फीफा की ‘प्राइसिंग’ ने बढ़ाई चिंता, टिकटों पर फैन ग्रुप का अल्टीमेटम

समर्थक संगठनों का कहना है कि यह व्यवस्था यात्रा करके टीम के पीछे जाने वाले फैंस की भूमिका को कमजोर करती है जबकि विश्व कप का असली रंग और माहौल वही बनाते हैं।

फीफा वर्ल्ड कप 2026
फीफा वर्ल्ड कप 2026
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar13 Dec 2025 02:00 PM
bookmark

FIFA World Cup 2026 : फीफा वर्ल्ड कप 2026 की उलटी गिनती शुरू होने से पहले ही टिकटों की कीमतों ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। यूरोप के बड़े समर्थक संगठन फुटबॉल सपोर्टर्स यूरोप (FSE) ने फीफा पर आरोप लगाया है कि उसने टिकटों के दाम असामान्य रूप से बढ़ाकर आम प्रशंसकों को टूर्नामेंट से दूर करने जैसा कदम उठाया है। संगठन का कहना है कि यह सिर्फ महंगा आयोजन नहीं, बल्कि विश्व कप की परंपरा और ‘फैन कल्चर’ के साथ खुला समझौता है। FSE के मुताबिक, राष्ट्रीय संघों के जरिए मिलने वाले (PMA/सपोर्टर अलॉटमेंट) टिकटों की कीमतें इतनी ऊपर चली गई हैं कि मैच देखने का सपना अब केवल चुनिंदा अमीर दर्शकों तक सीमित होता दिख रहा है। यही वजह है कि संगठन ने ज्यूरिख स्थित फीफा से मांग की है कि टूर्नामेंट शुरू होने में सात महीने से भी कम समय बचा है, इसलिए राष्ट्रीय टीमों से जुड़े टिकटों की बिक्री तत्काल रोकी जाए और कीमतों पर पुनर्विचार किया जाए।

‘लॉयल सपोर्टर्स’ नजरअंदाज ‘डायनामिक प्राइसिंग’ पर सवाल

प्रशंसक समूहों का आरोप है कि फीफा डायनामिक प्राइसिंग (मांग के हिसाब से कीमत बदलने की नीति) के जरिए मैचों को “आकर्षण क्षमता” के आधार पर अलग-अलग दामों में बेच रहा है। इससे एक ही स्टेज, एक ही श्रेणी के टिकट के लिए अलग-अलग देशों के प्रशंसकों को अलग रकम चुकानी पड़ सकती है। समर्थक संगठनों का कहना है कि यह व्यवस्था यात्रा करके टीम के पीछे जाने वाले फैंस की भूमिका को कमजोर करती है जबकि विश्व कप का असली रंग और माहौल वही बनाते हैं।

पहले मैच से फाइनल तक टीम को फॉलो करने की ‘भारी कीमत’

राष्ट्रीय संघों के बीच साझा की गई मूल्य तालिकाओं का हवाला देते हुए बताया गया है कि PMA मार्ग से किसी समर्थक को अपनी टीम को ग्रुप मैच से लेकर फाइनल तक फॉलो करने के लिए कम से कम 6,900 डॉलर खर्च करने पड़ सकते हैं जो पिछली बार की तुलना में कई गुना ज्यादा बताया जा रहा है। विरोध की सबसे बड़ी वजह यही है कि इतने खर्च में सामान्य नौकरीपेशा, छात्र और मिडिल क्लास फैन के लिए विश्व कप लगभग “आउट ऑफ रीच” होता जा रहा है। FSE के कार्यकारी निदेशक रोनन इवान ने कीमतों को “चौंकाने वाला” बताते हुए कहा कि टूर्नामेंट से अधिकतम कमाई की कोशिश में फीफा विश्व कप के मूल स्वरूप को खतरे में डाल रहा है। उनका तर्क है—स्टेडियम में जोश, रंग, माहौल और शोर चाहिए; लेकिन जब फैन ही बाहर हो जाएं, तो उत्सव कैसे बनेगा?

