Ram Navami 2022 रामनवमी 10 अप्रैल को, शुभ मुहूर्त व पूजा विधि

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Ram Navami 2022
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calendar02 Dec 2025 02:13 AM
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Ram Navami 2022 : राम नवमी (Ram Navami) पर्व का हिंदू धर्म में खास महत्व माना गया है। आपको बता दें कि चैत्र  मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को राम नवमी (Ram Navami) का पर्व मनाया जाता है। इस बार राम नवमी पर रवि पुष्य योग, सर्वार्थ सिद्धि योग एवं रवि योग का त्रिवेणी संयोग बन रहा है। ये तीनों ही योगों ने इस दिन इस दिन का महत्व और बढ़ा दिया है। पुराणों के अनुसार इस दिन भगवान श्री राम का जन्म हुआ था। साथ ही इस दिन भगवान राम और सीता के साथ मां दुर्गा और भगवान हनुमान जी की पूजा- अर्चना की जाती है।

Ram Navami 2022

मान्यता है इन दिन प्रभु श्री राम की पूजा- आराधना करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। इसके साथ ही रामनवमी के दिन ही चैत्र नवरात्र की समाप्ति भी हो जाती है। जानिए राम नवमी की पूजा विधि, मुहूर्त, कथा और आरती…पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, जब श्रीराम का जन्म त्रेतायुग में हुआ था, तब चैत्र शुक्ल नवमी को पुनर्वसु नक्षत्र में कर्क लग्न का उदय था और पांच ग्रह मंगल, शुक्र, सूर्य, शनि एवं बृहस्पति उच्च स्थान पर विद्यमान थे।

Ram Navami 2022 : राम नवमी 2022 शुभ मुहूर्त

चैत्र शुक्ल नवमी तिथि का प्रारंभ: 10 अप्रैल, दिन रविवार, 01:22 AM पर

चैत्र शुक्ल नवमी तिथि का समापन: 11 अप्रैल, दिन सोमवार, 03:16 AM पर

राम जन्मोत्सव का शुभ मुहूर्त: दिन में 11:06 बजे से दोपहर 01:39 बजे तक

दिन का शुभ समय: दोपहर 12 बजकर 04 मिनट से दोपहर 12 बजकर 53 मिनट तक

राम नवमी पूजा विधि सर्वप्रथम नवमी के दिन सुबह जल्दी उठ जाएं। स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। पूजा स्थल की अच्छे से सफाई कर लें। अब हाथ में अक्षत लेकर व्रत रखने का संकल्प लें। इसके बाद प्रभु श्री राम का पूजन आरंभ करें। साथ ही रोली, चंदन, धूप और गंध आदि से षोडशोपचार पूजन करें। इसके बाद पूजन में गंगाजल, फूल, 5 प्रकार के फल, मिष्ठान आदि का प्रयोग करें। भगवान राम को तुलसी का पत्ता और कमल का फूल जरूर अर्पित करें। पूजन करने के बाद अपनी इच्छानुसार रामचरितमानस, रामायण या रामरक्षास्तोत्र का पाठ करें। भगवान राम की आरती के साथ पूजा संपन्न करें। साथ ही प्रभु से यश, बुद्धि विवेक का वरदान मांगे।

रामनवमी का इतिहास

यह पर्व पिछले कई हजार सालों से मनाया जा रहा है। ये त्योहार भगवान विष्णु के सातवें अवतार भगवान राम के जन्म के रूप में मनाया जाता है। महाकाव्य रामायण के अनुसार अयोध्या के राजा दशरथ की तीन पत्नियां थीं लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी उन्हें किसी भी पत्नी से संतान सुख की प्राप्ति नहीं हो पाई थी। पुत्र प्राप्ति के लिए राजा दशरथ को ऋषि वशिष्ठ ने पुत्रेष्टि यज्ञ कराने का सुझाव दिया। इसके पश्चात् राजा दसरथ ने श्रृंगी ऋषि से ये यज्ञ कराया।

