सनातन प्रेमियों को मिली निराशा, मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किए गए बाबा बालकनाथ

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Rajasthan News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 04:39 AM
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Rajasthan News : राजस्थान की बीजेपी की नई भजनलाल शर्मा सरकार के मंत्रिमंडल का शनिवार को  विस्तार हो गया है। भजनलाल मंत्रिमंडल में 22 विधायकों को मंत्री बनाया गया है। इनमें 12 कैबिनेट, पांच राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और पांच राज्यमंत्री बनाए गए हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल के मंत्रिमंडल के गठन में जातीय और क्षेत्रीय संतुलन को साधा गया है। लेकिन भजनलाल के मंत्रीमंडल में बाबा बालकनाथ को जगह नहीं मिलना एक चौकाने वाला विषय है। एक समय में बाबा बालकनाथ को राजस्थान की जनता उन्हे मुख्यमंत्री का बड़ा दावेदार मान रही थी। लेकिन अब बाबा बालक नाथ को भजनलाल सरकर में मंत्री भी नहीं बनाया गया है।

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15 दिसंबर को भजनलाल शर्मा ने बतौर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। वहीं दिया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा ने बतौर उपमुख्यमंत्री शपथ ली थी। हालांकि इससे पहले महंत बालकनाथ को मुख्यमंत्री का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। जब न तो सीएम और न ही डिप्टी सीएम के लिए उनका नाम सामने आया तो फिर यह माना गया कि उन्हें कैबिनेट में शामिल जरूर किया जाएगा। हालांकि शनिवार को मंत्रियों के शपथ ग्रहण के बाद उन्हें इसमें भी जगह नहीं दी गई।

Rajasthan News 22 मंत्रियों ने ली शपथ

राजस्थान सरकार के कैबिनेट का पहला विस्तार शनिवार को किया गया। इसमें कुल 22 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई। 12 विधायकों को कैबिनेट में शामिल किया गया। पहले कैबिनेट मंत्री के रूप में किरोड़ीलाल मीणा ने शपथ ली। इसके अलावा कैबिनेट में राज्यवर्धन सिंह राठौड़, गजेंद्र सिंह खींवसर, बाबूलाल खराड़ी, मदन दिलावर, जोगाराम पटेल, सुरेश सिंह रावत, अविनाश गहलोत, जोराराम कुमावत, हेमंत मीणा, कन्हैया लाल चौधरी और सुमित गोदारा को जगह मिली। हालांकि महंत बालकनाथ के समर्थकों का मानना है कि लोकसभा चुनाव के बाद बालकनाथ को बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है।

तिजारा से विधायक है बालकनाथ

आपको बता दें कि राजस्थान विधानसभा चुनाव में बाबा बालकनाथ को अलवर जिले की तिजारा विधानसभा सीट से उतारा गया था। इस सीट से बीजेपी के कम ही विधायक विधानसभा में जा सके थे। ऐसे में उनकी जीत से पार्टी में उनका कद भी बढ़ा। तिजारा विधानसभा सीट से बाबा बालकनाथ ने कांग्रेस प्रत्याशी इमरान खान को 6,173 वोटों के अंतर से हराया था। बता दें कि बाबा बालकनाथ पिछले लोकसभा चुनाव में अलवर के सांसद चुने गए और बीजेपी हाईकमान के कहने पर विधायक का चुनाव लड़ा और ऐसी सीट निकाली, जहां पार्टी की कमजोर स्थिति थी। इस सीट पर लगभग आधी आबादी मुस्लिम समुदाय की थी। बाबा बालकनाथ यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की तरह ही अपना विचार पूरी मजबूती से रखते हैं। जिसको लेकर राजस्थान में लोगों को उनका सनातनी प्रेम काफी पसंद आया है। साथ ही यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बाबा बालकनाथ को सीएम पद के लिए पैरवी कर चुके थे।

बाबा मस्तनाथ मठ नाथ संप्रदाय से है बालकनाथ

बाबा मस्तनाथ मठ नाथ संप्रदाय का बड़ा केंद्र है। इस मठ की राजनीति में भी बड़ी भागीदारी रही है। बाबा बालकनाथ मठ से तीसरे महंत हैं, जो सक्रिय राजनीति में हैं। 2019 में अलवर लोकसभा से सांसद निर्वाचित हुए। लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान भी उन्होंने मुखर होकर जनता के बीच सनातन और राष्ट्रवाद की बातें रखी थी। जब भी संसद में बोलने का अवसर मिला, उन्होंने अपने इलाके के विकास की बात को प्राथमिकता दी।

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JDU's future: क्या होगा नीतीश की पार्टी का भविष्य, एनडीए में होगी फिर वापसी?

