प्रेमानंद महाराज का बड़ा दावा, भाग्य को बदला जा सकता है

प्रेमानंद महाराज का बड़ा दावा, भाग्य को बदला जा सकता है
locationभारत
userचेतना मंच
calendar11 Aug 2025 04:51 PM
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प्रेमानंद महाराज का नाम रोज चर्चा में रहता है। प्रेमानंद महाराज को मथुरा वाला महाराज भी कहा जाता है। अनेक बातों के साथ प्रेमानंद महाराज ने एक बहुत बड़ा दावा किया है। अपने दावे में प्रेमानंद महाराज ने कहा है कि ईंसान के भाग्य को बदला जा सकता है। प्रेमानंद महाराज का स्पष्ट मत है कि किसी भी ईंसान के भाग्य में जो लिखा हुआ है उसे खास काम से बदला जा सकता है। प्रेमानंद महाराज के द्वारा भाग्य को बदलने का तरीका सभी को जान लेना जरूरी है।  Premananda Maharaj

प्रेमानंद महाराज ने बताया भाग्य को बदलने का तरीका

मथुरा में प्रेमानंद महाराज का प्रतिदिन प्रवचन होता है। प्रवचन की इसी कड़ी में प्रेमानंद महाराज ने भाग्य को बदलने का तरीका बताया है। प्रवचन के दौरान एक युवक ने प्रेमानंद महाराज से बड़ा सवाल पूछा? प्रेमानंद महाराज से पूछा गया सवाल था कि क्या भाग्य में लिखा हुआ भी बदला जा सकता है ? इस पर प्रेमानंद महाराज ने जोर देकर कहा कि हाँ भाग्य में लिख हुआ भी बदला जा सकता है। फिर प्रेमानंद महाराज से पूछा गया कि भाग्य में लिखा हुआ कैसे बदला जा सकता है? इस पर उत्तर देते हुए प्रेमानंद महाराज ने कहा कि पुण्य कर्म करने से, तीर्थ यात्रा करने से तथा अपने आराध्य देव का विधिपूर्वक नाम जप करने से भाग्य में लिखे हुए को बदला जा सकता है।

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प्रेमानंद महाराज का पूरा नाम नहीं जानते हैं भक्त

भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर में प्रेमानंद महाराज के लाखों भक्त हैं। प्रेमानंद महाराज के अधिकतर भक्त उनका पूरा नाम नहीं जानते हैं। प्रेमानंद महाराज का पूरा नाम संत श्री हित प्रेमानंद गोविंद शरण महाराज है। उनके भक्त प्यार से उन्हें प्रेमानंद महाराज के नाम से बुलाते हैं। प्रेमानंद महाराज मथुरा जिले के प्रसिद्ध स्थल वृंदावन के केलीकुंज नामक आश्रम में निवास करते हैं। प्रेमानंद महाराज मूलरूप से उत्तर प्रदेश के कानपुर के रहने वाले हैं।
प्रेमानंद महाराज के पिता का नाम शंभू पांडे तथा उनकी माताजी का नाम रामदेवी है। प्रेमानंद महाराज महाराज के गुरू जी का नाम गौरंगी शरण जी महाराज है। प्रेमानंद महाराज महराज बचपन से ही गीता का पाठ करते हैं। प्रेमानंद महाराज रात-दिन राधा रानी का नाम जपते रहते हैं। प्रेमानंद महाराज ने बहुत कम उम्र में वाराणसी में जाकर संन्यास ले लिया था। वर्तमान में प्रेमानंद महाराज दुनिया भर के धार्मिक संतों में प्रमुख नाम बन चुके हैं।  Premananda Maharaj
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भारत का सबसे बड़ा त्यौहार कौन सा है ?

भारत का सबसे बड़ा त्यौहार कौन सा है ?
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 04:56 PM
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भारत का सबसे बड़ा त्यौहार कौन सा है ? इस प्रश्न का उत्तर है कि भारत का सबसे बड़ा त्यौहार भारत का स्वतंत्रता दिवस है। स्वतंत्रता दिवस से बड़ा भारत का कोई दूसरा त्यौहार नहीं है। होली, दीपावली, ईद तथा क्रिसमस तमाम बड़े-बड़े त्यौहार भारत में मनाए जाते हैं। हम भारत के किसी भी त्यौहार को छोटा त्यौहार नहीं बता रहे हैं। यहां हम आपको स्पष्ट बता रहे हैं कि स्वतंत्रता दिवस भारत का सबसे बड़ा पर्व तथा सबसे बड़ा त्यौहार है।  Independence Day 2025