इंग्लैंड के टिकट सबसे महंगे? ‘शर्मनाक’ बताकर विरोध

इंग्लैंड और वेल्स के प्रशंसकों की प्रतिनिधि संस्था फुटबॉल सपोर्टर्स एसोसिएशन (FSA) ने दावा किया है कि इंग्लैंड के लिए PMA टिकटों की कीमतें सबसे अधिक हैं। संस्था ने इसे “शर्मनाक” बताते हुए कहा कि अगर कोई समर्थक टीम को शुरुआत से फाइनल तक फॉलो करे, तो खर्च 7,020 डॉलर तक पहुंच सकता है।

FSA ने FSE की मांग का समर्थन करते हुए फुटबॉल संघों से अपील की है कि वे मिलकर इन कीमतों को सीधे चुनौती दें।

छोटे देशों के फैंस पर सबसे बड़ा असर

विवाद का दूसरा बड़ा पहलू यह है कि कुछ देशों में टिकटों की कीमतें औसत मासिक वेतन से भी ज्यादा बताई जा रही हैं। 2026 में टीमों की संख्या 32 से बढ़कर 48 होने से कई छोटे फुटबॉल देशों को पहली बार मंच मिला है, लेकिन समर्थक संगठनों के अनुसार, टिकटों के दामों ने उनके प्रशंसकों का उत्साह तोड़ दिया है।

उदाहरण के तौर पर, हैती जैसे देश के एक मैच का सबसे सस्ता टिकट 180 डॉलर बताया गया है, जबकि वहां औसत मासिक आय करीब 147 डॉलर के आसपास बताई गई। घाना के संदर्भ में भी ऐसी ही चिंता जताई गई है। समर्थकों का कहना है कि लोग सालों से पैसे जोड़ते हैं ताकि पहली बार विश्व कप का अनुभव ले सकें, लेकिन अब कई लोग आने का इरादा ही छोड़ सकते हैं। FIFA World Cup 2026

संबंधित खबरें

अगली खबर पढ़ें

ऑक्शन से पहले ‘बिग गेम’! कैमरन ग्रीन 21 करोड़, पृथ्वी शॉ को KKR ने खरीदा

इसी सस्पेंस के बीच पूर्व भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर मॉक ऑक्शन कराया, जहां फैंस ने टीमों की ओर से बोली लगाकर माहौल बना दिया। नतीजा दिलचस्प रहा कुछ खिलाड़ियों पर करोड़ों की ‘बारिश’ हुई, तो कुछ बड़े नाम हैरान करने वाली तरह से बिना खरीदार के रह गए।

ऑक्शन से पहले ‘बिग गेम’ अश्विन के मॉक ऑक्शन में करोड़ों की बारिश
ऑक्शन से पहले ‘बिग गेम’ अश्विन के मॉक ऑक्शन में करोड़ों की बारिश
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar13 Dec 2025 10:40 AM
bookmark

IPL 2026 : आईपीएल 2026 के मिनी ऑक्शन से पहले ही बाजार गर्म है। 16 दिसंबर को अबू धाबी के एतिहाद एरीना में 359 खिलाड़ियों की किस्मत का फैसला होना है, इस ऑक्शन में कुल मिलाकर अधिकतम 77 नामों पर ही मुहर लग सकती है। यानी हर फ्रेंचाइजी के सामने एक ही सवाल: सही खिलाड़ी या सही कीमत? इसी सस्पेंस के बीच पूर्व भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर मॉक ऑक्शन कराया, जहां फैंस ने टीमों की ओर से बोली लगाकर माहौल बना दिया। नतीजा दिलचस्प रहा कुछ खिलाड़ियों पर करोड़ों की ‘बारिश’ हुई, तो कुछ बड़े नाम हैरान करने वाली तरह से बिना खरीदार के रह गए।

कैमरन ग्रीन पर 21 करोड़ की बरसात

ऑस्ट्रेलिया के स्टार ऑलराउंडर कैमरन ग्रीन इस मॉक ऑक्शन में सबसे ज्यादा डिमांड में दिखे। चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने उन्हें 21 करोड़ रुपये में खरीद लिया। दिलचस्प बात ये रही कि कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) भी उनके लिए जोरदार बोली लगा रही थी क्योंकि दोनों टीमों को एक भरोसेमंद ऑलराउंडर की जरूरत साफ दिखती है। संकेत यही हैं कि असली मिनी ऑक्शन में भी ग्रीन के लिए ऐसी ही ‘टक्कर’ देखने को मिल सकती है। मॉक ऑक्शन में लियाम लिविंगस्टन भी महंगे साबित हुए। KKR ने उन्हें 18.5 करोड़ रुपये में अपने नाम किया, जो दूसरे सबसे महंगे खिलाड़ी रहे। इसके अलावा वेंकटेश अय्यर पर भी KKR ने बड़ा दांव लगाया और उन्हें 17.5 करोड़ रुपये में खरीदा।

