NIA & ED : देश विरोधी ताकतों के खिलाफ जांच एजेंसियों का हल्ला बोल, 100 गिरफ्तार

Nia
Investigation agencies attack against anti-national forces, 100 arrested
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 08:48 AM
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New Delhi : नई दिल्ली। देश विरोधी ताकतों को सबक सिखाने के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी और प्रवर्तन निदेशालय ने कमर कस ली है। इन एजेंसियों ने देश के 13 राज्यों में पीएफआई के ठिकानों पर छापेमारी की है। कार्रवाई के दौरान 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जिन राज्यों में एनआईए ने छापेमारी की है उनमें केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, असम, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र शामिल हैं। पीएफआई और उससे जुड़े लोगों की ट्रेनिंग गतिविधियों, टेरर फंडिंग और लोगों को संगठन से जोड़ने के खिलाफ ये अब तक की यह सबसे बड़ी कार्रवाई है।

एनआईए और ईडी सख्त

पीएफआई और ईडी ने मलप्पुरम जिले के मंजेरी में पीएफआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमा सलाम के अलावा पीएफआई के दिल्ली हेड परवेज अहमद के घर पर छापेमारी की और गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान पीएफआई कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। इसके अलावा कर्नाटक के मंगलुरु में भी एनआईए की छापेमारी के खिलाफ पीएफआई और एसडीपीआई के कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि इन्हें हिरासत में ले लिया गया है। पीएफआई के राष्ट्रीय, राज्य और स्थानीय स्तर के नेताओं के घरों पर छापेमारी हो रही है। राज्य समिति कार्यालय पर भी छापेमारी की जा रही है। संगठन ने एक बयान में कहा है कि असहमति की आवाज को दबाने के लिए फासीवादी शासन द्वारा एजेंसियों का बेजा इस्तेमाल करने के कदमों का हम कड़ा विरोध करते हैं।

NIA & ED :

दूसरी ओर, एनआईए के अधिकारी तमिलनाडु के डिंडीगुल जिले में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पार्टी कार्यालय पर छापेमारी की। पीएफआई के 50 से ज्यादा सदस्यों ने एनआईए की छापेमारी के खिलाफ पार्टी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। असम पुलिस ने राज्यभर में पीएफआई से जुड़े नौ लोगों को हिरासत में लिया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि कल रात असम पुलिस और एनआईए ने संयुक्त रूप से गुवाहाटी के हाटीगांव इलाके में अभियान चलाया और पीएफआई से जुड़े राज्यभर में 9 लोगों को हिरासत में लिया। चार्जशीट में जिन लोगों के नाम शामिल हैं, उनमें के ए रऊफ शेरिफ, कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (सीएफआई) के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अतीकुर रहमान, दिल्ली स्थित पीएफआई के महासचिव मसूद अहमद, पीएफआई से जुड़े पत्रकार सिद्दीक कप्पन और मोहम्मद आलम के नाम शामिल हैं।

Raid on PFI bases :

मध्य प्रदेश के इंदौर और उज्जैन में एनआईए ने पीएफआई के ठिकानों पर मारा छापा है। पीएफआई के मध्य प्रदेश लीडर को गिरफ्तार किया गया है। चार नेता इंदौर और उज्जैन से गिरफ्तार किए गए। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत पूर्वांचल और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में यूपीएटीएस व एनआईए की छापेमारी में दो संदिग्धों को लखनऊ से हिरासत में लिया गया है। इससे पहले एनआईए की टीम ने 18 सितंबर को भी तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के 40 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी। इनमें तेलंगाना-आंध्र के दो-दो लोग शामिल थे। बताया जा रहा है कि दोनों राज्यों में 23 से ज्यादा टीमें तलाशी अभियान चला रही हैं। उल्लेखनीय है कि पीएफआई का गठन 17 फरवरी 2007 को हुआ था। ये संगठन दक्षिण भारत में तीन मुस्लिम संगठनों का विलय करके बना था। इनमें केरल का नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट, कर्नाटक फोरम फॉर डिग्निटी और तमिलनाडु का मनिथा नीति पसराई शामिल थे। पीएफआई का दावा है कि इस वक्त देश के 23 राज्यों में यह संगठन सक्रिय है। देश में स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट यानी सिमी पर बैन लगने के बाद पीएफआई का विस्तार तेजी से हुआ है। कर्नाटक, केरल जैसे दक्षिण भारतीय राज्यों में इस संगठन की काफी पकड़ बताई जाती है। इसकी कई शाखाएं भी हैं। इसमें महिलाओं के लिए नेशनल वीमेंस फ्रंट और विद्यार्थियों के लिए कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया जैसे संगठन शामिल हैं। यहां तक कि राजनीतिक पार्टियां चुनाव के वक्त एक दूसरे पर मुस्लिम मतदाताओं का समर्थन पाने के लिए पीएफआई की मदद लेने का भी आरोप लगाती हैं। गठन के बाद से ही पीएफआई पर समाज विरोधी और देश विरोधी गतिविधियां करने के आरोप लगते रहते हैं।
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Stock Market: लगातार बाजार में गिरावट से लगा झटका, सेंसेक्स 382 अंक लुढ़का

