संजय रॉय को मिलनी चाहिए सजा-ए-मौत, कोर्ट के फैसले से ममता बनर्जी ने जताई नाराजगी

Mamata banerjee
RG Kar Rape Case
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 04:41 AM
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RG Kar Rape Case : कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज (RG Kar Medical College) में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के दोषी संजय रॉय को कोर्ट द्वारा उम्रकैद की सजा सुनाए जाने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने इस फैसले पर नाराजगी जताई है। ममता बनर्जी का कहना है कि, यह मामला "Rarest of Rare" है और इसके लिए सजा-ए-मौत की जरूरत थी। उन्होंने इस फैसले को चुनौती देने के लिए उच्च न्यायालय जाने की बात कही है।

आरोपी को सुनाई गई उम्रकैद की सजा

ममता बनर्जी ने कहा कि, यदि यह मामला कोलकाता पुलिस के पास होता तो वे दोषी को मृत्युदंड दिलवाने में सक्षम होते, लेकिन चूंकि यह मामला सीबीआई को सौंपा गया था इसलिए कोर्ट ने उम्रकैद की सजा दी। बता दें कि, संजय रॉय को सजा सुनाते हुए कोलकाता की सत्र अदालत ने उसे आजीवन कारावास की सजा दी और 50,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया। अदालत ने इसे "Rarest of Rare" मामला नहीं मानते हुए फांसी की सजा नहीं दी। इस फैसले के बाद ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया पर भी अपनी नाराजगी व्यक्त की और कहा कि यह एक जघन्य अपराध है, जिसके लिए मृत्युदंड मिलना चाहिए था।

मुझे बेवजह फंसाया गया है-संजय रॉय

खबरों की मानें तो, सजा सुनाने से पहले जज ने संजय रॉय से कहा, "मैंने तुम्हें पहले ही बताया था कि तुम पर लगाए गए सभी आरोप (रेप और मर्डर) आरोप साबित हो चुके हैं। संभावित सजा के बारे में तुम क्या कहना चाहोगे?" इस पर संजय ने अपने जवाब में कहा, "मुझे बिना किसी वजह के फंसाया गया है। मैं हमेशा रुद्राक्ष की माला पहनता हूं, अगर मैं अपराध करता तो क्राइम सीन में ही माला टूट जाती। मुझे बोलने नहीं दिया गया। कई कागजों पर जबरदस्ती साइन करवाए गए।"

मुझे फंसाने वाले अन्य लोगों को क्यों छोड़ा जा रहा है?

मामले में दोषी पाए गए संजय रॉय ने जज से पूछा था, "मुझे फंसाने वाले अन्य लोगों को क्यों छोड़ा जा रहा है?" इसके जवाब में जज अनिर्बान दास ने कहा था, "मैंने सभी सुबूतों की बारीकी से जांच की है और गवाहों को सुना है, मुकदमे के दौरान दलीलें भी सुनी है। इन सबसे गुजरने के बाद मैंने तुम्हें दोषी पाया है। तुम दोषी हो। तुम्हें सजा मिलनी ही चाहिए।

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मार्केट में आ गया है दिमाग पढ़ने वाला डिवाइस, खासियत जानकर उड़ जाएंगे होश

OMI
OMI
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 09:19 AM
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OMI : CES 2025 में पेश किए गए गैजेट्स में एक दिलचस्प और थोड़ा अजीब डिवाइस है। इस अजीबोगरीब डिवाइस का नाम OMI है। यह डिवाइस ब्रेन कंप्यूटर इंटरफेस (BCI) तकनीक से लैस है। कंपनी का यह दावा है कि OMI यूजर के दिमाग को आसानी से पढ़ सकता है। फिलहाल यह पूरी तरह से सही नहीं कहा जा सकता क्योंकि यह भविष्य में एक्टिवेट होने वाला फीचर है, लेकिन अभी यह एक एआई-आधारित डिवाइस के रूप में काम करता है।

गले में पहन सकते हैं नेकलेस की तरह

OMI एक छोटा, वेयरेबल डिवाइस है जिसे आप गले में पेंडेंट या नेकलेस की तरह पहन सकते हैं या फिर इसे अपने सिर के पास माउंट कर सकते हैं। इसे "Hey Omi" बोलकर ऐक्टिवेट किया जा सकता है और यह लिस्निंग मोड पर काम करता है, यानी बिना किसी वेक वर्ड की जरूरत के यह लगातार आपकी बातें सुनता रहता है।

कर सकता है रियल-टाइम ट्रांसलेशन

यह डिवाइस GPT-4 तकनीक का इस्तेमाल करता है और यूजर्स को पर्सनलाइज्ड एडवाइस देने, सवालों के जवाब देने, बातचीत को संक्षेप में बताने, To-Do लिस्ट बनाने, मीटिंग्स शेड्यूल करने जैसे कार्यों में मदद करता है। इसके अलावा, यह रियल-टाइम ट्रांसलेशन भी कर सकता है, जिससे आप आस-पास के लोग जो अलग भाषा में बात कर रहे हैं, उनकी बातें समझ सकते हैं।

