गौतम अडानी को दुनिया की सारी दौलत लगी फीकी, दो आंखों की चमक में खोए

Gautam Adani
Gautam Adani
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 10:12 PM
bookmark
Gautam Adani : भारत के दूसरे सबसे बड़े पूंजीपति गौतम अडाणी को पूरी दुनिया की दौलत फीकी नजर आने लगी है। मुकेश अम्बानी के बाद भारत के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी ने हाल ही में कुछ ऐसा देख लिया कि उन्हें दुनिया की सारी दौलत फीकी नजर आने लगी है। इस मामले को जानकर आप भी भावुक हुए बिना नहीं रह सकते हैं।

Gautam Adani

दो आंखों की चमक में खोए गौतम अडानी

दुनिया के प्रसिद्ध पूंजीपति गौतम अडानी दो आंखों की चमक में खो गए हैं। गौतम अडानी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर एक पोस्ट शेयर की है। उस पोस्ट में गौतम अडानी ने एक शानदार तस्वीर भी साझा की है। सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई इस तस्वीर में गौतम अडानी अपनी 14 महीने की पोती कावेरी को गोद में उठाए हुए हैं। कावेरी गौतम अडानी की सबसे छोटी पोती है। कावेरी गौतम अडानी के बेटे करण और उनकी बहू परिधि अडानी की तीसरी बेटी है।  गौतम अडानी कई मंचों पर अपनी पोतियों से लगाव का जिक्र कर चुके हैं।

यहां देखें क्या लिखा है गौतम अडानी ने

गौतम अडानी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि "इन आंखों की चमक के आगे दुनिया की सारी दौलत फीकी है।" गौतम अडानी का एक लाइन का यह टवीट मीडिया की सुर्खियां बनकर छा गया है। अनेक यूजर्स इस टिप्पणी पर फिदा नजर आ रहे हैं। यूजर्स ने लिखा है कि गौतम अडानी ने दिल को जीत लेने वाली बात कही है।

पूंजीपति हुआ कुर्बान

गौतम अडानी भारत के दूसरे सबसे बड़े पूंजीपति हैं। यही नहीं गौतम अडानी का नाम दुनिया के 13वें सबसे बड़े पूंजीपति गौतम अडानी की कुल दौलत की बात करें तो गौतम अडानी की कुल दौलत 102 अरब डॉलर से भी अधिक है। दुनिया का 13वें नम्बर का यह पूंजीपूति गौतम अडानी अपनी पौत्री के प्यार तथा दुलार पर मानो कुर्बान हो गया है।

उत्तर प्रदेश की बेटी ने कर दिया कमाल, खड़ी कर दी करोड़ों की कंपनी

ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

सोशल मीडिया ने बनाई जोड़ी, 80 की उम्र में बुजुर्ग ने 34 साल की महिला को दिया दिल

MP News
MP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:43 AM
bookmark
MP News : मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जिसके बारे में सुन पूरा मध्य प्रदेश चौंक गया। जानकारी के अनुसार हाल ही में आगर मालवा में एक बुजुर्ग ने खुद से आधी से भी कम उम्र की महिला से शादी रचा ली। इस शादी में दूल्हे बने बुजुर्ग की उम्र 80 वहीं, दुल्हन बनी महिला की उम्र 34 साल की है। बताया जा रहा है कि दोनों ही काफी लंबे समय से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बातचीत कर रहे थे, जहां उन दोनों को एक दूसरे से प्यार हो गया और उन्होंने शादी करने का फैसला कर लिया।

क्या है पूरा मामला ?

मिली जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश के मालवा जिले के सुसनेर न्यायालय में उस समय भीड़ जुटनी शुरू हो गई, जब परिसर में मौजूद हनुमान मंदिर में लोगों को कुछ अजीबों-गरीब चीज देखने को मिली। दरअसल लोगों ने देखा की एक बुजुर्ग अपने हाथों से खुद से भी आधी उम्र की महिला को फूलमाला पहना रहा है, वहीं महिला भी उस बुजुर्ग के गले में माला डाल रही है। कुछ समय बाद इस पूरी घटना से पर्दा हटा और पता चला की यह मगरिया गांव निवासी बालूराम बागरी जिसकी उम्र 80 साल है, उसने महाराष्ट्र के अमरावती की रहने वाली शीला इंगले जिसकी उम्र 34 साल है से शादी रचाई है। इस जोड़े की मुलाकात सोशल मीडिया के जरिए हुई थी, जो पहले दोस्ती और फिर प्यार में बदल गई। जिसके बाद ही दोनों ने शादी करने का फैसला ले लिया। इसके बाद न्यायालय में जाकर दोनों ने एक वकील की मदद से कोर्ट मैरिज के लिए अपने अपने दस्तावेज जमा किए। इस दौरान महिला और बुजुर्ग के कुछ चुनिंदा परिचित लोग भी उनके साथ मौके पर पहुंचे हुए थे। कोर्ट मैरिज करने के बाद जोडे ने न्यायालय परिसर में मौजूद हनुमान मंदिर में एक-दूसरे को वरमाला पहनाकर हिंदू रीति-रिवाज से भी शादी भी कर ली। MP News

बुजुर्ग सोशल मीडिया में रहता था काफी एक्टिव

आपतो बता दें मध्य प्रदेश का रहने वाला दूल्हा बालूराम बागरी इस उम्र में सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहता है। उसकी सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में फॉलोवर्स भी मौजूद है। इसी बीच एक दिन उनकी बातचीत शीला इंगले (दुल्हन) से हो गई। काफी दिनों तक दोनों में बातचीत हुई, और आखिर में दोनों को प्यार हो गया। फिर उन्होंने शादी करने का फैसला कर लिया और आज दोनों हमेशा के लिए एक दूसरे के हो गए।

