Digital Library : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर उत्तर प्रदेश में ग्राम पंचायत स्तर पर डिजिटल लाइब्रेरी (Digital Library) बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस पहल का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा का स्तर सुधारना और डिजिटल संसाधनों को लोगों तक पहुंचाना है। पहले चरण में 11,350 डिजिटल लाइब्रेरी बनाने के लिए शासन ने बजट आवंटन कर दिया है। पंचायती राज विभाग ने जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर इस काम की प्रक्रिया को गति दी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 3 मार्च को ग्राम पंचायत स्तर पर कुल 22,700 डिजिटल लाइब्रेरी (Digital Library) बनाने के निर्देश दिए थे। अब पहले चरण में 11,350 लाइब्रेरी स्थापित की जाएंगी। पंचायत भवनों में बनने वाली ये लाइब्रेरी गांवों में शिक्षा को डिजिटल रूप से सशक्त बनाएंगी और ग्रामीणों को नए ज्ञान और सूचना के स्रोत प्रदान करेंगी।
डिजिटल लाइब्रेरी (Digital Library) के लिए बजट और सुविधाएं
प्रत्येक ग्राम पंचायत भवन में डिजिटल लाइब्रेरी (Digital Library) स्थापित करने के लिए 4 लाख रुपये का बजट आवंटित किया गया है। इस बजट का आधा हिस्सा यानी 2 लाख रुपये डिजिटल उपकरणों जैसे कंप्यूटर, प्रिंटर, इंटरनेट सुविधा और अन्य आवश्यक डिजिटल उपकरणों पर खर्च किए जाएंगे। शेष 2 लाख रुपये पुस्तकों, ई-पुस्तकों और डिजिटल पठन सामग्री पर खर्च किए जाएंगे। इन लाइब्रेरी का संचालन और देखरेख ग्राम प्रधान और सचिव करेंगे, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इनका सही उपयोग हो और गांव के लोग इससे अधिक से अधिक लाभ उठा सकें।
डिजिटल लाइब्रेरी (Digital Library) में मिलने वाली सुविधाएं
डिजिटल लाइब्रेरी (Digital Library) में बच्चों के लिए किताबें, प्रश्नोत्तरी से जुड़े वीडियो, आडियो लेक्चर, और अन्य डिजिटल संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके अलावा, बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई और शोध के लिए इंटरनेट की सुविधा भी दी जाएगी। इन लाइब्रेरी का उद्देश्य बच्चों को आधुनिक शिक्षा के संसाधन उपलब्ध कराना है, जिससे वे अपनी पढ़ाई में डिजिटल तरीकों का इस्तेमाल कर सकें। यह पहल ग्रामीण बच्चों के लिए डिजिटल ज्ञान तक पहुंच बनाने का एक बड़ा कदम साबित हो सकता है।
इको क्लब के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण की पहल
इसके अलावा, परिषदीय स्कूलों में इको क्लब के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में जागरूकता फैलाने का काम भी किया जाएगा। विद्यालयों में पर्यावरण संरक्षण के बारे में छात्रों को शिक्षित किया जाएगा। ग्लोबल वार्मिंग, प्रदूषण, और पौधरोपण जैसे मुद्दों पर छात्रों को जानकारी दी जाएगी। इसके लिए विद्यालयों में इको क्लब का गठन किया जाएगा, और प्रत्येक शनिवार को इस क्लब से संबंधित गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। छात्रों को पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी का एहसास दिलाने के लिए इन क्लबों का आयोजन किया जाएगा।Digital Library :
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