यह डिवाइस ब्रेन वेव्स को पढ़ सकता है

OMI का मुख्य आकर्षण इसका भविष्य में ब्रेन कंप्यूटर इंटरफेस (BCI) फीचर है, जिससे यह यूजर के विचारों को डिकोड करने में सक्षम हो सकता है। कंपनी ने यह दावा किया है कि भविष्य में यह डिवाइस ब्रेन वेव्स को पढ़ सकता है और जो कुछ भी आप सोचेंगे, उसे ट्रांसलेट कर सकता है। हालांकि, यह फीचर फिलहाल सक्रिय नहीं है और इसे आने वाले समय में इनेबल किया जाएगा।

 यूजर का डेटा किया जाएगा लोकली स्टोर

चूंकि यह डिवाइस हमेशा लिस्निंग मोड में रहता है, इस पर डेटा प्राइवेसी को लेकर कुछ सवाल उठ सकते हैं। हालांकि, कंपनी ने यह सुनिश्चित किया है कि यूजर का डेटा लोकली स्टोर किया जाएगा और यूजर्स को यह देखने की सुविधा मिलेगी कि उनका डेटा कहां जा रहा है। इसके अलावा, इसे ओपन सोर्स रखा गया है ताकि यूजर्स और डेवलपर्स इसे और भी बेहतर बना सकें।

OMI की कीमत

OMI की कीमत 89 यूएस डॉलर यानी लगभग 7640 रुपये है। फिलहाल यह डिवाइस एक ऑडियो-ओनली AI प्रोडक्ट है और इसका ब्रेन कंप्यूटर इंटरफेस फीचर बाद में ऐक्टिवेट किया जाएगा। यह डिवाइस 2025 के दूसरे क्वार्टर में ग्लोबली शिप किया जाएगा।

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क्या बदल जाएगा इनकम टैक्स कानून? बजट 2025 में सरकार पेश करेगी नया बिल?

Budget 2025
Budget 2025
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 01:37 PM
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Budget 2025 : बजट 2025 में सरकार एक नया इनकम टैक्स बिल लाने की योजना बना रही है, जिसका उद्देश्य 1961 से लागू मौजूदा इनकम टैक्स कानून को सरल और समझने योग्य बनाना है। यह बिल न केवल पुराने कानून में सुधार करेगा, बल्कि उसे आसान भी बनाएगा, जिससे पृष्ठों की संख्या में लगभग 60 प्रतिशत की कमी की जा सके। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जुलाई 2024 के बजट में छह महीने के भीतर इस पुराने कानून की व्यापक समीक्षा करने की घोषणा की थी जो अब सरकार के एजेंडे में है।

नया कानून मौजूदा कानून में नहीं होगा संशोधन

इस नए इनकम टैक्स बिल का उद्देश्य मौजूदा कानून को सुगम बनाना और करदाताओं के लिए उसे समझने में आसान बनाना है। सूत्रों के मुताबिक, यह नया कानून मौजूदा कानून में संशोधन नहीं होगा बल्कि यह एक नया कानून होगा। विधि मंत्रालय इस कानून के ड्राफ्ट पर विचार कर रहा है और इसे बजट सत्र के दूसरे भाग में संसद में पेश किया जा सकता है, जो 31 जनवरी से शुरू होगा और 4 अप्रैल तक चलेगा। वित्त मंत्री ने इसके लिए एक समिति का गठन किया था जिसका उद्देश्य इनकम टैक्स अधिनियम, 1961 को संक्षिप्त, स्पष्ट और समझने में आसान बनाना है। इसके अलावा, 22 विशेष उप-समितियां भी स्थापित की गई थीं जो अधिनियम के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा कर रही हैं। इन समितियों ने भाषा का सरलीकरण, मुकदमेबाजी में कमी, अनुपालन में कमी और अप्रचलित प्रावधानों को हटाने पर काम किया है। इन उपायों से विवादों और मुकदमेबाजी में कमी आएगी और करदाताओं को अधिक कर निश्चितता मिलेगी।

टैक्स की मात्रा में भी कटौती की योजना

इसके अलावा, इस बिल में टैक्स की मात्रा में भी कटौती की योजना है। वर्तमान में इनकम टैक्स कानून में लगभग 298 धाराएं और 23 अध्याय हैं, जिनमें कई अप्रचलित प्रावधान शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक, इन धाराओं और अध्यायों को कम किया जाएगा और अप्रचलित प्रावधानों को हटाया जाएगा, जिससे टैक्स में लगभग 60 प्रतिशत की कटौती हो सकती है।

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