IND vs NZ 2nd Test: टीम न्यूजीलैंड के लिए यह एक ऐतिहासिक जीत है, जिसने भारत के लगातार 18 घरेलू सीरीज जीतने के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। न्यूजीलैंड की टीम ने शानदार प्रदर्शन किया और भारत को अपने घर में ही हरा दिया। वॉशिंगटन सुंदर के शानदार प्रदर्शन के बावजूद भारतीय टीम जीत हासिल नहीं कर पाई। यह जीत न्यूजीलैंड के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि उन्होंने भारत को उसके घर में पहली बार टेस्ट सीरीज में हराया है। न्यूजीलैंड की टीम ने अपनी मजबूत गेंदबाजी और बल्लेबाजी के साथ भारतीय टीम को टेस्ट सीरीज में हराया है।
न्यूजीलैंड ने जीता टॉस
न्यूजीलैंड और भारत के बीच हाल के मैच में न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग चुनी और 259 रन बनाए। लेकिन भारतीय टीम अपनी पहली पारी में महज 156 रन ही बना पाई। इस तरह न्यूजीलैंड को पहली पारी में 103 रनों की अहम बढ़त मिली, जिससे भारतीय टीम दबाव में आ गई। पहली पारी में रोहित शर्मा और विराट कोहली क्रमशः 0 और एक रन ही बना पाए।
न्यूजीलैंड की ऐतिहासिक जीत
न्यूजीलैंड ने पहली पारी में 103 रनों की बढ़त हासिल की थी, लेकिन भारतीय टीम को जीत की उम्मीद थी। हालांकि, न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लाथम ने 86 रनों की शानदार पारी खेलकर भारत की जीत की राह में बाधा खड़ी कर दी। टॉम लाथम की अर्धशतकीय पारी के अलावा, टॉम ब्लंडेल और ग्लेन फिलिप्स ने भी क्रमशः 41 और 48 रन बनाकर न्यूजीलैंड की स्थिति को मजबूत किया। लेकिन टॉम लाथम की पारी सबसे अधिक प्रभावशाली रही, जिसने भारत की जीत की उम्मीदों को धूमिल कर दिया।
टीम इंडिया का प्रदर्शन
बैटिंग में विफलता भी भारत की हार का एक मुख्य कारण रहा। रोहित शर्मा पुणे टेस्ट की दोनों पारियों में दहाई का आंकड़ा नहीं छू सके, वहीं विराट ने दोनों पारियों में कुल मिलाकर केवल 18 रन बनाए। उनके अलावा मिडिल ऑर्डर में ऋषभ पंत ने पहली पारी में 18 रन बनाए तो दूसरी पारी में खाता भी नहीं खोल सके। वहीं बेंगलुरु टेस्ट के शतकवीर सरफराज खान इस बार कोई कमाल दिखाने में नाकाम साबित हुए। कुल मिलाकर आंकलन किया जाए तो बैटिंग में विफलता टीम इंडिया की सीरीज हारने का बहुत बड़ा कारण बनी है।
स्पिनरों ने लिए इतने विकेट
भारत और न्यूजीलैंड के बीच पुणे में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में स्पिन गेंदबाजों का दबदार प्रदर्शन देखने को मिला। मैच में कुल 38 विकेट स्पिनरों ने लिए, जबकि एक बल्लेबाज रन आउट हुआ। वॉशिंगटन सुंदर, रविचंद्रन अश्विन, मिचेल सैंटनर, ग्लेन फिलिप्स, एजाज पटेल और रवींद्र जडेजा ने अपनी-अपनी टीमों के लिए विकेट चटकाए। यह मैच भारतीय टीम के लिए अप्रत्याशित परिणाम लेकर आया, क्योंकि उन्हें अपनी ही तैयार की गई पिच पर स्पिन गेंदबाजी का सामना करना पड़ा। टिम साउदी एकमात्र तेज गेंदबाज रहे, जिन्होंने पहली पारी में एक विकेट लिया। उनके अलावा रवींद्र जडेजा भी 3 विकेट चटकाने में सफल रहे।