पृथ्वी शॉ की वापसी की उम्मीदें

एक वक्त भारतीय क्रिकेट के भविष्य माने जाने वाले पृथ्वी शॉ को इस बार मॉक ऑक्शन में खरीदार मिल गया। पिछली बार (मेगा ऑक्शन) में शॉ अनसोल्ड रहे थे, लेकिन यहां KKR ने उन्हें 5.25 करोड़ रुपये में खरीदकर उनकी IPL वापसी की उम्मीदों को फिर से हवा दे दी। वहीं रवि बिश्नोई को हैदराबाद ने 10.5 करोड़ में लिया।मथीशा पथिराना के लिए दिल्ली ने 7 करोड़ खर्च किए। वहीं दूसरी तरफ, मॉक ऑक्शन में स्टीव स्मिथ और डेवोन कॉनवे जैसे बड़े नाम अनसोल्ड रह गए—जो फैंस के लिए सबसे बड़ा सरप्राइज रहा।

सोल्ड और अनसोल्ड खिलाड़ियों की लिस्ट (टीम-वाइज कीमत सहित)

सोल्ड खिलाड़ी

  • कैमरन ग्रीन – 21 करोड़, चेन्नई
  • लियाम लिविंगस्टन – 18.5 करोड़, कोलकाता
  • वेंकटेश अय्यर – 17.5 करोड़, कोलकाता
  • रवि बिश्नोई – 10.5 करोड़, हैदराबाद
  • जेसन होल्डर – 9 करोड़, लखनऊ
  • मथीशा पथिराना – 7 करोड़, दिल्ली
  • पृथ्वी शॉ – 5.25 करोड़, कोलकाता
  • डेविड मिलर – 4.5 करोड़, पंजाब
  • बेन डकेट – 4 करोड़, कोलकाता
  • जॉनी बेयरस्टो – 3.75 करोड़, कोलकाता
  • जेमी स्मिथ – 3.75 करोड़, दिल्ली
  • मुस्ताफिजुर रहमान – 3.5 करोड़, बेंगलुरु
  • राहुल चाहर – 3.25 करोड़, राजस्थान
  • आकाश दीप – 3.25 करोड़, चेन्नई
  • टिम सीफर्ट – 3 करोड़, दिल्ली
  • आकिब नबी – 3 करोड़, दिल्ली
  • एनरिक नॉर्खिया – 3 करोड़, हैदराबाद
  • रचिन रवींद्र – 2.25 करोड़, पंजाब
  • वानिंदु हसरंगा – 2 करोड़, लखनऊ
  • जोश इंग्लिस – 2 करोड़, चेन्नई
  • एकील हुसैन – 2 करोड़, चेन्नई
  • अभिनव मनोहर – 1.75 करोड़, लखनऊ

अनसोल्ड खिलाड़ी

  • स्टीव स्मिथ – अनसोल्ड
  • डेवोन कॉनवे – अनसोल्ड
  • जेक फ्रेजर मैकगर्क – अनसोल्ड IPL 2026


संबंधित खबरें

अगली खबर पढ़ें

बड़े नाम, कमजोर डिमांड: ये 5 विदेशी खिलाड़ी रह सकते हैं अनसोल्ड

खासकर वे खिलाड़ी, जिनकी हालिया फॉर्म, उपलब्धता या टी20 प्रभाव को लेकर सवाल हैं, उनके अनसोल्ड रहने की संभावना बढ़ जाती है। आइए जानते हैं ऐसे 5 विदेशी खिलाड़ी, जिन पर इस बार टीमों का भरोसा कमजोर पड़ सकता है।

कौन बिकेगा, कौन रह जाएगा फैंस की धड़कनें तेज
कौन बिकेगा, कौन रह जाएगा फैंस की धड़कनें तेज
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar12 Dec 2025 01:11 PM
bookmark

