Health : माता के समान हितकारी है हरड़!

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Feb 2022 03:53 PM
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विनय संकोची हरड़ (Harad) जिसे आमतौर से हरीतकी के नाम से जाना जाता है, भारतीय पौधा है जिसमें कई चिकित्सकीय गुण पाए जाते हैं। यह सुविख्यात त्रिफला का प्रमुख तत्व है, जिसका इस्तेमाल जिगर बढ़ने, ल्यूकोरिया और पेट की अनेक तकलीफों को दूर करने में किया जाता है। हरीतकी को वैद्यों ने चिकित्सा साहित्य में अत्यधिक सम्मान देते हुए उसे अमृतोपम औषधि कहा है। राजबल्लभ निघण्टु के अनुसार - यस्य माता गृहे नास्ति, तस्य माता हरीतकी। कदाचिद कुप्यते माता, नोदरस्था हरीतकी।। अर्थात् - हरीतकी मनुष्य की माता के समान हित करने वाली है। माता तो कभी-कभी कुपित भी हो जाती है, परंतु उदर स्थित (खाई हुई) हरड़ कभी भी अपकारी नहीं होती। मदनपाल निघण्टु में ग्रंथकार लिखता है - हरस्य भवने जाता हरिता च स्वभावत:। हरते सर्वरोगांश्च तस्मात् प्रोक्ता हरीतकी।। अर्थात् - तू हर (महादेव) के भवन में उत्पन्न हुई है, इसलिए अमृत से भी श्रेष्ठ है। स्वभाव से हरित वर्ण की होने से तथा सब रोगों का नाश करने में समर्थ होने से हरीतकी है। हरड़ का वृक्ष ऊंचा होता है एवं भारत में विशेषत: निचले हिमालय क्षेत्र में रावी तट से लेकर पूर्व बंगाल असम तक 5 हजार फीट की ऊंचाई पर पाया जाता है। हिंदी में इसे हरड़ और हर्रे भी कहते हैं। आयुर्वेद में इसे अमृता, प्राणदा, कायस्था, विजया, मेथ्या आदि नामों से जाना जाता है। हरीतकी की सात जातियां - विजया, रोहिणी, पूतना, अमृता, अभया, जीवंती तथा चेतकी हैं। हरड़ में कई प्रकार के पदार्थ पाए जाते हैं। ग्लाइकोसाइड्स जैसा पदार्थ हमारे शरीर को कब्ज़ से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। आयुर्वेदिक मतानुसार हरड़ में पांचों रस - मधुर, तीखा, कड़वा, कसैला और अम्ल पाए जाते हैं। नित्य प्रातः नियमित रूप से हरड़ लेते रहने से बुढ़ापा नहीं आता है, शरीर थकता नहीं है तथा स्फूर्ति बनी रहती है, ऐसा शास्त्रों का मत है। दो प्रकार की हरड़ बाजार में मिलती है - बड़ी और छोटी। जो फल गुठली पैदा होने से पहले ही पेड़ से गिर जाते हैं या तोड़कर सुखा लिए जाते हैं, उन्हें छोटी हरड़ कहते हैं। भावप्रकाश निघण्टु के अनुसार जो हरड़ जल में डूब जाए वह उत्तम है। चरक संहिता के अनुसार हरड़ त्रिदोष हर व अनुलोमक है। यह संग्रहणी, शूल, अतिसार, बवासीर तथा गुल्म का नाश करती है एवं पाचन अग्निदीपन में सहायक है। हरीतकी एक प्रभावी औषधि है, इसके गुणों का लाभ लेने के लिए विभिन्न ऋतुओं में ही नियमानुसार ही इसका सेवन करना चाहिए - वर्षा ऋतु में सेंधा नमक के साथ, शरद ऋतु में शक्कर के साथ, हेमंत ऋतु में सौंठ के साथ, शिशिर ऋतु में पीपल के साथ और बसंत ऋतु में शहद के साथ। हरड़ से बनी गोलियों का सेवन करने से भूख बढ़ती है। हरड़ का चूर्ण खाने से कब्ज से छुटकारा मिलता है। हरड़ को पीसकर आंखों के आसपास लगाने से आंखों के रोगों से छुटकारा मिलता है। भोजन के बाद अगर पेट में भारीपन महसूस हो, तो हरड़ का सेवन करने से राहत मिलती है। हरड़ का सेवन लगातार करने से शरीर में थकावट महसूस नहीं होती और स्फूर्ति बनी रहती है। काली हरड़ को महीन पीसकर मुंह तथा जीभ के छालों पर लगाते रहने से छालों से मुक्ति मिलती है। प्रतिदिन दो-चार बार लगाते रहने से हर एक प्रकार के छालों से निजात मिलती है। पुराने कब्ज के रोगी को नित्य प्रति भोजन के आधे घंटे बाद डेढ़-दो ग्राम की मात्रा में हरड़ का चूर्ण गुनगुने पानी के साथ लेते रहने से फायदा होता है। हरड़ का चूर्ण एक चम्मच की मात्रा में दो किशमिश के साथ लेने से एसिडिटी ठीक हो जाती है। जिन नवजात शिशुओं के भौहें नहीं हों, हरड़ को लोहे पर घिस कर, सरसों तेल के साथ मिलाकर शिशु के भौंह वाले स्थान पर धीरे-धीरे मालिश करते रहने से भौंह के बाल उगने लगते हैं। अगर सप्ताह में एक बार बच्चे को मामूली हरड़ पीसकर खिलाया जाता रहे, तो उसे जीवन में कब्ज का सामना कभी नहीं करना पड़ता है। शरीर के जिन अंगों पर दाद हो, वहां बड़ी हरड़ को सिरके के साथ पीसकर लगाने से लाभ होता है। मुंह में सूजन होने पर हरड़ के गरारे करने से फायदा मिलता है। हरड़ एक टॉनिक की तरह काम करती है। इसके इस्तेमाल से बाल काले चमकीले हो जाते हैं। हरड़ के फल को नारियल तेल में उबाल कर लेप बनाएं और उसे बालों में लगाएं। हरड़ का काढ़ा त्वचा संबंधी एलर्जी में लाभकारी है। हरीतकी चूर्ण सुबह-शाम काले नमक के साथ खाने से कफ खत्म हो जाता है। तीन-चार ग्राम हरड़ के छिलकों का काढ़ा शहद के साथ पीने से गले का दर्द, टॉन्सिल्स तथा कंठ के रोगों में लाभ होता है। • यहां हरड़ के गुणों बारे में सामान्य जानकारी दी गई है। हरड़ का औषधि के रूप में उपयोग योग्य आयुर्वेदाचार्य से परामर्श के उपरांत ही करें।
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Properties of Onions प्याज करता है बीपी और शुगर लेवल को कंट्रोल, जानिए कैसे