यज्ञ समाप्ति के बाद महर्षि ने दशरथ की तीनों पत्नियों को एक-एक कटोरी खीर खाने को दी। जिसके कुछ महीनों बाद ही तीनों रानियाँ गर्भवती हो गयीं। राजा दशरथ की सबसे बड़ी रानी कौशल्या ने भगवान राम को जन्म दिया वहीं कैकयी ने भरत को, सुमित्रा ने जुड़वा बच्चों लक्ष्मण और शत्रुघ्न को जन्म दिया। भगवान राम का जन्म धरती पर रावण को खत्म करने के लिए हुआ था। ऐसा भी कहा जाता है कि नवमी के दिन ही स्वामी तुलसीदास ने रामचरित मानस की रचना शुरू की थी।

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PM Sangrahalaya:14 अप्रैल से खुलेगा पीएम म्यूजियम, जानें क्या-क्या होंगी खासियत

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PM Sangrahalaya to open from April 14 at Delhi
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userचेतना मंच
calendar09 Apr 2022 06:44 PM
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PM Sangrahalaya:दिल्ली में बनाए गए प्रधानमंत्री संग्रहालयका उद्घाटन (PM Sangrahalaya Inauguration) प्रधानमंत्री मोदी 14 अप्रैल 2022 को करेंगे। इस संग्रहालय में देश के अबतक के सभी प्रधानमंत्रियों के महत्वपूर्ण कार्यों का प्रदर्शन होगा। पहले यह नेहरू संग्रहालय भवन (Nehru Museum Bhawan) कहा जाता था। अब प्रधानमंत्री संग्रहालय में इसे भी शामिल कर लिया गया है। पिछले माह प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में नेहरू संग्रहालय (Nehru Sangrahalaya) को प्रधानमंत्री म्यूजियम (Prime Minister Museum) में तब्दील करने का फैसला किया गया था। इस संग्रहालय में देश के अबतक के सभी 14 पूर्व प्रधानमंत्रियों की यादों को सहेजा जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आंबेडकर जयंती (Ambedkar Jayanti) यानी 14 अप्रैल को इसका उद्घाटन (PM Sangrahalaya Inauguration) करेंगे। कैबिनेट बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्रियों के योगदान को स्वीकार करने के लिए यह फैसला किया है। प्रधानमंत्री संग्रहालय में सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों के कार्यों को दिखाया गया है। >> ये भी पढ़े:-  Gujarat XE variant: मुंबई के बाद गुजरात में मिला कोरोना के XE वैरिएंट का मरीज

नेहरू संग्रहालय ब्लॉक-1 में रहेगा

संग्रहालय पुराने नेहरू म्यूजियम और नए का सम्मिलित रूप है। इसमें तत्कालीन नेहरू संग्रहालय भवन भी शामिल है। इसे प्रधानमंत्री संग्रहालय (Prime Minister Sangrahalaya) ब्लॉक-1 के रूप में नामित किया गया है। इसमें अब पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के जीवन और उनके योगदान से संबंधित जानकारियां उन्नत तकनीक के माध्यम से पेश की गई हैं। दुनिया भर से उन्हें मिले उपहार भी पुन:र्निर्मित ब्लॉक 1 में प्रदर्शित किए गए हैं। >> ये भी पढ़े:-  कर्नाटक में अब ‘कैब विवाद’, हिंदू संगठनों की अपील- मुस्लिम ड्राइवरों का करें बहिष्कार

डिजाइन उभरते भारत की प्रतीक

प्रधानमंत्री संग्रहालय (Prime Minister Sangrahalaya) भारत के स्वतंत्रता संग्राम (India's Freedom Struggle) से लेकर संविधान के निर्माण (Indian Constitution Making) तक की कहानी बताएगा। इसमें बताया गया है कि, कैसे देश के प्रधानमंत्रियों ने विभिन्न चुनौतियों से देश को उबारा और देश की प्रगति सुनिश्चित की। संग्रहालय भवन की डिजाइन उभरते भारत की कहानी से प्रेरित है। इसे नेताओ के हाथो का आकार दिया गया है। >> ये भी पढ़े:- Yogi Office Twitter Hacked: CM योगी के ऑफिस का ट्विटर हैंडल हैक, प्रोफाइल फोटो भी बदला

