Rajasthan wedding- शादी के खाने से फूड प्वाइजनिंग, 300 लोगों की हालत खराब

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शादी समारोह में फूड प्वाइजनिंग से 300 लोगों की तबीयत खराब
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calendar09 May 2022 03:34 PM
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Rajasthan Wedding- गर्मी की शादियों में फूड प्वाइजनिंग की वजह से तबियत खराब होना आम बात है। लेकिन अगर किसी शादी समारोह में एक साथ एक दो नहीं बल्कि 100 से भी अधिक लोगों की तबीयत खराब हो जाए तो यह वाकई में चिंता की बात है। ऐसा ही हुआ राजस्थान में एक शादी (Rajasthan Wedding) के दौरान, जब शादी के खाने की वजह से हुई फूड पॉइजनिंग ने एक साथ 300 लोगों को अपनी चपेट में ले लिया। हालत ऐसी खराब हो गई कि आसपास के अस्पतालों में बेड ही खाली नहीं बचे और एक साथ एक बेड पर दो दो मरीजों को रखा गया।

राजस्थान में शादी के दौरान 300 लोगों की तबीयत खराब-

यह मामला है राजस्थान राज्य के पाली जिले के सोजत कस्बे से जुड़ा हुआ। सोजत कस्बे के धुंधला गांव में एक शादी (Rajasthan Wedding) के दौरान देर रात उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एक के बाद एक लोगों को उल्टी और दस्त होने लगी। शादी के फंक्शन का खाना खाने की वजह से एक साथ कई लोगों को फूड प्वाइजनिंग हो गई। खाना खाने के बाद से ही एक के बाद एक 300 लोगों की तबीयत खराब हो गई। तबीयत खराब होने पर इन्हें सोजत के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। यहां पर जगह कम होने के बाद मरीजों को सोजत सिटी अस्पताल और आसपास के ग्रामीण अस्पतालों में भर्ती कराया गया। मरीजों की संख्या इतनी बढ़ गई थी कि अस्पतालों में बेड की कमी होने की वजह से एक बेड पर दो दो मरीजों को भर्ती किया गया।
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एक साथ इतनी अधिक संख्या में फूड प्वाइजनिंग का केस सामने आते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड पर आ गया। देर रात तक मरीजों का उपचार जारी रहा तब जाकर हालात काबू में आ सके।
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IAS Pooja Singhal आईएएस पूजा सिंघल, जानें दिलचस्प और हैरान कर देने वाली घटनाएं

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IAS Pooja Singhal
locationभारत
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calendar02 Dec 2025 01:10 AM
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IAS Pooja Singhal झारखंड की कैडर की आईएएस पूजा सिंघल का विवादों से पुराना नाता रहा है। लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं की तैयारी करने वाले स्टूडेंट के लिए वह नजीर भी थी। आज भी उनका नाम सुर्खियों में है। लेकिन इस बार उनके नाम का सुर्खियों में रहने के पीछे उनके द्वारा अर्जित की गई करोड़ों रुपये की संपत्ति है। आपको बता दें कि आईएएस पूजा सिंघल की छवि एक तेज तर्रार अधिकारी के रुप में बनी रही। सरकार किसी की भी आए, लेकिन उन्हें पद मिलते रहे। लेकिन अब यह मिथक टूट चुका है। यहां हम आपको पूजा सिंघल के जीवन से जुड़े कुछ दिलचस्प और हैरान कर देने वाली घटनाओं की जानकारी देंगे।

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रचाई थी दूसरी शादी झारखंड कैडर की आईएएस पूजा सिंघल ईडी के छापों से सुर्खियों में है। वह अपना नाम लिम्का बुक आफ रिकार्डस में दर्ज करा चुकी हैं। आपको बता दें कि पूजा की शादी आईएएस राहुल पुरवार से हुई थी, लेकिन उनकी ये शादी ज्यादा समय तक नहीं टिक सकी। जिसके बाद पूजा ने बिजनेसमैन और पल्स अस्पताल के मालिक अभिशेष झा से दूसरी शादी रचाई।

यहां मिली थी पहले पोस्टिंग आईएएस बनने के बाद पूजा को पहली पोस्टिंग झारखंड के हजारीबाग में मिली थी। 16 फरवरी 2009 से 14 जुलाई 2010 जब पपूजा खूंटी में तैनात थी तो उन पर मनरेगा फंड में 18 करोड रुपये की हेराफेरी करने का आरोप लगा था। उन पर झारखंड के कनिष्ट अभियंता राम बिनोद प्रसाद सिन्हा को संरक्षण दने का आरोप भी लगा था। यही नहीं पूजा जब चतरा की डिप्टी कमिश्नर थी तब भी उन पर खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगो थे। वह चार करोड रुपये की मनरेगा फंड की हेराफेरी में चर्चाओं में आई थी।

आपको बता दें कि शुक्रवार को 25 ठिकानों पर रेड मारी गई थी। पूरी कार्रवाई करीब 48 घंटे तक चली है। इसमें सिंघल के CA सुमन सिंह के रांची के हनुमान नगर आवास से 19.31 करोड़ कैश मिले हैं। कार्रवाई के दौरान करीब 150 करोड़ की संपत्ति के दस्तावेज भी मिले हैं। टीम ने पूजा के ससुर कामेश्वर झा के मुजफ्फरपुर के घर, दिल्ली में रहने वाले उनके भाई और माता-पिता और सहयोगियों के यहां भी दबिश दी है।

