Political : ममता-नीतीश की मुलाकात पर टिकी निगाहें

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All eyes on Mamta-Nitish meeting
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calendar30 Nov 2025 05:51 PM
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कोलकाता। आम चुनाव में अभी लगभग 12 महीने शेष हैं, लेकिन चुनाव की सरगर्मियां ऊफान पर हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के बाद नीतीश कुमार सक्रिय हो गए हैं। हालांकि आधिकारिक तौर पर अभी नीतीश कुमार की भूमिका का ऐलान नहीं किया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि उन्हें विपक्षी दलों को एकजुट करने की अहम जिम्मेदारी दी गई है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पश्चिम बंगाल की अपनी समकक्ष ममता बनर्जी से इस सप्ताह की शुरुआत में कोलकाता में मुलाकात कर सकते हैं। सूत्रों ने यह जानकारी दी।

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सियासी रणनीति पर होगी बंद कमरे में बातचीत

सूत्रों ने बताया कि नीतीश के सोमवार या मंगलवार को राज्य सचिवालय नबन्ना स्थित ममता बनर्जी के कार्यालय में उनसे मिलने की संभावना है। दोनों नेता 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का मुकाबला करने की रणनीति पर बंद कमरे में चर्चा कर सकते हैं। माना जा रहा है कि नीतीश कुमार उन्हें यह संदेश देने की कोशिश करेंगे कि आम चुनाव में विपक्षी दलों के बिखराव का फायदा बीजेपी को ही होगा। मौजूदा हालात को देखते हुए विपक्षी एकता बेहद जरूरी है।

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Sachin Tendulkar Birthday Special- सचिन से जुड़े हुए कुछ भ्रम, जिन्हें खुद इन्होंने अपने बल्ले से तोड़ा

ममता ने की थी अखिलेश और नवीन से मुलाकात

इससे पहले ममता बनर्जी ने समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के साथ पिछले महीने इसी तरह की बैठकें की थीं। इस बात की भी उम्मीद की जा रही है कि अखिलेश और नवीन से हुई बातचीत के आधार पर ही आगे बढ़ने की रणनीति तय की जाएगी। इस बात के भी कयास लगाए जा रहे हैं कि ममता बनर्जी को ही इन दोनों नेताओं को अपने पाले में लाने की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
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Sachin Tendulkar Birthday Special- सचिन से जुड़े हुए कुछ भ्रम, जिन्हें खुद इन्होंने अपने बल्ले से तोड़ा

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calendar24 Apr 2023 02:18 PM
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Sachin Tendulkar Birthday Special- आज क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर का जन्मदिन है। 24 अप्रैल 1973 को मुंबई महाराष्ट्र में जन्मे क्रिकेटर आज अपना 50वां जन्मदिन मना रहे है। आज इनके जन्मदिन के मौके पर आइए जानते हैं इनसे जुड़ी कुछ खास बातें - क्रिकेट के भगवान, भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर किसी परिचय के मोहताज नहीं है। यूं तो ये भारतीय टीम के ताबड़तोड़ बल्लेबाज रह चुके हैं, लेकिन गेंदबाजी में भी इन्होंने कई कमाल किए हैं। महज 16 साल की उम्र में इन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना डेब्यू किया। साल 1989 में पहली बार पाकिस्तान के खिलाफ ये क्रिकेट के मैदान में उतरे। इसके बाद 24 साल इंटरनेशनल क्रिकेट पर राज किया और दुनिया भर के कई बड़े क्रिकेटरों को पीछे छोड़ते हुए, ऐसे रिकॉर्ड अपने नाम किए जिन्हें आज तक कोई तोड़ नहीं पाया है।

Sachin Tendulkar Birthday Special-

अपने 24 साल के कैरियर में सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) वनडे और टेस्ट दोनों तरह के श्रृंखला में सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बने। जब ये अपना बल्ला लेकर मैदान में उतरते थे, तो बड़ी-बड़ी टीम के बड़े-बड़े गेंदबाजों के छक्के छूट जाते थे। इन्होंने अपने कैरियर में 200 टेस्ट मैचों में 15921 रन बनाए, जिसमें 51 शतक और 68 अर्धशतक शामिल है। टेस्ट मैच में उनका उच्चतम स्कोर 248 रन है। अपने वनडे कैरियर में उन्होंने 463 इंटरनेशनल मैच खेले, जिसमें 18426 रन बनाए। वनडे मैच में इन्होंने 49 शतक और 96 अर्धशतक जड़े। इसमें इनका उच्चतम स्कोर 200 रन रहा। साल 2013 में उन्होंने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया।इनकी फैन फॉलोइंग सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी है। विरोधी टीम के खिलाड़ी भी इनकी तारीफ करते नहीं थकते। यूं तो क्रिकेट की दुनिया में इन्हें भगवान का दर्जा दिया गया, लेकिन इनसे जुड़े कई भ्रम भी हैं, जिन्हें खुद सचिन ने अपने बल्ले से तोड़ा है। आइए जानते हैं इनसे जुड़े वह भ्रम कौन से हैं और क्या है उसका सच ?