देश की पहली विकलांग IAS, जिसने हासिल की UPSC में पहली रैंक

ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

एक चपरासी ने कर दिया बड़ा कमाल, अब है दो कंपनियों का मालिक

Capture 8 1
Success Story
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 07:45 PM
bookmark
Success Story : कहते हैं कि अगर इरादे मजबूत हो और कड़ी मेहनत की जाए तो सफलता मिलना मुश्किल नहीं होता है। इस बात को सच साबित कर दिखाया है कभी 80 रुपये रोजाना कमाने वाले इस शख्स ने। जिसने अपनी मेहनत और लगन से खुद की किस्मत बदल ली है। आज हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताने वाले है, जो कभी एक ऑफिस में चपरासी का काम करता था। आज वह शख्स दो कंपनियों का मालिक है। आईए आपको बताते हैं दादा साहेब भगत ने जिंदगी में इतनी सफलता कैसे हासिल की।

Success Story

कहते हैं जिंदगी में चाहे कितनी भी मुश्किलें क्यों न आएं, अगर ठान लिया जाए तो बड़े से बड़ा मुकाम हासिल किया जा सकता है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है दादा साहेब भगत ने। कभी इंफोसिस के दफ्तर में चपरासी का काम करने वाले दादा साहेब भगत की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। चपरासी की नौकरी करते हुए दादा साहेब भगत ने कभी हार नहीं मानी और अपने सपनों की ओर आगे बढ़ते रहे। आज दादा साहेब भगत दो कंपनियों के मालिक है। बता दें कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी दादासाहेब के इस हौंसले की तारीफ कर चुके हैं।

80 रुपये थी पहली कमाई

महाराष्ट्र के बीड में साल 1994 में जन्मे दादा साहेब भगत ने हाई स्कूल की पढ़ाई करने के बाद पुणे से आईटीआई का कोर्स पूरा किया। उस दौरान दादा साहेब को नौकरी की काफी जरूरत थी। ऐसे में उन्होंने गेस्ट हाउस में रूम सर्विस ब्वॉय के तौर पर नौकरी कर ली। इंफोसिस के गेस्ट हाउस में उनका काम लोगों को रूम सर्विस, चाय-पानी देना था। उन्हें झाड़ू-पोछा, साफ-सफाई करना पड़ता था। इसके लिए दादा साहेब भगत को 80 रुपये रोजाना मिलते थे।

रात में करते थे पढ़ाई

दादा साहेब जानते थे कि पढ़ाई ही वह हथियार है, जिसके माध्यम से वह अपनी किस्मत बदल सकते हैं। साल 2009 में दादा साहेब शहर चले आए। उन्हें इंफोसिस कंपनी में काम मिल गया। वहां चपरासी की नौकरी के लिए उन्हें 9,000 रुपये की सैलरी मिलने लगी। इंफोसिस में काम करना उनके लिए अच्छा रहा। उन्होंने देखा कि लोग कंप्यूटर में कुछ करते हैं, जिसकी वजह से वो बड़ी-बड़ी गाड़ियों से आते है। कंप्यूटर को लेकर उनकी इच्छा जागने लगी। उन्होंने वहीं से कंप्यूटर और उसकी तकनीक से जुड़ी डिटेल सीखना शुरू कर दिया। रात में ग्राफिक्स डिजाइनिंग और एनीमेशन की पढ़ाई करते थे। नौकरी के साथ-साथ C++ और Python का कोर्स भा दादा साहेब भगत ने किया।

हादसे ने बदली किस्मत

आपको बता दें कि दादा साहेब भगत एक हादसे का शिकार हो गए थे। इस कारण उन्हें नौकरी छोड़कर अपने घर वापस जाना पड़ा, जहां वह करीब 3 महीने रहे। हालांकि इस दौरान भी उनका जुनून काम नहीं हुआ और वह अपने दोस्त का लैपटॉप किराए पर लेकर टेंपलेट्स बनाने लगे। केवल इतना ही नहीं दादा साहेब ने सोशल मीडिया पर इसे बेचना भी शुरू कर दिया। इससे उन्हें इतनी ज्यादा कमाई होने लगी की वह साल 2016 में खुद की कंपनी शुरू की। जिसका नाम उन्होंने Ninthmotion रखा। बाद में उन्होंने एक और कंपनी की शुरुआत की, जिसका नाम उन्होंने DooGraphics रखा।

दादा साहेब भगत की नेट वर्थ

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दादा साहेब भगत की नेटवर्थ करोड़ों में है। वहीं कंपनी के पास 40 हजार से ज्यादा एक्टिव यूजर्स हैं। इस कंपनी में ऑनलाइन ग्राफिक्स डिजाइनिंग का नया सॉफ्टवेयर बनाया जो बिल्कुल Canava जैसा है। इन्हें कई मल्टीनेशनल कंपनियों से ऑफर भी मिल चुका है। विदेश के भी क्लाइंट इस कंपनी से जुड़े हुए हैं। दादा साहेब के पास आज खुद की मेहनत से ऑडी जैसी बड़ी गाड़ी के मालिक है। Success Story

देश की पहली विकलांग IAS, जिसने हासिल की UPSC में पहली रैंक

ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।