टीम ने कोलकाता, मुंबई, जयपुर, गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी दबिश दी। देर रात टीम सभी कागजातों को अपने साथ ले गई। खूंटी में हुए मनरेगा घोटाले में ED ने JE रामविनोद सिन्हा को गिरफ्तार किया था। उससे 4.25 करोड़ की संपत्ति भी जब्त हुई थी। उसने बताया था कि DC तक पैसे जाते थे। उस समय पूजा सिंघल खूंटी की DC थीं। माना जा रहा है कि 18 करोड़ रुपए के मनरेगा घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले और माइंस के आवंटन में अनियमितता से जुड़े केस में यह कार्रवाई हुई है।

खनन सचिव पूजा सिंघल पर शुक्रवार को हुई ED की कार्रवाई अचानक नहीं हुई। इसकी पृष्ठभूमि पहले से ही तैयार हो गई थी। दरअसल, केंद्र सरकार ने राजभवन से राज्य के दागी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की सूची मांगी थी। ऐसे अधिकारियों की पूरी डिटेल्स देने को कहा गया था। करीब एक महीने पहले राज्य सरकार ने चार अधिकारियों के नाम राजभवन को भेजे थे।

इनमें रांची DC छवि रंजन, ATI निदेशक के. श्रीनिवासन, भवन निर्माण सचिव सुनील कुमार और मनोज कुमार शामिल थे। राजभवन ने अपने स्तर से इस सूची में सात और अधिकारियों के नाम जोड़कर कुल 11 अधिकारियों की सूची केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजी थी। राजभवन की ओर से जिन अधिकारियों के नाम सूची में जोड़े गए थे, उनमें सबसे ऊपर पूजा सिंघल का नाम था।

सूत्रों का कहना है कि जल्दी ही कई और अधिकारियों पर ED की कार्रवाई होने की संभावना है। इसमें CMO के एक अफसर और मुख्यमंत्री के करीबी माने जाने वाले निर्माण कार्य से जुड़े कई विभागों के प्रधान का पद संभाल रहे एक अधिकारी भी शामिल हैं। इसके अलावा बाह्य कोटा से आए एक प्रभावशाली व्यक्ति पर भी ED की कार्रवाई होने की संभावना है।

राजभवन ने एक फरवरी को राज्य सरकार को पत्र भेजा था। लिखा था कि जिन अफसरों के खिलाफ निगरानी जांच और केस चल रहे हैं या लंबित हैं, राज्य सरकार उनके बारे में 15 दिन में रिपोर्ट दें। नाम के साथ मामले का पूरा विवरण और स्टेटस रिपोर्ट देने की हिदायत भी दी थी। राजभवन को एक माह पहले रिपोर्ट मिली थी।

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Gyanvapi Masjid Case: ज्ञानवापी मस्जिद मामले में हिन्दू पक्ष वादी राखी सिंह वापस लेंगी अपना केस

Varansi
Gyanvapi Masjid
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calendar30 Nov 2025 10:15 PM
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Gyanvapi Masjid Case: वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर के निकट स्थित ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वेक्षण को लेकर विवाद लगातार जारी है। न्यायालय के समक्ष अभी भी काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर तमाम मामले दर्ज है। ऐसे में मामले के तहत हिन्दू पक्ष की ओर से कुल 5 वादी हैं, जिसमें एक राखी सिंह ने बड़ा फैसला लेते हुए केस वापस लेने की बात कही है।

Gyanvapi Masjid Case

न्यायालय की ओर से दर्ज मामलों के तहत जारी श्रृंगार गौर मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वेक्षण का आदेश के मद्देनज़र मुस्लिम पक्ष ने मस्जिद में सर्वेक्षण और वीडियोग्राफी करने पर आपत्ति दर्ज की थी जिसके बाद कोर्ट के दखल के चलते बीते दिन ज्ञानवापी मस्जिद क्षेत्र में सर्वेक्षण का काम शुरु किया गया।

आपको बता दें कि मुस्लिम पक्ष ने सर्वेक्षण और पुलिसकर्मियों को रोकते हुए कमिश्नर पर पक्षपात का आरोप भी लगाया था। आपको बात दें कि 18 अगस्त 2021 को हिन्दू पक्षकार राखी सिंह, लक्ष्मी देवी, मंजू व्यास समेत पांच महिलाओं ने संयुक्त तौर से वाराणसी सत्र न्यायालय में याचिका दायर करते हुए मस्जिद के स्थान पर कभी मंदिर होने की बात कही थी, लेकिन हिन्दू पक्षकार राखी सिंह ने कल सोमवार को अपना केस वापस लेने की बात कही है।

हिन्दू पक्षकार राखी सिंह द्वारा फिलहाल केस वापस लेने के पीछे के असल कारणों का खुलासा नहीं हो सका है लेकिन इस फैसले के चलते एक सभी निश्चित तौर पर चौंक गए हैं। हिन्दू पक्षकारों की मानें तो मस्जिद के स्थान पर कभी मस्जिद था तथा अभी भी मस्जिद के तहखाने में शिवलिंग, हनुमान जी, भगवान गणेश की मूर्ति और अन्य मूर्तियां मौजूद हैं।

फिलहाल शुरुआती अड़चनों का बाद सर्वेक्षण के कार्य प्रारंभ हो गया है। मामले में दर्ज कुल 6 केस हैं, जिनमें से कोर्ट ने 4 पर फैसला कर उसे सुरक्षित रख है तथा बाकी 2 अन्य मामलों पर ज़ल्द ही सुनवाई पूरी कर सत्र न्यायालय द्वारा फैसला जारी किया जाना है।