Gujrat ATS ने वडोदरा में 121.40 करोड़ रुपये की प्रतिबंधित दवा बरामद की




Delhi: भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के कार्यालय प्रभारी की गिरफ्तारी होने पर भाकियू नेता राकेश टिकैट भड़क गए हैं। उन्होंने चेतावनी भरे लफ्जों में कहा कि भाकियू कार्यकर्ताओं पर इस तरह का कोई भी अत्याचार सहन नहीं किया जाएगा।
आपको बता दें कि भारतीय किसान यूनियन के कार्यालय प्रभारी अर्जुन बालियान को राकेश टिकैत के साथ प्रतिनिधिमंडल में नेपाल दौरे पर जा रहे थे। दिल्ली में एयरपोर्ट पर उन्हें रोक दिया गया। इमिग्रेशन के अधिकारियों ने बताया कि किसान आंदोलन के दौरान अर्जुन पर दर्ज किए गए मुकदमे में सरकार की ओर से एनओसी न होने की वजह से उन्हें यात्रा की परमिशन नहीं है। इसलिए उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। जबकि केंद्र व राज्य सरकारों ने किसान आंदोलन के दौरान दर्ज सभी मुकदमे वापस लेने की घोषणा ही नहीं की थी। सरकार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर किसी भी तरह की कार्रवाई न होने का आश्वासन भी दिया था।
राकेश टिकैत ने कहा कि कार्यालय प्रभारी के साथ ऐसी बदसलूकी भरी कार्रवाई घोर निंदनीय है। इस संबंध में एयरपोर्ट अथॉरिटी के अफसर भी ऊपर से आए आदेश के बाद की जाने वाली कार्रवाई बता कुछ भी बताने से पल्ला झाड़ रहे हैं। केंद्र सरकार अपने वादे से मुकर रही है। किसान संयुक्त मोर्चा और भाकियू आंदोलन के दौरान दर्ज मुकदमों के आधार पर की जा रही उत्पीड़नात्मक कार्रवाई को हरगिज बर्दाश्त नहीं करेगी। केंद्र व राज्य सरकारों से पत्र लिख इसका जवाब मांगा जाएगा और जरूरत पड़ी तो एसकेएम दिल्ली में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। भाकियू कार्यकर्ता जेल जाने से नहीं डरते, लेकिन वादाखिलाफी कर झूठे मुकदमों में इस तरह की कार्रवाई कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
भाकियू केंद्र सरकार के गृहमंत्री, दिल्ली के एलजी और दिल्ली पुलिस कमिश्नर के साथ राज्य सरकारों से मांग करती है कि कार्यालय प्रभारी की तुरंत रिहाई हो और अन्य कार्यकर्ताओं का भी भविष्य में इस तरह से किया जा रहा मानसिक उत्पीड़न तत्काल बंद हो।
Delhi: भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के कार्यालय प्रभारी की गिरफ्तारी होने पर भाकियू नेता राकेश टिकैट भड़क गए हैं। उन्होंने चेतावनी भरे लफ्जों में कहा कि भाकियू कार्यकर्ताओं पर इस तरह का कोई भी अत्याचार सहन नहीं किया जाएगा।
आपको बता दें कि भारतीय किसान यूनियन के कार्यालय प्रभारी अर्जुन बालियान को राकेश टिकैत के साथ प्रतिनिधिमंडल में नेपाल दौरे पर जा रहे थे। दिल्ली में एयरपोर्ट पर उन्हें रोक दिया गया। इमिग्रेशन के अधिकारियों ने बताया कि किसान आंदोलन के दौरान अर्जुन पर दर्ज किए गए मुकदमे में सरकार की ओर से एनओसी न होने की वजह से उन्हें यात्रा की परमिशन नहीं है। इसलिए उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। जबकि केंद्र व राज्य सरकारों ने किसान आंदोलन के दौरान दर्ज सभी मुकदमे वापस लेने की घोषणा ही नहीं की थी। सरकार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर किसी भी तरह की कार्रवाई न होने का आश्वासन भी दिया था।
राकेश टिकैत ने कहा कि कार्यालय प्रभारी के साथ ऐसी बदसलूकी भरी कार्रवाई घोर निंदनीय है। इस संबंध में एयरपोर्ट अथॉरिटी के अफसर भी ऊपर से आए आदेश के बाद की जाने वाली कार्रवाई बता कुछ भी बताने से पल्ला झाड़ रहे हैं। केंद्र सरकार अपने वादे से मुकर रही है। किसान संयुक्त मोर्चा और भाकियू आंदोलन के दौरान दर्ज मुकदमों के आधार पर की जा रही उत्पीड़नात्मक कार्रवाई को हरगिज बर्दाश्त नहीं करेगी। केंद्र व राज्य सरकारों से पत्र लिख इसका जवाब मांगा जाएगा और जरूरत पड़ी तो एसकेएम दिल्ली में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। भाकियू कार्यकर्ता जेल जाने से नहीं डरते, लेकिन वादाखिलाफी कर झूठे मुकदमों में इस तरह की कार्रवाई कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
भाकियू केंद्र सरकार के गृहमंत्री, दिल्ली के एलजी और दिल्ली पुलिस कमिश्नर के साथ राज्य सरकारों से मांग करती है कि कार्यालय प्रभारी की तुरंत रिहाई हो और अन्य कार्यकर्ताओं का भी भविष्य में इस तरह से किया जा रहा मानसिक उत्पीड़न तत्काल बंद हो।

