं बार फहराने की है। मांट क्षेत्र को विकास की तस्वीर दिखा रहे राजेश चौधरी के सहारे भाजपा की कोशिश जाटों के साथ ठाकुर, ब्राह्मण और अन्य पिछड़े वर्ग के गठजोड़ से यहां कमल खिलाने की है। जाट बाहुल्य क्षेत्र मांट विधानसभा जाट बाहुल्य है। यहां एक लाख से अधिक जाट मतदाता बताए जाते हैं। इसके बाद यहां करीब 55 हजार ब्राह्मण मतदाताओं की मौजूदगी है। दलितों की संख्या 42 हजार तो ठाकुरों की छत्तीसी में उनकी मतदाता के रूप में मौजूदगी करीब 38 हजार है। मुस्लिम 22 हजार, 20 हजार वैश्य और गुर्जर, बघेल और निषाद 12-12 हजार हैं। श्याम सुंदर शर्मा इन सभी जातियों में अपनी पकड़ रखते हैं, लेकिन उनकी इसी पकड़ को कमजोर करने के लिए राजेश चौधरी और संजय लाठर राजनीतिक गोटियां बिछा रहे हैं। कांग्रेस भी कवायद में जुटी है। पिछला विधानसभा चुनाव 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने एसके शर्मा को चुनाव मैदान में उतारा था तो रालोद से योगेश नौहवार और बसपा से श्याम सुंदर शर्मा चुनाव लड़े थे। जीत भले ही श्याम सुंदर शर्मा की हुई थी, लेकिन रालोद के योगेश नौहवार से महज 432 मतों से हारे थे।  क्षेत्र का जातीय समीकरण इस सीट पर जाट बाहुल्यता के साथ ब्राह्मण, ठाकुर, मुस्लिम, जाटव, निषाद, बघेल, वैश्य और गुर्जर व अन्य जातियों के वोट हैं। मुस्लिम, जाटव, बघेल, निषाद निर्णायक भूमिका में रहते हैं। पहचान: यहां नौहझील में झाड़ी वाले हनुमान बाबा, कृष्णलीला स्थली भांडीर वन और राधारानी का मानसरोवर स्थित मंदिर। यहां के मतदाताओं की संख्या की बात करें तो इस सीट पर कुल 343728 मतदाता हैं। इनमें 183335 पुरुष मतदाता तथा 160353 महिला मतदाता हैं एवं अन्य 18 मतदाता हैं। क्षेत्र की चुनावी स्थिति पर बारीक नजर रखने वाले विश्लेषकों का मत है कि किसान आंदोलन, क्षेत्र में राष्ट्रीय आंदोलन के मुखिया जयंत चौधरी की सक्रियता तथा सपा व रालोद के गठबंधन ने इस विधानसभा सीट की तस्वीर बदल दी है। इस बार के चुनाव में सपा प्रत्याशी डा. संजय लाठर बेहद मजबूती से चुनाव लड़ रहे हैं। विश्लेषक मान रहे हैं कि यदि मतदान के दिन तक कोई अनहोनी न हुई तो इस बार के चुनाव में श्री लाठर यहां नया इतिहास बना देंगे।
अगली खबर पढ़ें

Assembly elections 2022 जानिए क्या कहती है सहारनपुर की जनता

01 11 2021 election election 5 22171702
Assembly elections 2022
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Feb 2022 08:19 PM
bookmark

Assembly elections 2022 : सहारनपुर। विधानसभा चुनाव 2022 (Assembly elections 2022) को लेकर सभी पार्टी प्रचार में जुटी हुई हैं। प्रत्याशी डोर टू डोर लोगों तक पहुंच रहे हैं। डिजिटल माध्यमों से भी संवाद किया जा रहा है। जनपद सहारनपुर में 14 फरवरी को मतदान होना है। चेतना मंच टीम ने मतदाताओं से जानना चाहा कि वे अपना जनप्रतिनिधि कैसा चाहते हैं।

[caption id="attachment_15987" align="alignnone" width="268"]archna kashyap Archna kashyap[/caption]

सम्राट विक्रम कालोनी की रहने वाले समाजसेविका अर्चना कश्यप का कहना है कि वैसे तो वर्तमान समय की राजनीति में किसी भी जनप्रतिनिधि से अपेक्षा किया जाना बेकार की बात है, लेकिन फिर भी विधायक ईमानदार हो और जनता के सुख-दुख में काम आने वाला होना चाहिए। उनका कहना था कि उनका विधायक ऐसा होना चाहिए जो संकट की घड़ी आने पर जनता के साथ खड़ा हुआ नजर आए।

[caption id="attachment_15989" align="alignnone" width="276"]Shishr vatsa Shishr vatsa[/caption]

टैक्स एडवोकेट शिशिर वत्स का कहना है कि जनप्रतिनिधि अपराधिक छवि वाला नहीं होना चाहिए। उसका व्यवहार मिलनसार होना चाहिए। उन्हें ऐसा विधायक चाहिए जो विकास कार्यों को प्राथमिकता देने वाला हो। इसके साथ ही न केवल उच्च वर्ग, बल्कि मध्यम और निचले तबके की बात भी सुनने वाला होना चाहिए। इसके अलावा विधायक ऐसा होना चाहिए कि कम से कम महीने में एक बार जनता के बीच जाकर जनता की बात सुने।

[caption id="attachment_15990" align="alignnone" width="212"]shashank shashank[/caption]

युवा टैक्स सलाहकार शशांक कुमार का कहना है कि स्थानीय समस्याओं को जानता हो और जनता का सेवक बनकर कार्य करे। अहंकार करने वाला न हो। उनका कहना है कि विधायक ऐसा होना चाहिए, जो सरकार से विकास कार्य के लिए जितना भी पैसा आए, उस पूरे के पूरे पैसे को केवल और केवल विकास कार्य में ही लगाए, कमिशन खान वाला विधायक उन्हें कतई पसंद नहीं है। उनका कहना था कि कमिशन के चक्कर में विकास कार्यों की गुणवत्ता गिर जाती है।

[caption id="attachment_15996" align="alignnone" width="282"]Pritee sanjay Pritee sanjay[/caption]

ज्योतिषाचार्य प्रीति संजय का कहना है उनका विधायक विकास कार्यों को करने वाला हो। गरीब, असहाय लोगों की मदद करने वाला हो। इसके साथ ही जब जनता को विधायक से काम पड़े तो ​जनता के काम आने वाला भी होना चाहिए। इसके अलावा राजनीतिक द्वेश भावना न रखता हो, क्योंकि जनता तो राजनीतिक दल को नहीं अपने पसंद के विधायक का चुनाव करती है। स्थानीय विधायक ही उनका असली जनप्रतिनिधि होता है।

[caption id="attachment_15997" align="alignnone" width="234"]Dr kaleem Dr kaleem[/caption]

शहर के वरिष्ठ फिजिशियन डा. कलीम अहमद सबको साथ में लेकर चलने वाला हो। जाति-धर्म के आधार पर भेदभाव न करे। विधायक ऐसा हो जो अपराध को रोकने में सक्षम हो और रास्तों, सड़कों का निर्माण करवा सके। सभी वर्ग के लोगों का सहयोग और सहायता करने वाला विधायक होना चाहिए। उनका कहना था​ कि वैसे तो वर्तमान समय में इन सब गुणों वाला विधायक मुश्किल है, लेकिन यदि फिर भी विधायक साफ सुथरी छवि वाला होना चाहिए।