'मिस्टर इंडिया' जैसे अदृश्य ड्रोन से लैस होगी भारतीय सेना, बिना रडार के दुश्मनों को करेगी नेस्तनाबूद





UAE Golden Visa : संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में अब भारतीयों के लिए बसने और काम करने के अवसर पहले से कहीं अधिक सुगम हो गए हैं। यूएई सरकार ने 'गोल्डन वीजा' नीति में व्यापक संशोधन करते हुए भारत को इस पायलट प्रोजेक्ट में प्रमुख भागीदार बनाया है। इसका उद्देश्य न केवल पेशेवर प्रतिभाओं को आकर्षित करना है, बल्कि भारत-UAE द्विपक्षीय संबंधों को और प्रगाढ़ बनाना भी है। पहले जहां गोल्डन वीजा सिर्फ करोड़ों रुपये निवेश करने वाले कारोबारियों या रियल एस्टेट धारकों तक सीमित था, वहीं अब इसके दायरे में शिक्षक, प्रोफेसर, नर्सें (जिन्हें 15 वर्षों से अधिक का अनुभव हो), डिजिटल कंटेंट क्रिएटर (जैसे यूट्यूबर, पॉडकास्टर), ई-स्पोर्ट्स पेशेवर, समुद्री विशेषज्ञ और याच मालिक भी शामिल कर दिए गए हैं।
गोल्डन वीजा के अंतर्गत मिलने वाली स्थायी निवास की सुविधा का अर्थ है कि एक बार वीजा मिलने के बाद आपको बार-बार नवीनीकरण की प्रक्रिया से नहीं गुजरना होगा। यह दीर्घकालिक स्थायित्व उन पेशेवरों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है, जो यूएई की अर्थव्यवस्था या सामाजिक संरचना में दीर्घकालिक योगदान देना चाहते हैं।
भारत को इस योजना के तहत प्राथमिकता देते हुए यूएई सरकार ने Rayad Group को अधिकृत किया है, जो भारतीय आवेदनों की प्रारंभिक जांच करेगा और उन्हें सरकार के समक्ष प्रस्तुत करेगा। आवेदन की प्रक्रिया के दौरान आवेदक के आपराधिक रेकॉर्ड, धन शोधन से जुड़ी संभावनाएं, सोशल मीडिया गतिविधियां और आर्थिक-सांस्कृतिक योगदान की संभावनाएं जाँची जाएंगी।
Rayad Group के अनुसार, आगामी तीन महीनों में 5,000 से अधिक भारतीयों के आवेदन प्राप्त हो सकते हैं।
One VASCO सेंटर (VFS Global)
Rayad Group के पंजीकृत कार्यालय
आधिकारिक ऑनलाइन पोर्टल
टोल फ्री कॉल सेंटर
इस वीजा के लिए भारतीय नागरिकों को AED 1,00,000 (लगभग ₹23.3 लाख) का भुगतान करना होगा। यह राशि आवेदन प्रक्रिया, वैधता और लाइफटाइम रेजीडेंसी के एवज में ली जाएगी।
अपने परिवार को यूएई साथ लाने की अनुमति
ड्राइवर और घरेलू सहायक रखने की सुविधा
किसी भी व्यवसाय या पेशेवर कार्य में संलग्न होने की पूरी छूट
भारत और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के बीच 2022 में लागू हुए व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (CEPA) ने द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। इस ऐतिहासिक समझौते के अंतर्गत दोनों देशों ने व्यापार, निवेश और कुशल मानव संसाधन के आदान-प्रदान को गति देने पर सहमति जताई थी। United Arab Emirates
UAE Golden Visa : संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में अब भारतीयों के लिए बसने और काम करने के अवसर पहले से कहीं अधिक सुगम हो गए हैं। यूएई सरकार ने 'गोल्डन वीजा' नीति में व्यापक संशोधन करते हुए भारत को इस पायलट प्रोजेक्ट में प्रमुख भागीदार बनाया है। इसका उद्देश्य न केवल पेशेवर प्रतिभाओं को आकर्षित करना है, बल्कि भारत-UAE द्विपक्षीय संबंधों को और प्रगाढ़ बनाना भी है। पहले जहां गोल्डन वीजा सिर्फ करोड़ों रुपये निवेश करने वाले कारोबारियों या रियल एस्टेट धारकों तक सीमित था, वहीं अब इसके दायरे में शिक्षक, प्रोफेसर, नर्सें (जिन्हें 15 वर्षों से अधिक का अनुभव हो), डिजिटल कंटेंट क्रिएटर (जैसे यूट्यूबर, पॉडकास्टर), ई-स्पोर्ट्स पेशेवर, समुद्री विशेषज्ञ और याच मालिक भी शामिल कर दिए गए हैं।
गोल्डन वीजा के अंतर्गत मिलने वाली स्थायी निवास की सुविधा का अर्थ है कि एक बार वीजा मिलने के बाद आपको बार-बार नवीनीकरण की प्रक्रिया से नहीं गुजरना होगा। यह दीर्घकालिक स्थायित्व उन पेशेवरों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है, जो यूएई की अर्थव्यवस्था या सामाजिक संरचना में दीर्घकालिक योगदान देना चाहते हैं।
भारत को इस योजना के तहत प्राथमिकता देते हुए यूएई सरकार ने Rayad Group को अधिकृत किया है, जो भारतीय आवेदनों की प्रारंभिक जांच करेगा और उन्हें सरकार के समक्ष प्रस्तुत करेगा। आवेदन की प्रक्रिया के दौरान आवेदक के आपराधिक रेकॉर्ड, धन शोधन से जुड़ी संभावनाएं, सोशल मीडिया गतिविधियां और आर्थिक-सांस्कृतिक योगदान की संभावनाएं जाँची जाएंगी।
Rayad Group के अनुसार, आगामी तीन महीनों में 5,000 से अधिक भारतीयों के आवेदन प्राप्त हो सकते हैं।
One VASCO सेंटर (VFS Global)
Rayad Group के पंजीकृत कार्यालय
आधिकारिक ऑनलाइन पोर्टल
टोल फ्री कॉल सेंटर
इस वीजा के लिए भारतीय नागरिकों को AED 1,00,000 (लगभग ₹23.3 लाख) का भुगतान करना होगा। यह राशि आवेदन प्रक्रिया, वैधता और लाइफटाइम रेजीडेंसी के एवज में ली जाएगी।
अपने परिवार को यूएई साथ लाने की अनुमति
ड्राइवर और घरेलू सहायक रखने की सुविधा
किसी भी व्यवसाय या पेशेवर कार्य में संलग्न होने की पूरी छूट
भारत और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के बीच 2022 में लागू हुए व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (CEPA) ने द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। इस ऐतिहासिक समझौते के अंतर्गत दोनों देशों ने व्यापार, निवेश और कुशल मानव संसाधन के आदान-प्रदान को गति देने पर सहमति जताई थी। United Arab Emirates