Rajsthan News: राजस्थान के करौली जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र में कथित रूप से दूषित पानी पीने के बाद उल्टी-दस्त के कारण 12 साल के एक बच्चे समेत दो लोगों की मौत हो गई है जबकि 174 अन्य लोग बीमार हो गये हैं।
जलदाय मंत्री महेश जोशी ने भाषा को बताया कि दूषित पानी आपूर्ति मामले की जांच के लिये जयपुर से मुख्य अभियंता (शहर) और मुख्य रसायनज्ञ को भेजा गया है। उन्होंने कहा कि मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
उन्होंने बताया कि जिले के कई हिस्सों में लगी 40 साल पुरानी पानी की आपूर्ति लाईन को बदला जायेगा। उन्होंने कहा कि इलाके में लोगों ने अवैध कनेक्शन, अवैध बूस्टर लगा रखे हैं जिनके कारण आपूर्ति लाईन खराब हो गई है..इसके साथ ही पानी टंकी की सफाई आठ महीने बाद की गई है जबकि इसकी सफाई हर छह महीने में होनी चाहिए। इसके लिये जिम्मेदारी तय की जा रही है।
प्रधान मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर पुष्पेन्द्र गुप्ता ने बताया कि उल्टी दस्त के कारण शाहगंज निवासी देवकुमार कोली (12) और दत्तात्रेय पाड़ा निवासी रतन धोबी (71) की मौत हो गई है।
उन्होंने बताया कि तीन दिसंबर से आज तक उल्टी दस्त के कारण अस्पताल के मेडिकल वार्ड में 102 लोगों उपचार के लिये भर्ती हुए वहीं 72 बच्चे शिशु वार्ड में उपचार के लिये भर्ती हुए थे।
डॉक्टर गुप्ता ने बताया कि उपचार के बाद मेडिकल वार्ड से 63 लोगों को घर भेज दिया गया है जबकि 39 लोगों का उपचार अभी भी जारी है। उन्होंने बताया कि वहीं अस्पताल में भर्ती 72 बच्चों में से 33 को घर भेज दिया गया जबकि 39 बच्चों का उपचार अभी भी जारी है।
उन्होंने बताया कि शाहगंज, चौबे पाड़ा, काजी पाड़ा कसाई पाड़ा, ब्यानिया पाड़ा आदि इलाके में दूषित पानी के सेवन से पिछले पांच दिनों में 72 बच्चों सहित 174 लोग को उल्टी दस्त की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
डॉक्टर गुप्ता ने बताया कि दूषित पानी के सेवन से मंगलवार को देव कुमार कोली (12) की मौत हो गई जबकि बुधवार को रतन धोबी (71) की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि पानी का नमूना जांच के लिये भेज दिया गया है।
Rajsthan News: राजस्थान के करौली जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र में कथित रूप से दूषित पानी पीने के बाद उल्टी-दस्त के कारण 12 साल के एक बच्चे समेत दो लोगों की मौत हो गई है जबकि 174 अन्य लोग बीमार हो गये हैं।
जलदाय मंत्री महेश जोशी ने भाषा को बताया कि दूषित पानी आपूर्ति मामले की जांच के लिये जयपुर से मुख्य अभियंता (शहर) और मुख्य रसायनज्ञ को भेजा गया है। उन्होंने कहा कि मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
उन्होंने बताया कि जिले के कई हिस्सों में लगी 40 साल पुरानी पानी की आपूर्ति लाईन को बदला जायेगा। उन्होंने कहा कि इलाके में लोगों ने अवैध कनेक्शन, अवैध बूस्टर लगा रखे हैं जिनके कारण आपूर्ति लाईन खराब हो गई है..इसके साथ ही पानी टंकी की सफाई आठ महीने बाद की गई है जबकि इसकी सफाई हर छह महीने में होनी चाहिए। इसके लिये जिम्मेदारी तय की जा रही है।
प्रधान मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर पुष्पेन्द्र गुप्ता ने बताया कि उल्टी दस्त के कारण शाहगंज निवासी देवकुमार कोली (12) और दत्तात्रेय पाड़ा निवासी रतन धोबी (71) की मौत हो गई है।
उन्होंने बताया कि तीन दिसंबर से आज तक उल्टी दस्त के कारण अस्पताल के मेडिकल वार्ड में 102 लोगों उपचार के लिये भर्ती हुए वहीं 72 बच्चे शिशु वार्ड में उपचार के लिये भर्ती हुए थे।
डॉक्टर गुप्ता ने बताया कि उपचार के बाद मेडिकल वार्ड से 63 लोगों को घर भेज दिया गया है जबकि 39 लोगों का उपचार अभी भी जारी है। उन्होंने बताया कि वहीं अस्पताल में भर्ती 72 बच्चों में से 33 को घर भेज दिया गया जबकि 39 बच्चों का उपचार अभी भी जारी है।
उन्होंने बताया कि शाहगंज, चौबे पाड़ा, काजी पाड़ा कसाई पाड़ा, ब्यानिया पाड़ा आदि इलाके में दूषित पानी के सेवन से पिछले पांच दिनों में 72 बच्चों सहित 174 लोग को उल्टी दस्त की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
डॉक्टर गुप्ता ने बताया कि दूषित पानी के सेवन से मंगलवार को देव कुमार कोली (12) की मौत हो गई जबकि बुधवार को रतन धोबी (71) की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि पानी का नमूना जांच के लिये भेज दिया गया है।