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Nitish Kumar
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 08:36 PM
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JDU's future: नीतीश कुमार और उनकी पार्टी जनता दल यूनाइटेड को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। पिछले कुछ दिनों से अटकलों का दौर चल रहा है कि जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को उनके पद से हटाया जा सकता है। इसकी वजह ये आशंका है कि वो लालू प्रसाद यादव के साथ मिलकर जेडीयू का लालू यादव की पार्टी आरजेडी में विलय करा सकते हैं। बताया जा रहा है नीतीश कुमार इसी आशंका से भयभीत हैं, इसलिए ललन सिंह की जगह पार्टी की कमान अपने हाथ में लेने पर विचार विमर्श कर रहे हैं।

JDU's future: नीतीश बाबू का अगला कदम क्या होगा?

बिहार में लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के साथ सत्तारूढ़ जनता दल यूनाईटेड में क्या बिखराव होने वाला है? क्या दोनों पार्टियों का विलय होगा? जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को क्या अपने पद से हटाया जा सकता है? क्या नीतीश कुमार की एक बार फिर एनडीए में वापसी होगी? इन तैरते सवालों के बीच आज ललन सिंह ने नीतीश कुमार से दिल्ली में मुलाक़ात की। नीतीश कुमार का अगला कदम क्या होने वाला है, सभी को ये जानने की उत्सुकता है। संभावना जताई जा रही है कि अपनी पार्टी पर मंडरा रहे खतरे को भाँपते हुए वो ललन सिंह की पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से छुट्टी कर खुद कमान संभाल सकते हैं। साथ ही आरजेडी की ओर से अपनी पार्टी पर उत्पन्न हो रहे खतरे को देखते हुए वो आरजेडी के साथ अपनी पार्टी का गठबंधन तोड़ कर एक बार फिर एनडीए का रुख कर सकते हैं, इस संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता।

ललन सिंह ने बताया इन अटकलों को अफवाह मात्र

मीडिया ने जब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह से इन अटकलों के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि पार्टी में टूट की खबरें बेबुनियाद हैं, पार्टी एक है और एक ही रहेगी, पार्टी के टूटने का तो कोई सवाल ही नहीं है। उन्होंने जदयू की टूट की अफवाह के लिए भारतीय जनता पार्टी को दोषी ठहराया। ललन सिंह ने इस पूरे घटनाक्रम को बीजेपी की साजिश करार दिया। साथ ही नीतीश कुमार के साथ अपने किसी तरह के मतभेद होने की बात से भी इंकार किया।

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क्रिकेट के अनूठे नियम: जिनसे दर्शक क्या खिलाड़ी भी हो जाते हैं कंफ्यूज

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प्रियंका गांधी की छुट्टी: प्रभारी पद से हटाई गईं, अब इनको मिली कमान

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प्रियंका गांधी की छुट्टी
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 08:57 PM
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प्रियंका गांधी की छुट्टी: विधानसभा चुनावों के निराशाजनक नतीजों के बाद आगामी लोकसभा चुनावों को मद्देनजर रखते हुए चुनावों की तैयारी में लगी कांग्रेस ने अपने संगठन में कई फेरबदल किए हैं। इनमें यूपी, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात और बिहार में प्रभारियों का फेरबदल भी शामिल है। यूपी में प्रियंका गांधी को प्रभारी पद से हटा दिया गया है।

कांग्रेस संगठन में हुआ भारी फेरबदल, प्रियंका गांधी की छुट्टी

[embed]https://twitter.com/INCIndia/status/1738559547294507203[/embed] कांग्रेस संगठन में आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए बड़ा फेरबदल किया गया है। यूपी में बड़ा परिवर्तन करते हुए कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी की जगह अविनाश पांडे को नया यूपी कांग्रेस प्रभारी बनाया है। यूपी प्रभारी पद से हटाए जाने के बाद अब प्रियंका गांधी के पास किसी भी राज्य की जिम्मेदारी नहीं बची है। वहीं सचिन पायलट को छत्तीसगढ़ की जिम्मेदारी दी गई है, पायलट को कुमारी शैलजा की जगह छत्तीसगढ़ का प्रभारी नियुक्त किया गया है। इसके अलावा रमेश चेनिथल्ला को महाराष्ट्र का प्रभारी और मोहन प्रकाश को बिहार का प्रभारी बनाया गया है। इसके अतिरिक्त वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुकुल वासनिक को गुजरात का प्रभारी नियुक्त किया गया है, तो वहीं रणदीप सिंह सुरजेवाला को कर्नाटक की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

इनके हिस्से भी आई ज़िम्मेदारी

वरिष्ठ पार्टी नेता जयराम रमेश को कम्युनिकेशन इनचार्ज के लिए महासचिव नियुक्त किया गया है, जबकि पूर्व सांसद अजय माकन ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) के कोषाध्यक्ष के पद पर बने रहेंगे। वहीं केसी वेणुगोपाल संगठन महासचिव बने रहेंगे। आज पार्टी ने कुल मिलकर 12 महासचिवों के साथ-साथ 11 राज्य प्रभारियों की भी नियुक्ति की है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने तत्काल प्रभाव से सभी लोगों को संगठनात्मक पद सौंप दिए हैं।

प्रियंका गांधी की छुट्टी

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