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Properties of Onions
locationभारत
userचेतना मंच
calendar27 Feb 2022 06:37 PM
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Properties of Onions : प्याज का सेवन तो हम सभी करते हैं। अधिकांश भारतीय रसोइयों का प्याज (Properties of Onions) एक अहम हिस्सा है। (Properties of Onions) हम तरह-तरह के व्यंजनों को बनाने के लिए प्याज को कई तरह से इस्तेमाल करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं ये प्याज सिर्फ आपके व्यंजनों में अतिरिक्त स्वाद ही नहीं जोड़ते हैं बल्कि यह आपके स्वास्थ्य के लिए भी बेहद लाभकारी है। हालांकि प्याज को सही तरीके से खाने पर ही हम इसके अधिकतम स्वास्थ्य लाभों को प्राप्त कर सकते हैं।

Properties of Onions

पोषक तत्वों की अगर बात करें तो क्वेरसेटिन नामक एक डाइट्री फ्लेवोनोइड मौजूद होता है जो इम्युनिटी को बूस्ट करने में मदद करता है। साथ ही यह सूजन को कम करने, एलर्जी के लक्षणों को कम करने, ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में भी मदद करता है। वहीं, प्याज विटामिन सी, बी विटामिन और पोटेशियम का एक समृद्ध स्रोत है। साथ ही इसमें मौजूद पोटेशियम ब्लड प्रेशर नियंत्रित करने लाभकारी है। प्याज में मौजूद उच्च एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण इसे हृदय स्वास्थ्य के लिए भी एक बेहतरीन फूड बनाते हैं सिर्फ इतना ही नहीं प्याज आपको एंटी-बैक्टीरियल गुण भी प्रदान कर सकता है।

अध्ययनों से पता चलता है कि प्याज का सेवन करने से ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। जिससे कि यह डायबिटीज और प्रीडायबिटीज वाले लोगों के लिए भी बेहद फायदेमंद है। वहीं प्याज में मौजूद फाइबर और प्रीबायोटिक्स के आपके पेट को हेल्दी रखने में भी मददगार हैं।

प्याज का सेवन कैसे करें

कच्चा प्याज प्याज के स्वास्थ्य लाभों को प्राप्त करने के लिए प्याज को कच्चे रूप में खाना सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं कि प्याज को कच्चा खाने से आपको सबसे ज्यादा फायदा होता है। आप उन्हें अपने सलाद, आमलेट, या अपनी ग्वाकामोल की रेसिपी में शामिल कर सकते हैं। या कटे हुए प्याज को अपने सैंडविच में भी जोड़ सकते हैं। आप प्याज़ को हल्का सा भून सकते हैं जिससे उनकी मूल सामग्री भी नष्ट न हो और प्याज थोड़े नरम भी हो सकें। हालांकि, पके हुए प्याज आपके लिए खराब नहीं होते हैं लेकिन उनमें उतने पोषक तत्व नहीं होते हैं जितने कच्चे प्याज में होते हैं।