PM Sangrahalaya निर्माण के लिए कोई पेड़ नहीं काटें

प्रधानमंत्री संग्रहालय (PM Sangrahalaya) परिसर में किसी भी पेड़ को काटा नहीं गया है। इस इमारत का कुल क्षेत्रफल 10,491 वर्ग मीटर है। प्रधानमंत्री संग्रहालय की इमारत का लोगो, राष्ट्र और लोकतंत्र का प्रतीक चक्र धारण करने वाले भारत के लोगों के हाथों का प्रतिनिधित्व करता है। >> ये भी पढ़े:- Alia Ranbir Marriage Date: आलिया और रणबीर कपूर इस दिन करेंगे शादी, जानिए कब है शादी
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Gujarat XE variant: मुंबई के बाद गुजरात में मिला कोरोना के XE वैरिएंट का मरीज

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Covid - 19 : Don't panic from BF.7 nothing to worry : Senior scientist Rakesh Mishra
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calendar30 Nov 2025 08:37 AM
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Gujarat XE variant: कोविड 19 के नए वैरिएंट XE ने मुंबई के बाद अब गुजरात में भी एंट्री कर दे दी है. गुजरात में इस नए वैरिएंट के पहले मामले की पुष्टि हो गई है. आपको बता दू, भारत में सबसे पहले मुंबई में कोरोना के XE वैरिएंट का एक मामला मिला था. XE वैरिएंट को काफी ज्यादा संक्रामक माना जा रहा है, ऐसे में सरकार पूरी सावधानी बरत रही है. >> ये भी पढ़े:- Covid19 XE variant: नया XE वैरिएंट ओमिक्रॉन BA.2 से 10 गुना ज्यादा संक्रामक – WHO

Gujarat XE variant: गुजरात में मिला XE का पहिला मामला

गुजरात में जिस मामले की पुष्टि हुई है, उसको लेकर बताया गया है कि, शख्स कोविड पॉजिटिव (COVID positive) निकला था. लेकिन एक हफ्ते बाद उसकी स्थिति ठीक थी. पर जब सैंपल के नतीजे आए तो उसमें वो शख्स XE वैरिएंट (Gujarat XE variant) से संक्रमित निकला. अब चिंता की बात ये है कि कोरोना वायरस का ये नया XE वैरिएंट सबसे ज्यादा संक्रामक बताया जा रहा है. BA.2 वाला जो वैरिएंट है, उसकी तुलना में XE वैरिएंट 10 % ज्यादा संक्रामक है. >> ये भी पढ़े:- Aryan Khan Drugs Case के पंच Prabhakar Sail की मौत, समीर वानखेड़े पर लगाए थे रिश्वतखोरी के आरोप

XE वैरिएंट को लेकर क्या पता चला?

XE वैरिएंट, ओमिक्रॉन (Omicron) का ही सब वैरिएंट (Sub Variants) है. अभी तक इसे ज्यादा खतरनाक तो नहीं बताया जा रहा है, लेकिन कहा जा रहा है कि ये तेजी से फैलता है. अभ XE वैरिएंट के जो 2 मामले सामने आए हैं, उन में अबतक कोई गंभीर लक्षण नहीं दिखे हैं. इसी वजह से सरकार अभी पैनिक नहीं करने की अपील कर रही है. >> ये भी पढ़े:- Greater Noida News: गौतमबुद्ध नगर के सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी राकेश शर्मा का निधन

एक्सपर्ट की राय क्या यहीं-

जॉन्स हॉपकिन्स के गुप्ता-क्लिंस्की इंडिया इंस्टीट्यूट (Gupta-Klinsky India Institute) द्वारा आयोजित एक चर्चा में वायरोलॉजिस्ट गगनदीप कांग (Virologist Gagandeep Kang) ने कहा, 'वैरिएंट्स आएंगे ही, क्योंकि लोग अब यात्रा कर रहे हैं. जितना हम XE वैरिएंट के बारे में जान पाए हैं, ये अधिक चिंता का विषय नहीं है. पहिले हम BA.2 के बारे में चिंतित थे, पर वह BA.1 से अधिक गंभीर नहीं निकला. XE वैरिएंट भी BA.1 या BA.2 से अधिक गंभीर बीमारी नहीं बनाता है.' (Gujarat XE variant) >> ये भी पढ़े:- Ram Mandir: अयोध्या में श्रीराम मंदिर लेने लगा आकार, जानिए गर्भगृह में कब विराजेंगे रामलला