National News : बड़ा सवाल : क्या सुप्रीम कोर्ट के निशाने पर है केंद्र सरकार, चौतरफ़ा बना चर्चा का विषय

Supreme court 1
The big question : Is the central government on the target of the Supreme Court, the subject of all-round discussion
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 06:54 AM
bookmark
क्या केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट के निशाने पर है? हाल के दिनों में तीन अलग-अलग मामलों में केंद्र सरकार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट द्वारा की गई तल्ख टिप्पणियों के बाद राजनीतिक हलकों में यह चर्चा आम है। सुप्रीम कोर्ट में इन दिनों कम से कम तीन ऐसे मामलों की सुनवाई चल रही है, जिनका संबंध केंद्र सरकार की कार्यशैली से है। तीनों ही मामलों में सुप्रीम कोर्ट सरकार के खिलाफ कठोर टिप्पणी कर चुका है।

UP Accident : उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर में सड़क दुर्घटना में स्थानीय भाजपा नेता घायल, पत्नी की मौत

पहला मामला नोटबन्दी से सम्बन्धित है। नोटबन्दी की प्रक्रिया पर सवाल उठाने वाली करीब चार दर्जन याचिकाएं सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन हैं। कोर्ट इन सबको एक साथ करके सुनवाई कर रही है। कोर्ट ने केंद्र सरकार से नोटबन्दी में अपनाई गई पूरी प्रक्रिया को हलफनामे के रूप में पेश करने को कहा है। किन्तु, सरकार अभी तक यह हलफनामा देने में नाकाम रही है। पिछली सुनवाई पर सुप्रीम कोर्ट ने इस पर कड़ी नाराजगी जाहिर की थी और सरकार से जल्द हलफनामा दाखिल करने को कहा था।

National News :

चुनाव आयोग में एक चुनाव आयुक्त की नियुक्ति के सम्बन्ध में भी न्यायालय में सरकार की खूब खिंचाई हुई। कोर्ट ने सरकार को खरी खरी सुनाई कि अरुण गोयल को चुनाव आयुक्त नियुक्त करने में सरकार ने बिजली जैसी तेजी दिखाई और 24 घंटे के भीतर उनकी नियुक्ति की सारी प्रक्रिया निबटा दी गई। न्यायालय ने यह भी कहा कि चुनाव आयुक्त के पद पर ऐसे व्यक्ति की नियुक्ति होनी चाहिए, जो प्रधानमंत्री के खिलाफ भी कार्रवाई कर सके।

Gujrat Assembly Election : गुजरात में ‘आप’ शायद खाता भी नहीं खोल पाएगी : अमित शाह

तीसरा मामला सुप्रीम कोर्ट में जजों की नियुक्ति से जुड़ा है। इस पर सुनवाई करते हुए न्यायालय ने सरकार के रवैये पर गहरी नाराजगी जताई है। कोर्ट ने कहा कि जजों की नियुक्ति में सरकार जान बूझकर देरी कर रही है। कोर्ट ने कानून मंत्री किरन रिजीजू के उस बयान को घोर आपत्तिजनक बताया, जिसमें उन्होंने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट को ऐसा नहीं कहना चाहिए कि सरकार फाइलों पर बैठ जाती है। इन तीनों मामलों में सुप्रीम कोर्ट द्वारा केंद्र सरकार के खिलाफ की गई तल्ख टिप्पणियों के बाद राजनीतिक, सामाजिक व क़ानूनी हलकों में यह चर्चा आम है कि केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट के निशाने पर है।
अगली खबर पढ़ें

Raveena Tandon : अभिनेत्री रवीना टंडन के सतपुड़ा टाइगर रिज़र्व में नियमों का उल्लंघन किये जाने पर जांच के आदेश

Sgdhfykuiyh e1669787458773
Raveena Tandon: Probe ordered for violation of rules in Satpura Tiger Reserve by actress Raveena Tandon
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 07:40 PM
bookmark
  Raveena Tandon : अपने शानदार अभिनय से लोगों के दिलों में जगह बनाने वाली जानीमानी अभिनेत्री रवीना टंडन विवादों में घिरती हुई नजर आ रहीं हैं। यह मामला उनके द्वारा सतपुड़ा टाइगर रिज़र्व में टाइगर की काफ़ी करीब से फोटो खींचने से जुड़ा हुआ है। सतपुड़ा टाइगर रिज़र्व के प्रशासनिक अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी कि उन्हें एक वीडियो प्राप्त हुआ है जिसमें अभिनेत्री रवीना टंडन एक गाड़ी में सवार दिखीं और वे काफ़ी करीब से टाइगर के फोटोग्राफ़्स लेती हुई दिखायी पड़ीँ। इस वीडियो में गाड़ी का टाइगर के काफी करीब पहुंचना, कैमरे के शटर की आवाज़ सुनाई देना तथा टाइगर का दहाड़ना भी साफ सुनाई दे रही है।  