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Pic Source: Business Today
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 03:52 AM
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मुंबई: फेडरल रिज़र्व में ‍देखजाए तो ब्याज दर बढ़ाने वाला असर अमेर‍िकी बाजार के अलावा भारतीय बाजार पर भी होना शुरू हो गया है गुरुवार सुबह कारोबार की शुरुआत के दौरान दोनों प्रमुख सूचकांक सेंसेक्‍स और न‍िफ्टी लाल न‍िशान पर पहुंचकर खुल गया। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्‍स 382.94 अंक कम होने के बाद 59,073.84 के स्‍तर पर खुल गया था। नेशनल स्‍टॉक एक्‍सचेंज के न‍िफ्टी में भी शुरुआती ग‍िरावट हुई थी और यह 109 अंक की कमजोरी करने के बाद 17,609.65 अंक के स्‍तर पर खुल गया था। हालांक‍ि बाजार खुलने के साथ देखा जाए तो दोनों ही प्रमुख सूचकांक में धीरे-धीरे र‍िकवरी का माहौल हो गया है। कुछ देर बाद ही सुबह करीब 9.23 पर इसमें 235.68 अंक की ग‍िरावट हुई है और यह 59,221 पर कारोबार जारी है। इसी समय न‍िफ्टी में मजबूत हुआ और यह 86.35 अंक की टूट करने के बाद 17,632 पर देखा गया। शुरुआती कारोबार में देखा जाए तो सेंसेक्‍स के 30 में से 12 शेयर में मजबूती और 18 में ग‍िरावट हुई है। सेंसेक्‍स के इन शेयर में सबसे ज्‍यादा तेजी और ग‍िरावट हुई है। सेंसेक्स में ITC, Bank finance, Indusland bank, Maruti और Tata Steel में अधिक उछाल हुई है। वहीं SBI LIFE, HDFC, TECH MAHINDRA, WIPRO में निफ्टी के गिरावट हुई है। इससे पहले बुधवार के दिन स्थानीय बाजार गिरावट के साथ बंद हो गया था बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 262.96 अंक टूटने के बस 59,456.78 अंक पर बंद हुआ था। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 97.90 अंक यानी 0.55 प्रतिशत की गिरावट के बाद 17,718.35 अंक पर बंद हो गया था। सेंसेक्स के शेयरों में इंडसइंड बैंक सबसे अधिक 3.19 प्रतिशत कम हुआ था।
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Punjab Political News : दिल्ली की तरह पंजाब में भी खींचतान, सरकार ने सत्र बुलाया, राज्यपाल ने रद्द किया

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar22 Sep 2022 04:31 PM
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chandigarh : चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी और केंद्र की भाजपा सरकार के बीच खींचतान की खबरें अब आम हो चली हैं। दिल्ली के उपराज्यपाल विनय सक्सेना पिछले एलजी के दस्तूर को ही आगे बढ़ा रहे हैं। दिल्ली में शराब नीति को लेकर टकराव किसी से छिपा नहीं है। अब पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने सरकार आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा गुरुवार को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने के आदेश को वापस ले लिया। राज्य सरकार ने विश्वास प्रस्ताव पारित करने के लिए सत्र बुलाया था। राज्यपाल ने ऐसा करने के लिए विशिष्ट नियमों की अनुपस्थिति के कारण आदेश वापस ले लिया।

Punjab Political News :

पंजाब कैबिनेट ने बीते दिन ही विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मंजूरी दी थी। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पहले घोषणा की थी कि विधानसभा का एक विशेष सत्र बुलाया जाएगा। कुछ दिनों बाद सत्तारूढ़ आप ने भारतीय जनता पार्टी पर पंजाब में अपनी सरकार को गिराने की कोशिश करने का आरोप लगाया। सत्तारूढ़ दल ने हाल ही में दावा किया था कि उसकी छह महीने पुरानी सरकार को गिराने के लिए भाजपा ने कम से कम 10 विधायकों से 25-25 करोड़ रुपये की पेशकश के साथ ं से संपर्क साधा था। राज्यपाल के इस आदेश के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि राज्यपाल कैबिनेट के बुलाए सत्र को कैसे मना कर सकते हैं, फिर तो जनतंत्र खत्म है। केजरीवाल ने कहा कि दो दिन पहले राज्यपाल ने सत्र की इजाजत दी। जब ऑपरेशन लोटस फेल होता लगा और संख्या पूरी नहीं हुई तो ऊपर से फोन आया कि इजाजत वापस ले लो। आज देश में एक तरफ संविधान है और दूसरी तरफ ऑपरेशन लोटस।