स्वतंत्रता दिवस है भारत का सबसे बड़ा त्यौहार तथा राष्ट्रीय गर्व का प्रतीक

भारत का प्रत्येक नागरिक सच्चा राष्ट्र भक्त है। प्रत्येक राष्ट्र भक्त यह जानना चाहता है कि भारत का सबसे बड़ा त्यौहार स्वतंत्रता दिवस है। भारत का स्वतंत्रता दिवस सिर्फ एक राष्ट्रीय अवकाश नहीं, बल्कि हर भारतीय के गर्व, एकता और स्वतंत्रता की भावना का सबसे बड़ा प्रतीक है। 15 अगस्त 1947 को भारत ने अंग्रेजी हुकूमत की बेडय़िों को तोडक़र आज़ादी हासिल की थी। यह दिन हमें हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान और संघर्ष की याद दिलाता है। सालों की लंबी लड़ाई, त्याग और बलिदान के बाद भारत ने 15 अगस्त 1947 को आज़ादी पाई। महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद और असंख्य क्रांतिकारियों के संघर्ष ने इस दिन को संभव बनाया। राष्ट्रीय एकता का प्रतीक : यह दिन हर धर्म, जाति और भाषा के लोगों को एक करता है। देशभक्ति की भावना : तिरंगा फहराते समय हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है। इतिहास से जुड़ाव : यह हमें उन बलिदानों की याद दिलाता है जिनके बिना यह आज़ादी संभव नहीं थी।

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स्वतंत्रता दिवस का आयोजन

लाल किला समारोह : प्रधानमंत्री लाल किले से तिरंगा फहराते हैं और राष्ट्र को संबोधित करते हैं। स्कूल-कॉलेज कार्यक्रम : देशभक्ति के गीत, नाटक और भाषण होते हैं। तिरंगा यात्रा : कई शहरों में लोग तिरंगा लेकर रैली निकालते हैं।

क्यों है भारत का सबसे बड़ा त्योहार ?

भारत में दिवाली, होली, ईद, क्रिसमस जैसे कई पर्व मनाए जाते हैं, लेकिन स्वतंत्रता दिवस वह दिन है जब पूरा देश एक साथ, एक ध्वज के नीचे खड़ा होकर अपनी आज़ादी का जश्न मनाता है। यही इसे भारत का सबसे बड़ा त्योहार बनाता है। स्वतंत्रता दिवस केवल एक तिथि नहीं, बल्कि हमारे अतीत, वर्तमान और भविष्य का संगम है। यह हमें याद दिलाता है कि हमें इस आज़ादी को बनाए रखने के लिए हमेशा एकजुट रहना होगा।  Independence Day 2025
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आयकर कानून में बड़ा बदलाव ! लोकसभा में पेश हुआ संशोधित विधेयक

आयकर कानून में बड़ा बदलाव ! लोकसभा में पेश हुआ संशोधित विधेयक
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 04:16 AM
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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को लोकसभा में संशोधित आयकर विधेयक 2025 पेश किया। यह बिल पिछले महीने 13 फरवरी को प्रस्तुत किए गए प्रारंभिक संस्करण की जगह लेता है, जिसे तकनीकी सुधार और विधायी स्पष्टता के कारण वापस लेने का फैसला किया गया था। इस बार प्रस्तुत संशोधित विधेयक में बैजयंत पांडा की अध्यक्षता वाली प्रवर समिति द्वारा सुझाए गए लगभग सभी महत्वपूर्ण सुधार शामिल किए गए हैं। सरकार की यह पहल करीब छह दशक पुराने आयकर अधिनियम, 1961 को बदलने के लिए की जा रही है।  New Income Tax Bill 2025

वित्त मंत्री ने सदन में बताया कि फरवरी में पेश विधेयक को सुझाव मिलने के बाद उसमें विधायी भाषा और शब्दावली की सही व्याख्या के लिए जरूरी बदलाव किए गए हैं। उन्होंने कहा, "नए विधेयक में प्रारूपण, शब्दों के संयोजन और परस्पर संदर्भों को बेहतर बनाने पर विशेष ध्यान दिया गया है, ताकि किसी भी प्रकार की भ्रांतियों से बचा जा सके।"

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प्रवर समिति की सिफारिशें

संसदीय पैनल ने मसौदा विधेयक में पाई गई तकनीकी कमियों और अस्पष्टताओं को दूर करने के लिए कई संशोधनों का सुझाव दिया है, जो इस प्रकार हैं:

  • धारा 21 (संपत्ति का वार्षिक मूल्य):  "सामान्य क्रम में" शब्द को हटाकर खाली संपत्तियों के वास्तविक किराए और मान्य किराए के बीच स्पष्ट तुलना सुनिश्चित की जाएगी।

  • धारा 22 (गृह संपत्ति आय से कटौती):  नगरपालिका कर कटौती के बाद 30 प्रतिशत मानक कटौती लागू होगी। साथ ही निर्माण-पूर्व ब्याज की कटौती को किराए पर दी गई संपत्तियों तक बढ़ाने का प्रस्ताव है।

  • धारा 19 (वेतन कटौती - अनुसूची VII):  किसी निधि से पेंशन पाने वाले गैर-कर्मचारियों को परिवर्तित पेंशन पर कटौती का अधिकार दिया जाएगा।

  • धारा 20 (व्यावसायिक संपत्ति):  अस्थायी रूप से खाली रहने वाली व्यावसायिक संपत्तियों पर "गृह संपत्ति" के रूप में कर लगाने से बचाव के लिए शब्दावली में सुधार किया जाएगा।

प्रवर समिति ने माना है कि ये संशोधन कर प्रणाली में पारदर्शिता और निष्पक्षता लाने के साथ-साथ कानून को वर्तमान जरूरतों के अनुरूप बनाएंगे।  New Income Tax Bill 2025