जब सचिन जड़ते हैं शतक तो नहीं मिलती भारत को जीत -

यह अफवाह फैली हुई थी कि जब भी सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) मैच में शतक बनाते हैं, तो टीम इंडिया को हार मिलती है। लेकिन जो आंकड़े सामने आए हैं, उनके मुताबिक ये भ्रम बिल्कुल गलत है। टेस्ट मैचों में सचिन ने 51 शतक जड़े हैं जिसमें 20 बार भारत को जीत हासिल हुई है, जिसके मुताबिक जीत का प्रतिशत 39% है। जबकि वनडे में जड़े गए 49 शतकों में से 35 शतकों में भारत को जीत मिली है, जिसका जीत प्रतिशत 67% है।

विदेशों और दूसरी इनिंग में नहीं चलता सचिन का बल्ला -

सचिन तेंदुलकर से जुड़ा एकदम यह भी फैला हुआ था कि यह हमेशा देश की धरती पर ही अच्छा परफॉर्म करते हैं, विदेशों में उनका बल्ला खामोश रहता है। लेकिन यह बिल्कुल गलत है। अपने टेस्ट मैच के रिकॉर्ड में दर्ज हुए 51 शतकों में से 29 शतक इन्होंने विदेश की धरती पर ही लगाएं हैं। वहीं दूसरी तरफ यह भी भ्रम फैला हुआ है कि दूसरी इनिंग में सचिन तेंदुलकर अच्छा परफॉर्म नहीं कर पाते लेकिन सच्चाई यह है कि टेस्ट के 51 शतकों में इन्होंने 21 शतक दूसरी पारी में ही जड़े हैं।

कमजोर टीम के खिलाफ ही चलता है इनका बल्ला-

सचिन तेंदुलकर को लेकर यह भी भ्रम फैलाया गया था कि सचिन सिर्फ कमजोर टीम के खिलाफ ही रन बनाते हैं, लेकिन आंकड़े कुछ और ही कहते हैं। सचिन ने ऑस्ट्रेलिया, जिसे क्रिकेट की सबसे मजबूत टीम के रूप में जाना जाता है, 11 शतक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही जड़े हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कई बड़े मैचों का हिस्सा रहे। और अधिकांश मैचों में उन्होंने बेहद शानदार प्रदर्शन किए हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने कुल 110 इंटरनेशनल मैच खेले जिनमें 39 टेस्ट और 71 वनडे मैच शामिल है। टेस्ट मैचों में उन्होंने 55 की औसत से 3630 रन बनाए जिसमें 11 शतक और 16 अर्धशतक शामिल है। वहीं वनडे मैचों में इन्होंने 44.59 के औसत से 3077 रन बनाए। खुद ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज ब्रेट ली (Bret Lee) ने अपने एक इंटरव्यू में कहा कि -"सचिन तेंदुलकर मैदान के बाहर जैसे थे मैदान के अंदर इसके बिल्कुल उल्टे थे जब आप उन्हें गेंदबाजी करो, आप उनकी आंखों में देखो तो लगता था कि किसी शेर की आंखों में देख रहे हैं।" ब्रेट ली के इस बात से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि मैदान में सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) का कहर कैसा रहता था।