IPL 2026 : आईपीएल 2026 की मिनी नीलामी को लेकर क्रिकेट फैंस में पहले से ही उत्सुकता है। इस बार ऑक्शन में कई बड़े नाम मौजूद हैं और असली दिलचस्पी यही रहेगी कि कौन-सी फ्रेंचाइजी किस खिलाड़ी पर कितना भरोसा जताती है। मिनी ऑक्शन 16 दिसंबर 2025 को अबुधाबी में होना है। उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, इस बार 77 स्लॉट भरने के लिए 359 खिलाड़ियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। ऐसे में मुकाबला कड़ा है और यही कारण है कि कुछ बड़े विदेशी नामों को लेकर भी फ्रेंचाइजियां बेहद सतर्क नजर आ सकती हैं। खासकर वे खिलाड़ी, जिनकी हालिया फॉर्म, उपलब्धता या टी20 प्रभाव को लेकर सवाल हैं, उनके अनसोल्ड रहने की संभावना बढ़ जाती है। आइए जानते हैं ऐसे 5 विदेशी खिलाड़ी, जिन पर इस बार टीमों का भरोसा कमजोर पड़ सकता है

1) स्टीव स्मिथ (ऑस्ट्रेलिया)

ऑस्ट्रेलिया के सीनियर बल्लेबाज स्टीव स्मिथ का आईपीएल में पिछला अध्याय काफी पुराना हो चुका है। वे आखिरी बार आईपीएल 2021 में खेले थे, जहां उन्होंने दिल्ली कैपिटल्स का प्रतिनिधित्व किया था। स्मिथ अब भी टी20 खेल रहे हैं, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में आईपीएल फ्रेंचाइजियों के लिए वे “पहली पसंद” की कैटेगरी से बाहर होते दिखे हैं। इसी वजह से इस बार भी उनके लिए खरीदार मिलना मुश्किल माना जा रहा है।

2) डेवोन कॉनवे (न्यूज़ीलैंड)

डेवोन कॉनवे को पिछली बार चेन्नई सुपरकिंग्स ने बड़े दाम पर टीम में लिया था, लेकिन हालिया प्रदर्शन वैसा प्रभाव नहीं छोड़ पाया जिसकी उनसे उम्मीद थी। इस बार सीएसके ने उन्हें रिलीज कर दिया, और खराब फॉर्म के चलते राष्ट्रीय टीम स्तर पर भी उनकी स्थिति कमजोर बताई जा रही है। ऐसे में फ्रेंचाइजियां 2 करोड़ के बेस प्राइस पर भी जोखिम लेने से हिचक सकती हैं।

3) जोश इंग्लिस (ऑस्ट्रेलिया)

विकेटकीपर-बल्लेबाज जोश इंग्लिस को लेकर सबसे बड़ा सवाल उनकी उपलब्धता है। खबरों के मुताबिक वे आगामी सीजन में सिर्फ कुछ ही मैचों के लिए उपलब्ध हो सकते हैं। आईपीएल जैसे टूर्नामेंट में, जहां टीम कॉम्बिनेशन और निरंतरता सबसे बड़ा हथियार है, वहां सीमित उपलब्धता वाला खिलाड़ी फ्रेंचाइजियों के लिए महंगा सौदा साबित हो सकता है। यही वजह है कि इंग्लिस का अनसोल्ड रहना भी संभव माना जा रहा है।

4) डैरिल मिचेल (न्यूज़ीलैंड)

डैरिल मिचेल को आईपीएल में मौके मिले, लेकिन वे अपनी छाप छोड़ने में लगातार जूझते दिखे। आईपीएल 2024 में उन्हें चेन्नई सुपरकिंग्स ने आजमाया था, मगर प्रदर्शन उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया। फिर आईपीएल 2025 की मेगा नीलामी में भी उन्हें खरीदार नहीं मिला। अब 2 करोड़ के बेस प्राइस पर भी फ्रेंचाइजियां दोबारा दांव लगाने से पहले कई बार सोच सकती हैं।

5) जेसन होल्डर (वेस्टइंडीज)

ऑलराउंडर जेसन होल्डर का अनुभव बड़ा है और वे पहले कई फ्रेंचाइजियों के लिए खेल चुके हैं, लेकिन हाल के समय में उनके प्रदर्शन में वह “गेम-चेंजर” वाली धार नजर नहीं आई। साथ ही वे वेस्टइंडीज की टी20 सेटअप में भी नियमित नाम नहीं रहे हैं। वैश्विक टी20 लीग्स में अपेक्षित प्रभाव न होने के चलते, आईपीएल टीमों का रुख इस बार भी दूरी वाला रह सकता है। IPL 2026

संबंधित खबरें