Raveena Tandon :

  वन विभाग के सब डिवीज़नल ऑफिसर धीरज सिंह चौहान ने यह जानकारी दी कि उन्होंने अपने सीनियर अधिकारीयों को इस मामले की जानकारी देते हुए कथित घटना की जाँच शुरू कर दी है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि यह वीडियो 22 नवंबर का है जिसमें अभिनेत्री की गाड़ी टाइगर के काफ़ी करीब जाती हुई दिख रही है जो कि नियमों के विरुद्ध है। इस मामले की जानकारी सीनियर ऑफिसर को भी दी गयी है और अभिनेत्री को भी इस मामले से जुड़ा हुआ एक नोटिस दिया गया है। आगे की कार्यवाही के लिए उन्हें सवाल-जवाब हेतु बुलाया जा सकता है। आपको बता दें कि ये तस्वीरें तथा वीडियो अभिनेत्री रवीना टंडन ने खुद अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर साझा किया था। हालांकि इससे पहले अभिनेत्री खुद भी एक वीडियो शेयर कर चुकी हैं जो कि वन विहार, मध्य प्रदेश का है। इस वीडियो में कुछ शरारती तत्व टाइगर पर पत्थर मारते हुए दिखायी दे रहे हैं। और जब उन्हें ऐसा करने से रोका जाता है तब वे हँसते हुए निकल जाते हैं।

Gujrat Assembly Election : गुजरात में ‘आप’ शायद खाता भी नहीं खोल पाएगी : अमित शाह

अगली खबर पढ़ें

Gujrat Assembly Election : गुजरात में ‘आप’ शायद खाता भी नहीं खोल पाएगी : अमित शाह

Amit shah
Gujarat Assembly Election: AAP might not even be able to open in Gujarat: Amit Shah
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2022 04:45 PM
bookmark
Gujrat Assembly Election : अहमदाबाद,  केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) की चुनौती को तवज्जो न देते हुए दावा किया कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी शायद अपना खाता भी नहीं खोल पाएगी। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्य इकाई द्वारा कट्टरपंथ विरोधी प्रकोष्ठ स्थापित करने की घोषणा एक अच्छी पहल है, जिस पर केंद्र और अन्य राज्य विचार कर सकते हैं।

Gujrat Assembly Election :

 

शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता, राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान गुजरात के सर्वांगीण विकास और शून्य तुष्टिकरण नीति को लागू किए जाने के कदम को पिछले 27 वर्षों में लोगों द्वारा बार-बार भाजपा पर विश्वास जताने का मुख्य कारण बताया। उन्होंने कहा, “गुजरात में भाजपा अभूतपूर्व जीत दर्ज करेगी। लोगों को हमारी पार्टी और हमारे नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पूरा भरोसा है।” गुजरात विधानसभा चुनाव में ‘आप’ की दस्तक पर शाह ने कहा, ‘‘हर पार्टी को चुनाव लड़ने का अधिकार है, लेकिन यह लोगों पर निर्भर करता है कि वे पार्टी को स्वीकार करते हैं या नहीं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘गुजरात के लोगों के दिमाग में ‘आप’ कहीं नहीं ठहरती है। चुनाव नतीजों का इंतजार कीजिए, शायद ‘आप’ उम्मीदवारों का नाम सफल उम्मीदवारों की सूची में आए ही नहीं।’’ कांग्रेस गुजरात में भाजपा की प्रमुख प्रतिद्वंद्वी पार्टी रही है, जबकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली ‘आप’ ने मोदी के गृह राज्य में एक आक्रामक प्रचार अभियान चलाया है। कांग्रेस से मिल रही चुनौती पर शाह ने कहा, ‘‘कांग्रेस अब भी मुख्य विपक्षी पार्टी है, लेकिन वह राष्ट्रीय स्तर पर संकट के दौर से गुजर रही है और इसका असर गुजरात में भी दिख रहा है।’’

 

UP Accident : उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर में सड़क दुर्घटना में स्थानीय भाजपा नेता घायल, पत्नी की मौत