मसालेदार प्याज एक लाल प्याज काटें और इसमें रेड वाइन विनेगर और एक चुटकी नमक डालें। इसे 15 मिनट के लिए छोड़ दें, और इसे अच्छी तरह कोट करने के लिए हर 5 मिनट बाद इसे टॉस करें। आप अपने हॉट डॉग, बर्गर, सलाद, या टैको में अतिरिक्त स्वाद और टेक्सचर जोड़ने के लिए इसे शामिल कर सकते हैं।

सही प्याज कैसे चुनें बाजार से प्याज खरीदते समय आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए जैसे कि प्याज फर्म होनी चाहिए और उसमें किसी भी तरह के मुलायम धब्बे न हों, प्याज की बाहरी त्वचा शुष्क न हो। साथ ही यह आपके हाथ में भारी महसूस होनी चाहिए और प्याज में किसी भी तरह की गंध नहीं होनी चाहिए।

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Properties of Onions प्याज करता है बीपी और शुगर लेवल को कंट्रोल, जानिए कैसे

Properties of Onions प्याज करता है बीपी और शुगर लेवल को कंट्रोल, जानिए कैसे
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userचेतना मंच
calendar27 Feb 2022 01:07 PM
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Properties of Onions : प्याज का सेवन तो हम सभी करते हैं। अधिकांश भारतीय रसोइयों का प्याज (Properties of Onions) एक अहम हिस्सा है। (Properties of Onions) हम तरह-तरह के व्यंजनों को बनाने के लिए प्याज को कई तरह से इस्तेमाल करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं ये प्याज सिर्फ आपके व्यंजनों में अतिरिक्त स्वाद ही नहीं जोड़ते हैं बल्कि यह आपके स्वास्थ्य के लिए भी बेहद लाभकारी है। हालांकि प्याज को सही तरीके से खाने पर ही हम इसके अधिकतम स्वास्थ्य लाभों को प्राप्त कर सकते हैं।

Properties of Onions

पोषक तत्वों की अगर बात करें तो क्वेरसेटिन नामक एक डाइट्री फ्लेवोनोइड मौजूद होता है जो इम्युनिटी को बूस्ट करने में मदद करता है। साथ ही यह सूजन को कम करने, एलर्जी के लक्षणों को कम करने, ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में भी मदद करता है। वहीं, प्याज विटामिन सी, बी विटामिन और पोटेशियम का एक समृद्ध स्रोत है। साथ ही इसमें मौजूद पोटेशियम ब्लड प्रेशर नियंत्रित करने लाभकारी है। प्याज में मौजूद उच्च एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण इसे हृदय स्वास्थ्य के लिए भी एक बेहतरीन फूड बनाते हैं सिर्फ इतना ही नहीं प्याज आपको एंटी-बैक्टीरियल गुण भी प्रदान कर सकता है।

अध्ययनों से पता चलता है कि प्याज का सेवन करने से ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। जिससे कि यह डायबिटीज और प्रीडायबिटीज वाले लोगों के लिए भी बेहद फायदेमंद है। वहीं प्याज में मौजूद फाइबर और प्रीबायोटिक्स के आपके पेट को हेल्दी रखने में भी मददगार हैं।

प्याज का सेवन कैसे करें

कच्चा प्याज प्याज के स्वास्थ्य लाभों को प्राप्त करने के लिए प्याज को कच्चे रूप में खाना सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं कि प्याज को कच्चा खाने से आपको सबसे ज्यादा फायदा होता है। आप उन्हें अपने सलाद, आमलेट, या अपनी ग्वाकामोल की रेसिपी में शामिल कर सकते हैं। या कटे हुए प्याज को अपने सैंडविच में भी जोड़ सकते हैं। आप प्याज़ को हल्का सा भून सकते हैं जिससे उनकी मूल सामग्री भी नष्ट न हो और प्याज थोड़े नरम भी हो सकें। हालांकि, पके हुए प्याज आपके लिए खराब नहीं होते हैं लेकिन उनमें उतने पोषक तत्व नहीं होते हैं जितने कच्चे प्याज में होते हैं।

मसालेदार प्याज एक लाल प्याज काटें और इसमें रेड वाइन विनेगर और एक चुटकी नमक डालें। इसे 15 मिनट के लिए छोड़ दें, और इसे अच्छी तरह कोट करने के लिए हर 5 मिनट बाद इसे टॉस करें। आप अपने हॉट डॉग, बर्गर, सलाद, या टैको में अतिरिक्त स्वाद और टेक्सचर जोड़ने के लिए इसे शामिल कर सकते हैं।

सही प्याज कैसे चुनें बाजार से प्याज खरीदते समय आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए जैसे कि प्याज फर्म होनी चाहिए और उसमें किसी भी तरह के मुलायम धब्बे न हों, प्याज की बाहरी त्वचा शुष्क न हो। साथ ही यह आपके हाथ में भारी महसूस होनी चाहिए और प्याज में किसी भी तरह की गंध नहीं होनी चाहिए।