सचिन तेंदुलकर के नाम दर्ज हैं ये रिकॉर्ड -

16 नवंबर 2013 को जब सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट के हर प्रारूप से संन्यास लेने का ऐलान किया, उसके बाद ही भारत सरकार ने उन्हें देश के सबसे बड़े नागरिक सम्मान भारत रत्न (Bharat Ratna) देने की आधिकारिक घोषणा की। मात्र 40 साल की उम्र में 4 फरवरी 2014 को तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी (Pranab Mukherjee) द्वारा इन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया, और ये भारत रत्न से सम्मानित होने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति और पहले खिलाड़ी बनें। साल 2008 में इन्हें पद्म विभूषण (Padam Vibhushan) से सम्मानित किया गया। राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित होने वाले एकमात्र क्रिकेट खिलाड़ी है ये। इसके अलावा साल 1994 में अर्जुन पुरस्कार (Arjun Award), साल 1998 में राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार (Rajeev Gandhi Khel Ratna award) 1999 में पद्मश्री (Padamshree) 2001 में महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार (Maharashtra Bhushan Award) से सम्मानित किया गया।

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MP News चौंकाने वाली खबर : विवाह से पहले कराया प्रेग्नेंसी टेस्ट! कई दुल्हनों की शादी कैंसिल

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calendar29 Nov 2025 11:00 AM
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MP News: मध्य प्रदेश के डिंडौरी जिले से एक बेहद ही हैरान कर देने वाला मामले सामने आया है। जहां मीडिया में खबरें चल रही हैं कि सामूहिक विवाह समारोह में शादी से पहले करीब 200 से ज्यादा लड़कियों की प्रेग्रेंसी टेस्ट कराया गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि यह विवाह समारोह मुख्यमंत्री कन्यादान योनजा के तहत आयोजित था। हलांकि एशियानेट न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता है। लेकिन मामला आने के बाद अब कांग्रेस शिवराज सरकार पर हमलावर हो गई। पूर्व सीएम कमलनाथ ने इसको लेकर बीजेपी पर तगड़ा हमला बोला है।

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दरअसल, मीडिया में खबरें सामने आने के बाद पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा-मैं मुख्यमंत्री से जानना चाहता हूं कि क्या यह समाचार सत्य है? यदि यह समाचार सत्य है तो मध्यप्रदेश की बेटियों का ऐसा घोर अपमान किसके आदेश पर किया गया? क्या मुख्यमंत्री की निगाह में गरीब और आदिवासी समुदाय की बेटियों की कोई मान मर्यादा नहीं है?

विधायक ने किया शिवराज सरकार पर हमला

वहीं इस पूरे मामले पर डिंडौरी से स्थानीय कांग्रेस विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमकार मरकाम ने आपत्ति जताते हुए प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार गरीब बेटियों का इस तरह से अपमान नहीं कर सकती है। मैं जानना चाहता हूं कि शिवराज सरकार में ऐसा घिनौना काम करने का आदेश किसके कहने पर हुआ है।

ऐसे सामने आया पूरा मामला

आपको बता दें कि यह पूरा मामला डिंडौरी जिले के गाड़ासरई कस्बे से सामने आया है। जहां जिला प्रशासन की ओर से मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत 219 जोड़ों का विवाह कराया गया है। इसी दौरान विवाह करने के लिए पहुंची एक महिला ने आरोप लगाया है कि उसने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में विवाह कराने के लिए एक फॉर्म भरा था। मुझे विवाह से पहले यहां के स्वास्थ्य कर्मियों ने बुलाया और मेडिकल टेस्ट कराया। इस दौरान मेरा प्रेग्रेंसी टेस्ट भी हुआ है। जब मेरी रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो मेरा नाम विवाह की लिस्ट से हटा दिया। महिला ने बताया कि ऐसा कई लड़कियों के साथ हुआ है, जिनका विवाह कैंसिल हुआ है।

डॉक्टरों की सलाह पर हुए मेडिकल टेस्ट

हालांकि अभी तक इस मामले को लेकर बीजेपी के किसी बड़े नेता का बयान सामने नहीं आया है। लेकिन डिंडौरी के स्थानीय नेता और जिला अध्यक्ष अवधराज बिलैया का बयान सामने आया है उन्होंने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि विपक्ष यह सब राजनीति के फयादा के लिए यह झूठे आरोप लगा रहा है। ओमकार मरकाम इसी तरह की गंदी राजनीति करते हैं। किसी भी लड़की का कोई प्रेग्रेंसी टेस्ट नहीं कराया गया है। डॉक्टरों की सलाह के अनुसार बीमारी की वजह से सिंपल मेडिकल टेस्ट कराए गए हैं। क्योंकि इससे पहले भी जो सामूहिक विवाह हुए थे तो शादी के बाद कई लड़कियों में गंभीर बीमारी पाई गई थी। बस इसी के लिए यह टेस्ट कराए थे, ताकि बीमारी का पता लग सके।

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